न्यू पेंशन स्कीम दस वर्ष से कम सेवाकाल रिटायर्ड कर्मचारी- अधिकारी वर्ग महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजीव गुलेरिया ने आज यहां आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रदेश सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति को लेकर लगातार रोना रोने वाली सरकार ने निगमों, बोर्डों और विधायकों के वेतन-भत्तों में 300 प्रतिशत से भी अधिक की बढ़ोतरी कर दी है, जो आम जनता के साथ बड़ा अन्याय है।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि यह निर्णय प्रदेश की भोली-भाली जनता और हर पढ़े-लिखे बेरोजगार युवा को गहराई से सोचने पर मजबूर करता है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि आगामी विधानसभा अथवा लोकसभा चुनावों में जनता यह आत्मचिंतन करे कि किस पार्टी या व्यक्ति को अपना प्रतिनिधि चुनना है।
महासंघ अध्यक्ष ने कहा कि विधायक और सांसद जब भी अपने वेतन-भत्ते बढ़ाने की बात आती है, तब इन्हें तनिक भी शर्म नहीं आती। लेकिन रोजगार सृजन, महंगाई रोकने और युवाओं के भविष्य सुरक्षित करने में ये पूरी तरह विफल साबित होते हैं। चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, सत्ता में रहकर दोनों ही दल जनता और बेरोजगार युवाओं की आंखों में धूल झोंकने का काम करते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास कर्मचारियों को डीए की किश्त देने के लिए धन नहीं है, वहीं दस वर्ष से कम सेवाकाल वाले रिटायर्ड कर्मचारियों द्वारा सम्मानजनक पेंशन योजना लागू करने की गुहार भी लंबे समय से अनसुनी की जा रही है। इसके विपरीत, विधायकों के लिए आलीशान रिहायशी भवनों पर करोड़ों रुपये खर्च करने में सरकार को कोई संकोच नहीं जो कि प्रदेश की गरीब जनता के साथ धोखा है।