करणी सेना के चौथे स्थापना दिवस पर सोमवार को फतेहपुर स्थित एक होटल में एक समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में करणी सेना हिमाचल प्रदेश के पदाधिकारी शामिल हुए। स्थापना दिवस को बड़े ही हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। समारोह की शुरुआत माँ करणी की आराधना कर व दीप प्रज्वलित कर की गई।
इस अवसर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष युवाशक्ति करणी सेना रोहित चौहान, राष्ट्रीय प्रवक्ता युवा शक्ति अविनाश सेन, राष्ट्रीय मंत्री युवाशक्ति अभिषेक राणा, अध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ हिमाचल प्रदेश रोहित महाजन, आई टी प्रभारी राजन पठानिया सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
व्यवस्था परिवर्तन का वादा कर प्रदेश की बागडोर संभाल रहे मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू अपनी सादगी और आकर्षक व्यक्तित्व से हिमाचल प्रदेश की जनता के दिल में सीधे उतर रहे हैं। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू सड़क के रास्ते जहां से भी गुजरते हैं, उन्हें देखने और उनका अभिवादन करने के लिए लोग घंटों इंतजार करते हैं।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी किसी को निराश नहीं करते, जगह-जगह अपना काफिला रुकवाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हैं और उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुनते हैं।
बिलासपुर जिला के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्वागत करने के लिए सुन्हानी हेलीपैड पर लोगों की भीड़ इक्ट्ठा हो गई। ज़बरदस्त नारेबाजी के बीच उनका स्वागत हुआ और जब मुख्यमंत्री का काफिला आगे बढ़ा तो जगह-जगह लोग उनके स्वागत में कतारबद्ध हो गए।
ग्राम पंचायत कोठी की पूर्व प्रधान सुनीता धीमान ने कहा ‘मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के रूप में हिमाचल प्रदेश की आवाम को एक आशा की किरण दिख रही है। वह भले व्यक्ति हैं, जमीन से जुड़े हैं और राजनीतिक जीवन में लंबा संघर्ष कर आज इस महत्वपूर्ण पद पर पहुंचे हैं। इसीलिए लोगों की उनसे बहुत सी उम्मीदें हैं।’
सुन्हानी हैलीपैड और विजयपुर के बीच सुकड़ी स्थान पर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू का स्वागत पारंपरिक गीतों के साथ हुआ। विशेष रूप से क्षेत्र की महिलाएं मुख्यमंत्री के आगमन पर उत्साहित दिखीं।
सुकड़ी निवासी विजय सांख्यान ने कहा ‘‘हाल ही में घाघस के निकट सड़क किनारे ढाबे पर मुख्यमंत्री ने एक साधारण व्यक्ति की तरह खाना खाया, जिससे लोगों को यह विश्वास हो रहा है कि उनकी समस्याओं का हल केवल अपनी माटी से जुड़े ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ही कर सकते हैं। एक आम परिवार से निकलकर मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचने के बावजूद वह जमीन से जुड़े हुए हैं और लोग उनकी इसी बात को पसंद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के बावजूद उनका सहज व्यक्तित्व ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को लोगों से जोड़ रहा है।’’
समय के अभाव के बावजूद मुख्यमंत्री ने लोगों को पूरा समय दिया और जाते-जाते यह वादा करते हुए भी गए, वह जल्द ही उनके बीच दोबारा आएंगे।
प्राचीन शिव मंदिर सुधार सभा काठगढ़ द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रविवार 22 जनवरी को मेधावी छात्रवृत्ति प्रतियोगिता का संचालन किया जा रहा है। प्राचीन शिव मंदिर सुधार सभा काठगढ़ के प्रधान ओम प्रकाश कटोच, संयोजक रमेश शर्मा, महासचिव सुभाष चन्द्र शर्मा व प्रेस सचिव सुरेन्द्र शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष 22 जनवरी को आयोजित होने वाली छात्रवृत्ति प्रतियोगिता में हिमाचल व पंजाब के लिए 16 केन्द्र बनाये गए हैं, जिनमें पांचवीं, दसवीं तथा बाहरवीं मेडिकल व नॉन मेडिकल के लगभग 2600 वच्चे भाग लेंगे।
परीक्षा का समय दोपहर 12 बजे से 1:15 तक रहेगा। इसके लिए परीक्षा सामग्री पहुँचाने व परीक्षा संचालन करवाने के लिए अध्यपक वर्ग की नियुक्ति कर दी है। इस छात्रवृत्ति प्रतियोगिता के संचालन के लिए नियुक्त अध्यापक अपनी नि:शुल्क सेवाएं देंगे। परीक्षा OMR प्रणाली के तहत ली जाएगी। परीक्षा में अपने अपने वर्ग में प्रथम रहने बाले बच्चों को काठगढ़ में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व पर मंदिर सभा व मुख्य अतिथि द्वारा नगद राशि, स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर समानित किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित
राजकीय आर्य कॉलेज में मनाया जाएगा गणतंत्र दिवस
74 वें गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले उपमंडल स्तरीय समारोह की तैयारियों की समीक्षा को लेकर आज शुक्रवार को नूरपुर स्थित मिनी सचिवालय में एसडीएम गुरसिमर सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
एसडीएम ने बताया कि 26 जनवरी को स्थानीय राजकीय आर्य कॉलेज परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा तथा प्रातः 11 बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया जायेगा। इस मौके पर पुलिस, एनसीसी-एनएसएस तथा स्काउट एंड गाईड के बच्चों द्वारा भव्य मार्च पास्ट प्रस्तुत किया जायेगा। इसके अतिरिक्त स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जायेंगे।
उन्होंने सभी कार्यालयाध्यक्षों से अपील करते हुए उन्हें राष्ट्रीय पर्व के दौरान अपने अधीनस्थ स्टाफ की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित बनाने का आग्रह किया है।
बैठक में तहसीलदार संदीप कुमार, नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा, बीटीसी स्कूल की प्रिंसिपल चंद्र रेखा शर्मा, जीएसएस स्कूल के प्रिंसिपल करनैल सिंह, खाद्य आपूर्ति निरीक्षक मनोज मैहरा, एसडीएम कार्यालय के प्रतिनिधि सन्नी डोगरा, आर्य कॉलेज के अधीक्षक संदीप पठानिया, बीटीसी गर्ल्स स्कूल के अधीक्षक आशीष वशिष्ठ सहित विभिन्न स्कूलों, विभागों तथा बैंकों के अधिकारी उपस्थित रहे।
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एसडीएम) गुरसिमर सिंह की अध्यक्षता में आज नूरपुर नगर परिषद हॉल में राष्ट्रीय मतदाता दिवस की तैयारियों को लेकर सुपरवाइजर तथा बूथ लेवल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान तहसीलदार संदीप कुमार तथा इलेक्शन कानूनगो संजय शर्मा सहित
सुपरवाइजर तथा बूथ लेवल अधिकारी उपस्थित रहे।
एसडीएम ने बताया कि उपमंडल स्तरीय समारोह का आयोजन 25 जनवरी, 2023 को प्रातः 11 बजे स्थानीय मिनी सचिवालय में किया जाएगा। इस मौके पर उपस्थित लोगों विशेषकर 18 वर्ष की आयु पूरे कर चुके युवाओं को अपना वोट बनवाने सहित मतदान के दौरान शत प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित बनाने व अन्य लोगों को शत -प्रतिशत मतदान के प्रति प्रेरित करने की शपथ दिलाई जाएगी।
गुरसिमर ने बताया कि इस दिवस पर सभी मतदान केंद्रों पर भी कार्यक्रम आयोजित करने के साथ स्थानीय बीएलओ द्वारा लोगों को मतदान में भागीदारी सुनिश्चित बनाने की शपथ दिलाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन विभाग द्वारा बूथ लेवल अधिकारियों के माध्यम से मतदाता सूचियों को अपडेट किया जा रहा है। जिसके तहत नए पात्र मतदाताओं का पंजीकरण, स्थान परिवर्तित कर चुके एवम मृत मददाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने सहित अन्य सभी जरूरी जानकारी को दरुस्त किया जा रहा है।
गरूड़ा ऎप के माध्यम से दर्ज होंगें मतदाताओं के आधार नंबर:
उन्होंने बताया कि मतदाताओं के आधार नंबर को मतदाता सूची से जोड़ने के लिए गरूड़ा ऐप के माध्यम से दर्ज किया जा रहा है ताकि हर मतदाता की मतदाता सूची में दर्ज जानकारी का सही सत्यापन सुनिश्चित हो सके।
सचिव सूचना प्रौद्योगिकी डॉ. अभिषेक जैन ने कहा कि प्रदेश के लोगों को इस वर्ष के अंत तक 5जी इंटरनेट की सुविधा प्रदान की जाएगी। इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में यहां आयोजित टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं, सूचना प्रौद्योगिकी, दूर-संचार विभाग व हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड के अधिकारियों और डिजिटल आधारभूत संरचना प्रदाता संघ के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक के उपरांत यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के दूरदर्शी नेतृत्व में दूर-संचार क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की जा रही है। सरकार द्वारा इस सुविधा से वंचित गांवों, कम सिग्नल उपलब्धता वाले क्षेत्रों तथा जनजातीय क्षेत्रों में 5जी इंटरनेट सुविधा प्रदान करने के लिए दृढ़ प्रयास किए जा रहे हैं। दूर-संचार सेवा प्रदाताओं को हर संभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि 5जी इंटरनेट सुविधा के उपलब्ध होने से डेटा हस्तांतरण व क्षमता में भी आशातीत बढ़ोतरी होगी। इससे विकास कार्यों को भी नए आयाम प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति समय की मांग है और इससे कार्य करने की दक्षता में भी बढ़ोतरी होगी।
बैठक में उपस्थित विभिन्न सेवा प्रदाता कंपनियों ने आश्वस्त किया कि 5जी सुविधा के लिए आधारभूत ढांचे की स्थापना के दौरान पर्यावरण को कम से कम नुकसान और लोगों की सुविधा के दृष्टिगत सभी प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में यह सुझाव दिया गया कि सभी सेवा प्रदाता कंपनियों को समन्वय के साथ कार्य कर आधारभूत संरचना स्थापित करने का कार्य एक साथ करना चाहिए ताकि जमीन को बार-बार खोदना न पड़े।
सेवा प्रदाताओं ने 5जी से संबंधित राज्य की नीति में कुछ आवश्यक संशोधन करने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे उन्हें सुविधा प्रदान करने में आसानी होगी।
इस अवसर पर डिजिटल आधारभूत संरचना प्रदाता संघ तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। डिजिटल आधारभूत संरचना प्रदाताओं को केरल में उनकी पायलट परियोजना से संबंधित रिपोर्ट साझा करने के लिए भी कहा गया। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने 5जी सेवा से संबंधित विस्तृत प्रस्तुति भी दी।
विशेष सचिव सूचना प्रौद्योगिकी टी. एस. रवीश, लोक निर्माण, शहरी विकास, राजस्व, विद्युत बोर्ड के अधिकारी और विभिन्न सेवा प्रदाताओं के प्रतिनिधि भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
2020 बैच के आईएएस अधिकारी गुरसिमर सिंह ने आज वीरवार को एसडीएम नूरपुर के रूप में कार्यभार संभाल लिया । इससे पहले वह ज़िला ऊना में सहायक आयुक्त के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे।
उन्होंने अपना पदभार ग्रहण करने पर बताया कि राजस्व कार्यों का तेजी से निपटारा करने के साथ-साथ आम नागरिकों की समस्याओं व शिकायतों का त्वरित निपटारा एवम उनका स्थाई समाधान सुनिश्चित बनाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में विलम्ब सबसे बड़ी समस्या है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने विकास कार्यों में अनावश्यक देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए इन्हें तेजी के साथ निर्धारित समय अवधि में पूरा करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि उपमंडल में कानून-व्यवस्था को चाकचौबंद बनाने के साथ शहर में पार्किंग तथा सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा।
एसडीएम ने उपमंडल के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से भी टीम के रूप में सेवा तथा समर्पण की भावना से कार्य करने का आह्वान किया है ताकि कार्यों का शीघ्रता से निपटारा सुनिश्चित हो सके।
एकता और सौहार्द का संदेश देने के उद्देश्य से आरम्भ की भारत जोड़ो यात्रा- राहुल गांधी
भारत जोड़ो यात्रा दे रही है देश को एकजुट करने का संदेश: मुख्यमंत्री
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा के हिमाचल प्रदेश के इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के मानसर में प्रवेश पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मंत्रिमण्डल के सदस्यों और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भव्य स्वागत किया।
हिमाचल के सीमावर्ती गांव घटोटा में हिमाचल प्रदेश आगमन पर राहुल गांधी की उपस्थिति में पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राजा वारिंग ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह को तिरंगा सौंपा। भारत जोड़ो यात्रा कांगड़ा जिला के इन्दौरा क्षेत्र के मानसर टॉल प्लाजा से मलोट गांव तक लगभग 24 किलोमीटर पैदल यात्रा तय कर 19 जनवरी, 2023 को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी। हजारों लोगों एवं समर्थकों ने राहुल गांधी का प्रदेश में पहुंचने पर स्वागत किया और यात्रा में पूरे उत्साह एवं जोश से भाग लिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस 3570 किलोमीटर की यात्रा का नेतृत्व कर पार्टी कार्यकर्ताओं और आमजन में उमंग एवं नया जोश भर रहे हैं। यह यात्रा 7 सितम्बर, 2022 को तमिलनाडू के कन्याकुमारी से आरम्भ हुई और 30 जनवरी, 2023 को श्रीनगर में राष्ट्रीय ध्वजारोहण के साथ सम्पन्न होगी।
इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा आरम्भ करने का उद्देश्य देश में एकता और सौहार्द का संदेश देना है। उन्होंने कहा कि लगभग चार माह पूर्व कन्याकुमारी से शुरू की गई यह यात्रा भाजपा व आरएसएस की नफरत वाली विचारधारा के विरुद्ध है। इसके साथ-साथ यात्रा के माध्यम से सरकार को बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी के प्रति आगाह भी किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपनी सारी नीतियां कुछ उद्योगपति मित्रों को खुश करने के लिए बना रही है। चाहे नोटबंदी हो या फिर जीएसटी, केंद्र सरकार के फैसले मजदूर, गरीब व आम आदमी के हित में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार हर मंच पर विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। विपक्ष के नेताओं को संसद में बोलने का अवसर नहीं दिया जाता।
राहुल गांधी ने कहा कि पहले भारत जोड़ो यात्रा हिमाचल प्रदेश में प्रस्तावित नहीं थी, लेकिन हिमाचलवासियों के स्नेह के कारण यात्रा रूट में बदलाव किया गया। उन्होंने कहा कि इस यात्रा को पूरे देश में भरपूर समर्थन प्राप्त हुआ है तथा उन्हें भी काफी कुछ सीखने को मिला है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस की भारी जीत भ्रष्टाचार पर सच्चाई की जीत है और इसका श्रेय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के समर्पण और दृढ़ प्रयासों को जाता है। उन्होंने कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के माध्यम से समस्त हिमाचल कांग्रेस पार्टी द्वारा दिखाए गए एकता और अखण्डता के मार्ग का अनुसरण करेगा।
मुख्यमंत्री ने भारत जोड़ो यात्रा में हिमाचल प्रदेश को शामिल करने के लिए राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया और देवभूमि पधारने पर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सच को विचलित किया जा सकता है, लेकिन उसे पराजित नहीं किया जा सकता। अंत में जीत सच्चाई की होती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा से लोगों में देश की वास्तविक समस्याओं पर चर्चा शुरू हुई है।
कांग्रेस पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पार्टी के प्रतिज्ञा पत्र में दी गई गारंटियों को पूरा करने की शुरुआत कर दी है। प्रदेश मंत्रिमंडल ने अपनी पहली ही बैठक में ओपीएस बहाल करने को मंजूरी दे दी है। महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह तथा अन्य वायदों को पूरा करने की दिशा में भी सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश के लोगों से किया हर वायदा निभाएगी।
इसके उपरांत राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ प्राचीन शिव मंदिर काठगढ़ में पूजा-अर्चना की।
इस अवसर पर कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, सह-प्रभारी संजय दत्त, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. कर्नल धनी राम शांडिल, कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायकगण, पंजाब कांग्रेस के नेता, भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता तथा अन्य लोग उपस्थित रहे।
कृषि तथा पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि रेडक्रॉस सोसायटी का समाज में पीड़ित मानवता की सेवा में हमेशा योगदान रहता है। जरूरत और आपात स्थिति में मानवता की सेवा के लिए इसे उम्मीद और आशा की किरण के तौर पर पहचाना जाता है। यह विचार उन्होंने ज़िला प्रशासन द्वारा रेड क्रॉस सोसायटी के सौजन्य से आज मंगलवार को ज्वाली में आयोजित एकीकृत स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किये।। इस मौके पर स्वास्थ्य तथा आयुष विभाग द्वारा 400 लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के साथ निःशुल्क दवाईयां दी गईं।
चंद्र कुमार ने कहा कि कठिन समय में जब भी पीड़ित मानवता को सहायता की जरूरत होती है तो रेडक्रॉस सोसायटी उनके लिए एक सहारा बनकर खड़ी रहती है। उन्होंने कहा कि सेवा और सहयोग हमारी विरासत का हिस्सा है और हमारे संस्कार का महत्वपूर्ण अंग हैं। उन्होंने लोगों से पीड़ित मानवता की सेवा व सहयोग के लिए रेडक्रॉस की गतिविधियों से जुड़ने का आह्वान किया। कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार लोगों को घरद्वार के नजदीक आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए कृतसंकल्प है ताकि उन्हें बेहतर उपचार मिल सके।
कृषि मंत्री ने लोगों से खेतीबाड़ी तथा पशुपालन व्यवसाय से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि इन व्यवसायों से विमुख होने के कारण जहां हमारी दूसरे लोगों पर निर्भरता बढ़ रही है वहीं सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
इससे पहले, कृषि मंत्री ने स्वास्थ्य तथा आयुष विभाग, सामाजिक कल्याण विभाग, महिला एवम बाल विकास विभाग, ज़िला पुनर्वास केंद्र द्वारा विभागीय योजनाओं बारे लगाए गए स्टॉल सहित ओपीड़ी स्टॉल का भी अवलोकन किया।
सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली के विख्यात चिकित्सा विशेषज्ञ प्रोफेसर (कर्नल) सुरेन्द्र कुमार ने भी लोगों को शुगर तथा अन्य बीमारियों बारे महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने लोगों से अपने खानपान का ध्यान रखने के साथ नियमित चेकअप एवम व्यायाम का भी परामर्श दिया।
इस मौके पर एडीसी सौरव जस्सल ने भी अपने विचार व्यक्त किये तथा रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा समाज कल्याण के लिये चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों बारे जानकारी दी। इससे पहले, एसडीएम मोहिंद्र प्रताप सिंह ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा शिविर में पधारने पर आभार व्यक्त किया। इस मौके पर रक्तदान शिविर के साथ-साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा सभी बीमारियों की जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर में 52 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
इस मौके पर कृषि मंत्री ने रेडक्रॉस के सहयोग से 100 लाभार्थियों को जरूरी उपकरण व सामान वितरित किया। जिसमें व्हील चेयर, कान की मशीनें, सीपी चेयर, वाकिंग स्टिक, स्मार्ट केन, रोलेटर, कम्बल तथा हाइजिन किट प्रदान की।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त सौरव जस्सल, एसडीएम मोहिंद्र प्रताप सिंह, सीएमओ जीडी गुप्ता, सर गंगा राम अस्पताल, दिल्ली के विख्यात चिकित्सा विशेषज्ञ प्रोफेसर (कर्नल) सुरेन्द्र कुमार, रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव ओपी शर्मा, बीडीओ विनय चौहान, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चैन सिंह गुलेरिया, नगर पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष एबी पठानिया, स्वास्थ्य तथा आयुष विभाग के चिकित्सकों सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा स्थानीय लोग व पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित प्रदेश मंत्रिमंडल की प्रथम बैठक में कांग्रेस पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों में विश्वास जताने पर प्रदेश के लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया।
मंत्रिमंडल ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को उनके गतिशील और सशक्त नेतृत्व के लिए आभार व्यक्त किया जिसके फलस्वरूप प्रदेश में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में पार्टी को शानदार जीत हासिल हुई है।
मंत्रिमंडल ने कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र को सरकार के नीति दस्तावेज के रूप में अपनाने का भी निर्णय लिया और सभी संबंधित मंत्री व सचिव और विभागाध्यक्ष इसे अक्षरशः लागू करेंगे।
मंत्रिमंडल ने वर्तमान में परिभाषित अंशदायी पेंशन योजना जिसे एनपीएस भी कहा जाता है, के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों को ओपीएस प्रदान करने का निर्णय लिया। इस निर्णय से राज्य के लगभग 1.36 लाख एनपीएस कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
मंत्रिमंडल ने कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव के दौरान राज्य में एक लाख रोजगार के अवसर सृजित करने के वायदे को लागू करने की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक मंत्रिमंडलीय उप-समिति गठित करने का निर्णय लिया है।
मंत्रिमंडल ने 18 से 60 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को 1500 रुपये देने के कांग्रेस पार्टी के चुनावी वायदे के कार्यान्वयन की रूपरेखा तैयार करने के लिए एक मंत्रिमंडलीय उप-समिति गठित करने का निर्णय लिया।
राज्य सरकार अपने एन.पी.एस. कर्मचारियों को ओ.पी.एस. के लाभ प्रदान करेगी, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ के साथ ही प्रदेश की सेवा में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मान भी प्राप्त होगा। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गुरुवार को हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों को उनके सभी देय लाभ समय पर प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार के वित्तीय कुप्रबन्धन और अनावश्यक खर्चों के कारण आज प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपये के ऋण का भारी बोझ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की आर्थिकी को दोबारा पटड़ी पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी में राज्य सरकार को डीजल पर वैट में 3.01 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि के लिए मजबूर होना पड़ा।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व सरकार ने अपने कार्यकाल के अन्तिम दिनों में मात्र चुनावी लाभ के लिए प्रदेश में लगभग 900 संस्थान खोल दिए। यह सभी संस्थान एवं कार्यालय बिना किसी बजट प्रावधान के ही खोले गए। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों को कार्यशील करने के लिए प्रदेश सरकार को और 5 हजार करोड़ रुपये की आवश्यकता थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आगामी पांच वर्षों में ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने पर अपना विशेष ध्यान केन्द्रित करेगी, क्योंकि प्रदेश की 90 प्रतिशत से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आर्थिकी को दृढ़ता प्रदान करने के दृष्टिगत दुग्ध उत्पादकों से प्रतिदिन 10 लीटर दूध की खरीद करेगी, जिसमें गाय का दूध 80 रुपये प्रति लीटर तथा भैंस का दूध 100 रुपये प्रति लीटर की दर से क्रय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे न केवल ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ावा मिलेगा, अपितु किसान सामुदायिक स्तर पर जैविक खेती के लिए भी प्रोत्साहित होंगे।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने के उपरान्त उन्होंने सर्वप्रथम टूटीकंडी स्थित बालिका आश्रम का दौरा किया और आश्रमवासियों की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि ऐसे आश्रमों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं और राज्य सरकार ने इसके लिए 101 करोड़ रुपये के मुख्यमंत्री सुखाश्रय सहायता कोष के गठन का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि इस कोष के लिए उन्होंने अपना एक माह का वेतन दान किया है और सभी विधायकों से भी इसमें उदारतापूर्वक दान का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि इस निधि से अनाथ एवं निराश्रित लोगों को उच्च शिक्षा एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए धन की चिंता नहीं रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारी किसी भी सरकार की रीढ़ होते हैं। उन्हीं के कठिन परिश्रम और सहयोग से राज्य सरकार अपनी नीतियों और कार्यक्रमों को सही दिशा में क्रियान्वित कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के कर्मचारियों के साथ सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध बनाएगी तथा कर्मचारियों की सभी मांगों और सुझावों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार आम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने तथा उन्हें सुशासन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य के कर्मचारियों के सक्रिय एवं रचनात्मक सहयोग की अत्यन्त आवश्यकता है।
हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बॉबी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें कर्मचारियों की विभिन्न मांगों एवं मुद्दों से अवगत करवाया। उन्होंने मुख्यमंत्री को राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कर्मचारियों की ओर से पूर्ण सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, भोरंज के विधायक सुरेश कुमार, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा तथा हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारी संघ के विभिन्न पदाधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जम्मू-कश्मीर के माछिल सैक्टर में 14 डोगरा रेजीमेंट के तीन जवानों की शहादत पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। इनमें से दो जवान हिमाचल प्रदेश के रहने वाले थे।
जिला एवं तहसील हमीरपुर के गांव तलासी खुर्द के जवान अमित शर्मा (23) पुत्र विजय कुमार तथा ऊना जिला की धनारी तहसील के मंडवारा गांव के हवलदार अमरीक सिंह (39) जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिला के माछिल सैक्टर में तैनात थे और मंगलवार देर रात को अग्रिम क्षेत्र में नियमित गश्त के दौरान उनका वाहन गहरी खाई में गिर गया।
मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। उन्होंने प्रदेश सरकार की ओर से शहीदों के परिवार के सदस्यों को संकट की इस घड़ी में हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
उन्होंने दुर्घटना में शहीद जम्मू के मजुआ उत्तमी गांव के नायब सूबेदार पुरूषोत्तम कुमार की शहादत पर भी गहरा दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की है।
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी शहीद हुए इन जवानों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की। अपने शोक संदेश में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सेना के जवानों एवं भूतपूर्व सैनिकों की सेवाओं का हमेशा सम्मान करती है और राष्ट्र के प्रति उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
बाल विकास परियोजना अधिकारी नूरपुर ने उपमंडल के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों में आंगनवाड़ी सहायिका के 14 खाली पदों को भरने के लिए महिला उम्मीदवारों से 30 जनवरी, 2023 तक आवेदन आमंत्रित किये हैं।
बाल विकास परियोजना अधिकारी रमेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर परिषद के तहत आंगनबाड़ी केंद्र नूरपुर-तीन, जाच्छ पंचायत के वार्ड-दो तथा छः, भुगनाड़ा पंचायत के भुगनाड़ा-एक, पुंदर पंचायत के तहत जौंटा-एक, मिलख के क्योड़धारियां, हटली जम्बाला, छत्तरोली, पंजाहड़ा के ट्यूकर, धनेटी घारलां के भटोली, थोड़ा के गलोड़, ठेहड़-एक, नागनी के कुखेड़ तथा लोहारपुरा के नेरा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पद को साक्षात्कार के माध्यम से भरा जाएगा।
संबंधित पंचायत के वार्ड की इच्छुक पात्र महिला उम्मीदवार सादे कागज पर अपने आवेदन पत्र 30 जनवरी, 2023 सायं 5 बजे तक सभी प्रमाण पत्रों की सत्यापित प्रतियों सहित बाल विकास परियोजना,नूरपुर के कार्यालय में जमा करवा सकती हैं। आवेदन पत्र में अपना या परिवार के सदस्य का फोन नंबर लिखना जरूरी है। इन पदों के लिए पात्र अभ्यर्थियों को साक्षात्कार की निर्धारित तिथि बारे बाद में सूचित कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस पद के लिए उम्मीदवार की आयु 21 से 45 वर्ष होनी चाहिए। आंगनबाड़ी सहायिका के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास होना अनिवार्य है। उनकी परिवार की वार्षिक आय समस्त स्त्रोतों से 35 हज़ार रुपए से कम होनी चाहिए। इन पदों के बारे में कोई भी आवेदक या व्यक्ति अधिक जानकारी के लिए अपनी सम्बंधित पंचायत के अलावा बाल विकास परियोजना अधिकारी, नूरपुर के कार्यालय, कमरा नंबर 309, मिनी सचिवालय अथवा उनके दूरभाष नंबर 01893-221173 पर संपर्क कर सकता है।
फोर लेन परियोजना की जद में आने वाले 750 भवनों का मिलेगा 148 करोड़ रुपए मुआवजा
अब तक 72 करोड़ रुपए जारी....शेष राशि का शीघ्र होगा भुगतान : अनिल भारद्वाज
एसडीएम अनिल भारद्वाज ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा फोरलेन परियोजना के तहत कंडवाल से भेड़खड्ड तक सड़क निर्माण की जद में आने वाले 750 भवनों के पहले चरण के मुआवजे का आंकलन कार्य पूरा कर लिया गया है। जिस पर 148 करोड़ रूपये की मुआवजा राशि संबन्धित मालिकों को जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक नूरपुर प्रशासन द्वारा इसकी जद में आने वाले 346 भवनों के लिए 72 करोड़ रूपये की राशि प्रभावित मालिकों के खाते में भेजी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त 13 भवनों के भुगतान हेतु लगभग 6 करोड़ 8 लाख रूपये की मुआवजा राशि के भुगतान की स्वीकृति राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से प्राप्त हो चुकी है जिसे एक सप्ताह के भीतर संबन्धित लोगों के खाते में भेज दिया जाएगा।
एसडीएम ने बताया कि प्रशासन द्वारा निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए शेष भवनों की मुआवजा राशि के शीघ्र भुगतान हेतु विशेष पग उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा मुआवजा राशि के भुगतान की प्रक्रिया में किए गए कुछ बदलाव के पश्चात नए निर्देशों के तहत अब भुगतान को भूमि राशि पोर्टल के माध्यम से सुनिश्चित बनाया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ मामलों में भू-मालिकों के राजस्व रिकार्ड में त्रुटियां पाए जाने के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा ऐसे मामलों पर आपति दर्ज की जा रही है जिस कारण भुगतान में विलम्ब हो रहा है। ऐसे मामलों को शीघ्र निपटारे के लिए विभाग द्वारा विशेष पग उठाए जा रहे है।
राज्यपाल ने प्रदेश मंत्रिमंडल के सात सदस्यों को शपथ दिलाई
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज यहां राजभवन में आयोजित एक गरिमापूर्ण समारोह में राज्य मंत्रिमंडल के नवनियुक्त सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कार्यवाही का संचालन किया।
सोलन विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, कांगड़ा जिला के जवाली विधानसभा क्षेत्र से चुने गए प्रो. चंद्र कुमार, सिरमौर जिला के शिलाई विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हर्ष वर्धन चौहान, किन्नौर विधानसभा क्षेत्र से चुने जगत सिंह नेगी, शिमला जिला के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित रोहित ठाकुर, कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित अनिरुद्ध सिंह तथा शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से चुने गए विक्रमादित्य सिंह ने बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ ग्रहण की।
मंत्रिमंडल में शिमला जिला से तीन तथा कांगड़ा, सोलन, सिरमौर और किन्नौर से एक-एक मंत्री शामिल किए गए हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, हिमाचल कांग्रेस के सह-प्रभारी तजिंद्र सिंह बिट्टू, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, विधायकगण, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी गोपाल शर्मा और वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
8 जनवरी, 2023 को नियुक्त हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्यों का जीवन-परिचय
डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल:
इनका जन्म सोलन जिला की कंडाघाट तहसील के बशील गांव में स्वर्गीय श्री नारायणू राम शांडिल के घर 20 अक्तूबर 1940 को हुआ। इन्होंने एमए, एमफिल एवं पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। इनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। यह राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रहे हैं।
इन्होंने सशस्त्र बलों में वर्ष 1962-1996 तक अपनी सेवाएं प्रदान कीं और कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए।
वर्ष 1999 में यह हिमाचल विकास कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में 13वीं लोकसभा के लिए बतौर सांसद चुने गए। वर्ष 2004 में यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में 14वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए।
अप्रैल 2011 से सितंबर 2013 तक यह मिजोरम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी और कांग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य रहे।
दिसंबर 2012 मेें यह हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए और 25 दिसंबर 2012 से 21 दिसंबर 2017 तक इन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के रूप में कार्य किया। दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह दूसरी बार चुने गए और कल्याण, लोक प्रशासन एवं आचार नीति समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए।
चंद्र कुमार:
इनका जन्म 8 मई, 1944 को कांगड़ा जिला की जवाली तहसील के धन गांव में स्वर्गीय श्री बेली राम के घर हुआ। इन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से एम.ए., एम.एड. और एल.एल.बी. की उपाधि प्राप्त की है। इनका विवाह श्रीमती कृष्णा देवी से 2 मार्च 1976 को हुआ। इनका एक बेटा और एक बेटी हैं। यह एक कृषक भी हैं।
यह समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और दूरदराज के लोगों की शिकायतों के निवारण में समर्पित रहे हैं। इन्होंने पूर्ण राज्यत्व के संघर्ष में सक्रिय रूप से भाग लिया। वर्ष 1968 में इन्होंने एक शिक्षक के रूप में कार्य प्रारंभ किया। बाद में यह सरकारी सेवाओं से त्याग-पत्र देकर सक्रिय राजनीति में शामिल हुए। राज्य युवा कांग्रेस के सक्रिय सदस्य के रूप में इन्होंने शिमला के भट्ठा कुफर (संजय वन) में वृहद् पौधरोपण अभियान में भाग लिया। इन्होंने वर्ष 1978 से 1982 तक शिमला के प्रतिष्ठित सेंट बीड्ज कॉलेज में भूगोल विषय में शिक्षा भी प्रदान की। वर्ष 1981 में इन्होंने नई दिल्ली में आयोजित शिक्षा पर राष्ट्रीय अधिवेशन में बतौर संयुक्त संयोजक के रूप में राज्य का प्रतिनिधित्व किया।
वर्ष 1977 में राज्य विधानसभा के लिए चुनाव लड़ा, वर्ष 1982 और 1985 में यह राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए, 1990 में पुनः चुनाव लड़ा। इसके उपरांत वर्ष 1993, 1998 और 2003 में पुनः विधायक चुने गए।
वर्ष 1982-85 तक हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष रहे। 14 अप्रैल 1984 से मार्च 1985 तक यह स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा और सूचना एवं जन संपर्क विभाग के उप-मंत्री रहे। मार्च 1985 से 1989 तक यह वन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे। वर्ष 1989 से 1990 तक यह कृषि और कला, भाषा एवं संस्कृति तथा मत्स्य पालन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे। इन्होंने वर्ष 1993 से 1998 तक सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। इसके अतिरिक्त यह वन मंत्री भी रहे।
यह कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से वर्ष 2004 से 2009 तक सांसद रहे। 14वीं विधानसभा के लिए दिसंबर 2022 में यह पुनः विधायक चुने गए।
हर्ष वर्धन चौहान:
इनका जन्म सिरमौर जिला के नाहन में स्वर्गीय श्री गुमान सिंह चौहान (पूर्व मंत्री) के घर 14 सितंबर 1964 को हुआ। इन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिमला के सेंट एडवर्ड्स स्कूल से प्राप्त की और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से बी.ए.एल.एल.बी. की उपाधि प्राप्त की। इनका विवाह श्रीमती कल्पना चौहान से हुआ है। इनकी एक बेटी है।
यह महाविद्यालय काल से ही एनएसयूआई के साथ जुड़ गए और महाविद्यालय केंद्रीय छात्र संघ के सदस्य रहे। वर्ष 1986 से 1988 तक यह युवा कांग्रेस शिलाई के महासचिव चुने गए। वर्ष 1990-96 तक जिला सिरमौर कांग्रेस समिति के महासचिव रहे। वर्ष 1997 में राज्य कांग्रेस समिति के संयुक्त सचिव बने। यह वर्ष 2008-12 तक जिला कांग्रेस समिति सिरमौर के अध्यक्ष रहे तथा वर्ष 2003-07 तक कांग्रेस संसदीय दल के महासचिव रहे और वर्ष 2005-08 व 2013-18 तक हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव रहे।
वर्ष 1993 में यह राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। इसके उपरांत वर्ष 1998, 2003 और 2007 में लगातार पुनः विधायक बने। वर्ष 1995-97 तक यह राज्य सामान्य उद्योग निगम के उपाध्यक्ष रहे। वर्ष 1994-97 तक हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के सदस्य रहे। वर्ष 1994-96 तक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला की कार्यकारी परिषद् के सदस्य रहे। वर्ष 1995-97 तक हिमाचल प्रदेश राज्य युवा बोर्ड के सदस्य रहे। इसके अतिरिक्त डॉ. वाई.एस. परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी (सोलन) के सीनेट में सदस्य रहे।
यह 18 अप्रैल से 18 अगस्त 2005 तक राज्य सरकार में मुख्य संसदीय सचिव रहे। इसके अतिरिक्त वर्ष 2005-07 एवं 2008-12 तक यह प्राक्कलन समिति, सामान्य विकास समिति तथा याचिका समिति के अध्यक्ष भी रहे। इसी अवधि में यह विधानसभा की अन्य समितियों के सदस्य भी रहे। वर्ष 2013-17 तक यह राज्य स्तरीय संसाधन संघटन एवं रोजगार सृजन समिति के अध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) रहे।
वर्ष 2017 में यह 13वीं विधानसभा के लिए पांचवीं बार निर्वाचित हुए। इस दौरान यह लोक लेखा, पुस्तकालय एवं सुख-साधन एवं विशेषाधिकार समितियों के सदस्य भी रहे। दिसंबर 2022 में यह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए।
जगत सिंह नेगी:
पूर्व विधायक हिमाचल प्रदेश विधानसभा श्री ज्ञान सिंह नेगी के सुपुत्र जगत सिंह नेगी का जन्म 2 फरवरी, 1957 को किन्नौर जिला के कल्पा में हुआ। उन्होंने बी.ए.एल.एल.बी. की शिक्षा डी.ए.वी. महाविद्यालय चण्डीगढ़ तथा पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ से ग्रहण की है। उनका विवाह 01 जुलाई, 1982 को श्रीमती सुशीला नेगी से हुआ। उनका एक सुपुत्र और एक सुपुत्री है।
वह वर्ष 1980 से 1995 तक जिला सेब एवं सब्जी उत्पादक संघ किन्नौर के संस्थापक अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 1980 से 1995 तक जिला बार संघ किन्नौर के अध्यक्ष तथा जिला युवा कांग्रेस कमेटी किन्नौर के अध्यक्ष भी रहे हैं। वह वर्ष 1996 से 2011 तक जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं। वह वर्ष 1996 और 2005 से 2009 तक हिमाचल प्रदेश फुटबाल संघ के उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष रहे हैं। वह वर्ष 1987 से 1992 तक पंचायत समिति पूह के अध्यक्ष तथा 1996 से 1997 तक हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास निगम के उपाध्यक्ष रहे हैं।
जगत सिंह नेगी 27 मई, 1995 को विधानसभा उप-चुनाव में विधायक निर्वाचित हुए। वह जून, 2003 तथा 2012 में पुनः विधायक पद पर निर्वाचित हुए। वह 18 अप्रैल, 2005 से 18 अगस्त, 2005 तक संसदीय सचिव रहे। जनवरी 2013 से मार्च 2013 तक अधीनस्थ विधायन समिति के अध्यक्ष तथा 12 मार्च, 2013 से 21 दिसम्बर, 2017 तक हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष रहे।
दिसम्बर, 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए तथा प्राक्कलन एवं सामान्य विकास समिति के सदस्य रहे तथा कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक भी रहे। वह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए।
रोहित ठाकुर:
स्वर्गीय श्री जगदीश चन्द्र के सुपुत्र रोहित ठाकुर का जन्म 14 अगस्त, 1974 को जिला शिमला में हुआ। उन्होंने राजनीतिक विज्ञान बी. ए. ऑनर्स की उपाधि प्राप्त की है। उनका विवाह श्रीमती प्रतिभा से हुआ। उनका एक सुपुत्र व दो सुपुत्रियां हैं।
वह हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर राम लाल के पौत्र हैं। वह वर्ष 2000 से 2004 तक प्रदेश युवा कांग्रेस राज्य समिति के सदस्य रहे तथा वर्ष 2002 से जुब्बल कोटखाई से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं। वह वर्ष 2008 से 2011 तक हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव भी रहे हैं। वह वर्ष 2003 तथा 2012 में राज्य विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। मई, 2013 से दिसम्बर, 2017 तक मुख्य संसदीय सचिव रहे। 30 अक्तूबर, 2021 को विधानसभा उप-चुनाव में पुनः विधायक पद पर निर्वाचित हुए।
श्री रोहित ठाकुर दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
अनिरुद्ध सिंह:
स्वर्गीय श्री त्रिविक्रम सिंह के सुपुत्र अनिरुद्ध सिंह का जन्म 27 जनवरी, 1977 को शिमला में हुआ। उन्होंने स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की है। उनका विवाह श्रीमती चेतना सिंह से हुआ। उनका एक सुपुत्र और एक सुपुत्री है।
वह राज्य युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष, भारतीय युवा कांग्रेस के राज्य महासचिव, राज्य एवं शिमला लोकसभा क्षेत्र पी.वाई.सी. के उपाध्यक्ष रहे हैं। आई.वाई.सी. के राष्ट्रीय समन्वयक, वर्ष 2005 तथा 2010 में चमयाणा वार्ड से जिला परिषद् के सदस्य और 27 जनवरी, 2011 से जनवरी, 2013 तक जिला परिषद शिमला के अध्यक्ष रहे हैं।
अनिरुद्ध सिंह दिसम्बर, 2012 में 12वीं विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए तथा वर्ष 2013 से 2017 तक सार्वजनिक उपक्रम, अधीनस्थ विधायन एवं नियम समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2017 में पुनः विधायक के रूप में निर्वाचित हुए तथा सार्वजनिक उपक्रम, अधीनस्थ विधायन एवं नियम समितियों के सदस्य रहे। वह दिसम्बर, 2022 में पुनः 14वीं राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए।
विक्रमादित्य सिंह:
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय श्री वीरभद्र सिंह के सुपुत्र विक्रमादित्य सिंह का जन्म 17 अक्तूबर, 1989 को शिमला में हुआ। उन्होंने इतिहास में स्नातक उपाधि सेंट स्टीफनज महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय से प्राप्त की। वह वर्ष 2013 से 2018 तक हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे हैं।
वह दिसम्बर, 2017 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा सार्वजनिक उपक्रम समिति व ई-गवर्नेंस एवं सामान्य प्रायोजन समिति के सदस्य रहे।
विक्रमादित्य सिंह दिसम्बर, 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक पद पर निर्वाचित हुए।