
उपमंडल नूरपुर की चक्की खड्ड में अवैध खनन का धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन हो या रात, खनन माफिया भारी मशीनरी के जरिए चक्की खड्ड को छलनी करने में जुटा हुआ है। हालात यह हैं कि सुबह जो खड्ड समतल नजर आती है, वह शाम होते-होते गहरी खाइयों में बदल जाती है।
खनन माफिया न सिर्फ नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहा है, बल्कि प्रशासन और पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में भी सफल हो रहा है। जब भी कोई छापेमारी होती है, माफिया के गुर्गे नागाबाड़ी, बदूही, परगना, खन्नी, मैरा जैसे क्षेत्रों में सड़कों पर पहरा देकर पुलिस या विभागीय दल की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। जैसे ही कोई सरकारी वाहन दिखाई देता है, तुरंत माफिया को सूचित कर दिया जाता है, जिससे उन्हें भागने का पूरा मौका मिल जाता है।
वीरवार को खन्नी क्षेत्र के कुड्डी, मैरा, बिल्ला टाल नाला आदि स्थानों पर दर्जनों जेसीबी और टिप्पर खनन में जुटे पाए गए। सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा, लेकिन हमेशा की तरह माफिया अपने नेटवर्क के चलते फरार हो गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन वाकई इस अवैध खनन पर अंकुश लगाना चाहता है, तो केवल दिखावटी छापेमारी से काम नहीं चलेगा। एक ठोस और गुप्त रणनीति बनाकर ही माफिया को शिकंजे में कसा जा सकता है।
इस संबंध में डीएसपी नूरपुर विशाल वर्मा ने बताया कि, अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई जारी है। वीरवार को भी पुलिस टीम ने मौके पर दबिश दी थी, लेकिन माफिया फरार हो गया। आगे सख्त कदम उठाए जाएंगे।
अब देखना यह है कि प्रशासन कब इस नेटवर्क को तोड़ने और ‘भागते खनन माफिया’ के खेल को रोकने में सफल होता है।
No comments:
Post a Comment