हर वर्ष की भाँति गाँव ग्योरा , तहसील नूरपुर , ज़िला काँगड़ा (हि. प्र.) बाबा तालाब वाला दंगल इस बार 17 व 18 जून को होगा।
शुक्रवार को हुई कमेटी की आम बैठक में फ़ैंसला लिया गया कि पिछले वर्ष की ही तरह सभी छोटी कुश्तियाँ छोटी छिंज वाले दिन 17 जून को ही करवाई जाएँगी। 18 जून को सिर्फ़ बड़ी कुश्तियाँ व चुनिंदा पहलवान ही अपना दम और जोर-अजमाईश अखाड़े में दिखाएँगे।
प्रिंट मीडिया और समस्त सोशियल-मीडिया के माध्यम से सभी पहलवानों को सूचित किया जाता है कि 17 जून को कमेटी द्वारा निर्धारित लगभग 3 लाख के पुरस्कार पहलवानों में वितरित किए जाएँगे। सभी छोटे और मंझोले पहलवानों से निवेदन रहेगा कि आप सभी 17 जून को दंगल में पहुँचें। 18 जून को देश के नामी पहलवानों और देश के जाने-पहचाने अखाड़ों के पहलवानों की कुश्तियाँ ही करवाई जाएँगी।
हिमाचल प्रदेश के चुनिंदा व नामी पहलवानों के लिए करीब 15-20 कुश्तियाँ दूसरे राज्यों जैसे हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के बड़े व नामी पहलवानों के साथ होंगीं जिसमें सबसे बढ़िया प्रदर्शन करने वाले पहलवानों को उचित ईनाम व विशेष टाईटल "किंग ऑफ़ रिंग" वार्षिक दंगल, ग्योरा-2024 से नवाजा जाएगा।
कमेटी प्रधान एवं समस्त कमेटी सदस्यों ने बताया कि इस बार भी पहले की ही तरह भारतवर्ष के सभी बड़े व नामी अखाड़ों से संपर्क बना लिया गया है और अपने गाँव व कमेटी के धन-संबंधी बजट के बारे में भी अखाड़ा संचालकों को बता दिया गया है।
अगर अखाड़ा - संचालक (गुरु ) जो कमेटी द्वारा निर्धारित वाजिव ईनाम से संतुष्ट होंगे तब ही वो अपने अखाड़े के मल्ल या पहलवानों को गाँव ग्योरा के दंगल में भेजें। अन्यथा किसी भी प्रकार की पहलवानों द्वारा डाली गई बाधा कमेटी सदस्य सहन नहीं करेंगे।
इलाक़ावासियों से भी विशेष अनुरोध है कि आप सभी ग्योरा, तहसील नूरपुर , ज़िला काँगड़ा (हि.प्र. ) के बाबा तालाब वाले दंगल में 17 व 18 जून को पहुँचकर बाबा जी का आशीर्वाद प्राप्त करें और सभी पहलवानों को अपना आशीर्वाद दें।
विशेष नोट :- 17 व 18 जून को शाम 5 बजे के बाद अखाड़े के अंदर किसी भी पहलवान को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। अर्थात् शाम 5 बजे से पहले सभी पहलवान अपना पंजीकरण कमेटी सदस्यों से करवा लें।