Friday, February 24, 2023

मीडिया समाज के लिए आईना : एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 24 फरवरी:
जनहित से जुड़े मुद्दों को सरकार और प्रशासन के ध्यान में लाने में मीडिया समाज के लिए एक आईने के रूप में काम करता है। यह विचार एसडीएम नूरपुर गुरसिमर सिंह ने प्रेस क्लब जसूर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए व्यक्त किए।
गुरसिमर सिंह ने कहा कि मीडिया सरकार और जनता के बीच सेतु के रूप में भी कार्य करता है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं और नीतियों को आम आदमी तक पहुंचाने में मीडिया की अहम भूमिका रहती है।
उन्होंने प्रेस क्लब के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जनहित के मुद्दों को प्रशासन के समक्ष उठाने में उनका विशेष सहयोग रहता है।
उन्होंने कहा कि जरूरतमंद की सहायता और समाजसेवा हमारे जीवन का अहम हिस्सा है। लेकिन सच्चे मन और निःस्वार्थ भाव से की गई सेवा ही सही मायनों में असली सेवा है। उन्होंने बेसहारा पशुओं की पूरी तन्मयता से सेवा करने व समाज के अन्य लोगों को गौवंश की सेवा के प्रति जागरूक व प्रेरित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए गौ रक्षा दल नूरपुर की जहां प्रशंसा की व प्रशासन को सहयोग करने के लिए भी उनका धन्यवाद किया। उन्होंने बेसहारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन की तरफ से हर सम्भव सहयोग का भी भरोसा दिया। उन्होंने आर्य समाज संस्था, नूरपुर के प्रधान व सदस्यों की समाजसेवा के कार्यों में दिए जा रहे बहुमूल्य योगदान की भी सराहना की।
इस मौके पर एसडीएम ने आर्य समाज संस्था नूरपुर के अध्यक्ष सीपी महाजन, रिटायर्ड प्रिंसिपल अविनाश गुप्ता, गौ रक्षा दल नूरपुर के संयोजक अर्पण चावला को समाज सेवा में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इससे पहले प्रेस क्लब के सदस्यों ने एसडीएम तथा विशेष अथितियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश भारती, उपप्रधान संजीव महाजन, नगर परिषद नूरपुर के अध्यक्ष अशोक शर्मा, आर्य समाज संस्था नूरपुर के अध्यक्ष सीपी महाजन, रिटायर्ड प्रिंसिपल अविनाश गुप्ता, गौ रक्षा दल नूरपुर के संयोजक अर्पण चावला, मानवाधिकार लोक बॉडी के अध्यक्ष राजेश पठानिया, जसूर व्यापार मंडल के प्रधान राजू महाजन, पंचायत सदस्य रवि नैयर, समाजसेवी तरसेम शर्मा व रिशु ओवराय व धीरज अंटू सहित प्रेस क्लब के सदस्य व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Wednesday, February 22, 2023

जानिए: 10 गारंटियों के बारे में क्या बोले कृषि मंत्री प्रो. चन्द्र कुमार

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 22 फरवरी:  
कृषि मंत्री ने उन्हें विधायक चुनने तथा प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाने के लिए लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि देश में आज़ादी से लेकर आज तक हुई तरक्की और खुशहाली का मुख्य श्रेय कांग्रेस पार्टी को जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने गांवों के विकास और यहां के लोगों को सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवा कर विकास की नई इबारत लिखी है।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश देवभूमि होने के साथ वीरों और शूरवीरों की धरती है। यहां के वीरों का देश की रक्षा और सुरक्षा में विशेष योगदान रहा है। कांग्रेस पार्टी अपने देशभक्तों तथा सैनिकों के प्रति हमेशा आदर-सम्मान की भावना रखती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने चुनाव से पहले जनता को जो 10 गारंटियां दी है। उन्हें चरणबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल कर दिया है। जबकि पात्र महिलाओं को प्रतिमाह 1500 रुपए शीघ्र प्रदान करने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त बेरोजगार युवाओं को नौकरी प्रदान करने के लिए सब कमेटी गठित कर दी गई तथा विभागों में रिक्त पड़े पदों की विस्तृत रिपोर्ट मंगवाई गई है। ताकि बेरोजगार युवाओं को योग्यता के अनुसार रोजगार प्रदान करने की प्रक्रिया आरम्भ हो सके।
कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि तथा पशुपालन व्यवसाय को लाभकारी बनाने के लिए किसानों को संसाधन और व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रदेश सरकार विशेष कार्ययोजना तैयार कर रही है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन व्यवसायों से जोड़ कर ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेतीबाड़ी में रसायनिक खादों तथा कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग से मुक्ति दिलाने के लिए प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है।
पशुपालन मंत्री ने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या से आज किसानों के साथ-साथ अन्य लोग भी परेशान हैं। लेकिन यह समस्या समाज द्धारा खुद उत्पन्न की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार इस समस्या से निजात दिलाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की दिशा में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा की कृषि तथा पशुपालन एक दूसरे के पूरक हैं तथा बिना पशुधन प्राकृतिक खेती की परिकल्पना नही की जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गौवंश के पालन और उत्तम खेती के लिए सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है, लेकिन इनके संरक्षण और संवर्धन की जिम्मेदारी समाज की भी उतनी ही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों को पशुपालन व्यवसाय की ओर आकर्षित करने तथा आय को बढ़ाने के लिये गाय का दूध 80 रुपए प्रति लीटर तथा भैंस का दूध 100 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदने का निर्णय लिया है।
प्रो0 चंद्र कुमार ने कहा कि कृषि व्यवसाय को लाभप्रद बनाने के लिए आधुनिक तकनीक और पारम्परिक ज्ञान के मिश्रण की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कृषि विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को ‘चलो गांव की ओर’ का नारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग से जुड़े अधिकारी और वैज्ञानिक खेत खलिहान में जाकर किसानों की समस्याओं को जानकर उनका हल ढूंढे ।
उन्होंने कृषि अधिकारियों से कहा कि वे प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिये अधिक से अधिक लोगों को जागरूक व प्रेरित करें। उन्होंने अधिकारियों से कृषि योजनाओं को धरातल पर उतारने का आह्वान किया, ताकि किसानों को कृषि तकनीकों बारे सही व उपयोगी जानकारी घर-द्वार के पास मिल सके।
उन्होंने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा रखी गई मांगों को जहां पूरा करने का भरोसा दिया वहीं इसके लिए समुचित धनराशि उपलब्ध करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां की अधिकतर नई सड़कों के निर्माण को विधायक प्राथमिकता में शामिल किया गया है।
कृषि मंत्री ने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों को पेयजल की समस्या वाले क्षेत्रों में पेयजल की सुचारू व्यवस्था बनाने के साथ सभी जलापूर्ति स्कीमों का निरीक्षण करने व बंद पड़े हैंडपम्प तथा ट्यूबवेल को शीघ्र क्रियाशील बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को क्षेत्र की सड़कों के बेहतर रखरखाब तथा शीघ्र उन्हें ठीक करने के भी निर्देश दिए।
कृषि मंत्री ने इस अवसर पर जनसमस्याएं भी सुनीं तथा संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र हल करने के निर्देश दिए। ताकि लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं घर-द्वार के नजदीक उपलब्ध हो सकें।
इस अवसर पर एसडीएम मोहिंद्र प्रताप सिंह, बीडीओ विनय चौहान, उपमंडलीय भू-सरंक्षण अधिकारी राकेश पटियाल, जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता अजय शर्मा, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता रवि भूषण, तहसील कल्याण अधिकारी विपुल कुमार, नगर पंचायत उपाध्यक्ष एवी पठानिया, ज़िला कांग्रेस उपाध्यक्ष वशीर मोहम्मद, राजीव गांधी पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मनमोहन सिंह, नढ़ोली के बीडीसी सदस्य सुरेंद्र कुमार, पंचायत की प्रधान वीना देवी, दुराना पंचायत के उपप्रधान साधु राम, कांग्रेस नेता मनु शर्मा, लक्की, वकील सिंह, चुनी लाल, करनैल सिंह, वरिन्द्र कौशल, विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

Tuesday, February 21, 2023

जल सरंक्षण के प्रति सजग और संवेदनशील बनना जरूरी: गुरसिमर सिंह

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 21 फरवरी:

जल सरंक्षण के प्रति सजग और संवेदनशील बनना जरूरी: गुरसिमर सिंह

उद्यान विभाग द्वारा जाच्छ में बागवानों के लिए दो दिवसीय शिविर आयोजित

उद्यान विभाग द्वारा फल सन्तति एवम प्रदर्शन केंद्र, जाच्छ में नूरपुर विकास खंड के बागवानों के लिए सूक्ष्म सिंचाई व्यवस्था पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसके समापन अवसर पर एसडीएम गुरसिमर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 60 किसानों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी किसानी और बागवानी के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए अपने खेतों में सिंचाई के लिए अधिकतर पानी की आवश्यकता रहती है। लेकिन कई क्षेत्रों में जल का गिरता भू-स्तर एक गंभीर चिंता का विषय है। जिसके सरंक्षण के प्रति हमें सजग और संवेदनशील बनना बेहद जरूरी है। उन्होंने किसानों से अधिक पैदावार तथा पानी को बचाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें वर्षा जल की हर बूँद को सहेज कर रखना होगा। जल सरंक्षण से न केवल भूजल के स्तर में आवश्यक सुधार होगा, बल्कि कम पानी वाले क्षेत्रों में लोगों को पानी उपलब्ध हो सकेगा।
इस अवसर पर विषयवाद विशेषज्ञ डॉ हितेंद्र पटियाल ने एसडीएम का कार्यशाला में पधारने पर स्वागत किया। इस मौके पर प्रभारी पीसीडीओ जाच्छ सुभाष डोगरा, उद्यान विकास अधिकारी मनोहर लाल और बागवानी कर्मचारी उपस्थित रहे।

Sunday, February 19, 2023

क्रिकेट: रोमांचक मुकाबले में नगरोटा सूरियां ने मारी बाजी

राकेश शर्मा (जसूर) 19 फरवरी: 
विकास खंड नूरपुर की पंचायत कमनाला में महादेव क्लब मठोली के सौजन्य से 'नशा छोड़ो क्रिकेट खेलो' मेघा क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से 32 टीमों ने भाग लिया। रविवार को नगरोटा सूरिया और चुबाड़ी के बीच फ़ाइनल मुकाबले में कांटे की टक्कर हुईl फाइनल मेंनगरोटा सूरिया ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवरों में 148 रनों का लक्ष्य रखा जिसका पीछा करते हुए चुबाड़ी की टीम 146 रन पर सिमट गई और नगरोटा सूरियां की टीम ने रोमांचक मुकाबले में जीत हासिल की।  
प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष विक्रम पठानिया बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए। उन्होंने विजेता टीम को 41 हजार और ट्राफी तथा उपविजेता टीम को 21 हजार और ट्राफी देकर पुरस्कृत किया। प्रतियोगिता में मैंन आफ़ द मैच के तौर पर दीपक पठानिया जबकि मेन आफ़ द सीरिज में रजत ने बाज़ी मारी। इस मौके पर मुख्यातिथि विक्रम पठानिया ने इतनी बड़ी प्रतियोगिता का आयोजन करने के लिए क्लब के सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि क्लब समय समय पर ऐसे कई आयोजन कर रहा है जिससे क्षेत्र के युवाओं को खेलों से जुड़ने की प्रेरणा मिल रही है। 
उन्होंने युवा वर्ग से आह्वान किया कि वे नशे से दूर रहकर गुणात्मक शिक्षा के साथ साथ खेलों में बढ़ चढ़ कर भाग लें। युवा अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें क्योंकि स्वस्थ् तन और मन से ही युवा अपनी मंजिल हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के लिए उनका युवा वर्ग को भविष्य में भी हर सम्भव सहयोग जारी रहेगा। 
इस मौके पर क्लब के सदस्य विक्रम विक्की, विनोद पठानिया, सुमित, हनी जरीयाल, गणेश, अजय सचिन, शुभम, नरोत्तम, विनय, विराट तथा रविंद्र के साथ साथ दोनों टीमों के खिलाड़ी भी मौजूद रहे।
उन्होंने युवा वर्ग से आह्वान किया कि वे नशे से दूर रहकर गुणात्मक शिक्षा के साथ साथ खेलों में बढ़ चढ़ कर भाग लें। युवा अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहें क्योंकि स्वस्थ् तन और मन से ही युवा अपनी मंजिल हासिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के लिए उनका युवा वर्ग को भविष्य में भी हर सम्भव सहयोग जारी रहेगा। 
इस मौके पर क्लब के सदस्य विक्रम विक्की, विनोद पठानिया, सुमित, हनी जरीयाल, गणेश, अजय सचिन, शुभम, नरोत्तम, विनय, विराट तथा रविंद्र के साथ साथ दोनों टीमों के खिलाड़ी भी मौजूद रहे।

पौंग डैम जलाशय में शुरू की जाएंगी जल क्रीड़ा गतिविधियां: चंद्र कुमार

राकेश शर्मा (जसूर) 19 फरवरी:

कृषि एवम पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने कहा है कि पौंग झील में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं तथा प्रदेश सरकार पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इस क्षेत्र में शीघ्र ही जल क्रीड़ा गतिविधियां आरम्भ करने के लिए प्रयासरत है। यह विचार उन्होंने आज रविवार को ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के खब्बल तथा वरियाल पंचायतों में कृषि मंत्री बनने पर उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रमों में बोलते हुए व्यक्त किये ।
उन्होंने कहा कि पौंग डैम में पर्यटन गतिविधियों को विकसित करने के लिए केंद्र सरकार से परियोजना मंजूर हो चुकी है। जिससे इस क्षेत्र को विकसित कर विश्व के पर्यटन मानचित्र पर लाकर इस और पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जल क्रीड़ा गतिविधियां बढ़ाने के साथ ट्रेनिंग कैम्प लगाने के लिए सुविधाएं बढ़ाकर स्थानीय लोगों को भी इस और आकर्षित किया जाएगा ताकि स्थानीय युवा भी जल क्रीड़ा के गुर सीख कर आगे बढ़ सकें।


उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा ज़िले को प्रदेश का पर्यटन हब बनाने के लिए दृढ़ता से कार्य कर रही है ताकि पर्यटन राजधानी के रूप में ज़िले को पहचान दिलाई जा सके।
कृषि मंत्री ने कहा कि क्षेत्र के किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सुखाहार नहर का लंबित कार्य शीघ्र शुरू करने के लिए वे प्रयासरत हैं। इसके अतिरिक्त गज तथा देहर खड्ड पर बनने वाले पुलों के कार्य को शीघ्र ही शुरू करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। जिससे ज्वाली तथा नगरोटा सूरियां क्षेत्र के लोगों को आने-जाने में दूरी कम होने के साथ समय की बचत होगी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सड़कों, पुलों, पेयजल, बिजली तथा स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत बनाने के लिए सभी विभागों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सत्ता सुख के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आई है और इसमें सबका सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि पारदर्शी, निष्पक्ष व जवाबदेह प्रशासन प्रदान करना ही प्रदेश सरकार का ध्येय है।
कृषि मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की आर्थिकी को मजबूत बनाने के लिए कृषि तथा पशुपालन व्यवसाय से जोड़ने के लिए विभाग मिल कर नई-नई कार्य योजनाओं को तैयार कर रहे हैं, ताकि इन व्यवसायों से विमुख हो चुके लोगों को दोबारा जोड़ा जा सके। इसके साथ प्रदेश सरकार ग्रामीण आर्थिकी को मजबूत बनाने तथा किसानों को खेतीबाड़ी से जोड़कर उनकी आय को बढ़ाने के लिए जहां उन्हें हर सम्भव सहयोग देगी उनसे गाय का दूध 80 रुपये तथा भैंस का दूध 100 रुपये प्रति लीटर की दर से खरीदेगी।
कृषि मंत्री ने इस दौरान जनसमस्याओं को सुना तथा अधिकतर का मौके पर निपटारा कर दिया। जबकि शेष समस्याओं के शीघ्र हल करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस मौके पर स्थानीय प्रतिनिधिओं द्वारा कृषि मंत्री को शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
खब्बल पंचायत की प्रधान रिम्पल कुमारी, उपप्रधान अशोक कुमार, नगरोटा सूरियां के प्रधान राज शहरिया, वरियाल पंचायत प्रधान गुरदयाल सिंह, उपप्रधान कवि गुलेरिया, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रघुवीर सिंह, शमशेर सिंह,एक्स कैप्टन मोहिंद्र सिंह, ओम प्रकाश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, स्थानीय नेता व पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

HRTC में ड्राइवर के पदों पर निकली भर्ती, 10वीं पास करें आवेदन

\

Friday, February 17, 2023

शिवरात्रि पर बम-बम भोले के जयकारों से गूंज उठता है काठगढ़ मंदिर.......उमड़ता है श्रद्धा का सैलाब

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल)
हिमालय के ऑंचल में बसा हिमाचल प्रदेश अपनी अलौकिक एवं मनोहारी धरती के कारण आदिकाल से ही देवी-देवताओं की प्रिय तपस्थली रहा है। इसी देव संस्कृति की वजह से हिमाचल को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है। देवभूमि की ऐसी ऐतिहासिक एवं समृद्व सांस्कृतिक गौरवशाली पृष्ठभूमि को समेटे, कांगड़ा ज़िला आरम्भ से ही धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है। इसकी मान्यताएं, धारणाएं एवं परम्परायें आदिकाल से ही जनमानस में अपना अस्तित्व बनाए हुये हैं। शिव महापुराण के अनुसार शिव भगवान ही एकमात्र ऐसे देवता हैं, जो निराकार एवं सकल दोनों हैं। यही कारण है कि शिव भगवान का पूजन, लिंग एवं मूर्ति दोनों में समान रूप से किया जाता है।
ज़िला के इन्दौरा उपमंडल मुख्यालय से 6 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित शिव मंदिर, काठगढ़ का अपना अलग महात्म्य है। शिवरात्रि के महापर्व पर, इस मंदिर में प्रदेश के अलावा सीमांत राज्यों, पंजाब एवं हरियाणा से भी असंख्य श्रद्वालु विशेष रूप से अपने भोले के दर्शन करने आते हैं। शिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की बम-बम भोले के जयकारों और घंटियों की आवाज से मंदिर की शोभा देखते ही बनती है। इस बार यहां पर ज़िला स्तरीय शिवरात्रि महोत्सव का आयोजन 17 से 19 फरवरी तक किया जा रहा है।
पर्यटन की दृष्टि से यह स्थान अति महत्वपूर्ण बन गया है। वर्ष 1986 से पहले, यहां केवल शिवरात्रि महोत्सव ही मनाया जाता था। अब शिवरात्रि के साथ-साथ रामनवमी, कृष्ण जन्माष्टमी, श्रावण मास महोत्सव, शरद नवरात्रि तथा अन्य सभी धार्मिक समारोह आयोजित किए जाते हैं।
आदिकाल से स्वयंभू प्रकट, सात फुट से अधिक ऊंचा, 6 फुट 3 इंच की परिधि में भूरे रंग के रेतीले पाषाण रूप में, यह शिवलिंग व्यास दरिया तथा छौंछ खड्ड के संगम स्थान के दाईं ओर टीले पर विराजमान है। यह शिवलिंग दो भागों में विभाजित है। छोटे भाग को मां पार्वती तथा ऊँचे भाग को भगवान शिव के रूप में माना जाता है। इसे अर्द्धनारीश्वर शिवलिंग भी कहा जाता है।
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार माँ पार्वती और भगवान शिव के इस अर्द्धनारीश्वर के मध्य का हिस्सा नक्षत्रों के अनुरूप घटता-बढ़ता रहता है और शिवरात्रि पर दोनों का मिलन हो जाता है। शिवलिंग के रूप में पूजन किये जाने वाले भगवान शिवलिंग की ऊंचाई लगभग 7-8 फुट है; जबकि माँ पार्वती के रूप में आराध्य हिस्सा 5-6 फुट ऊंचा है । यह पावन शिवलिंग अष्टकोणीय तथा काले-भूरे रंग का है।
मंदिर के उत्थान के लिए वर्ष 1984 में प्राचीन शिव मंदिर प्रबन्धकारिणी सभा, काठगढ़ का गठन किया गया। सन् 1986 में इस सभा का पंजीकरण होने के बाद मंदिर में आने वाले श्रद्वालुओं की सुविधा के लिए कई विकास कार्य आरम्भ किये गये। सभा के सदस्यों की कड़ी मेहनत और लग्न व लोगों के योगदान से सभा द्वारा वर्ष 1995 में प्राचीन शिव मंदिर के दायीं ओर भव्य श्री राम दरबार मंदिर का निर्माण करवाया गया। मंदिर कमेटी का वर्तमान मे ज़िम्मा संभाल रहे प्रधान ओम प्रकाश कटोच बताते हैं कि श्रद्धालुओं की दिन- प्रतिदिन बढती संख्या को देखते हुये कमेटी ने लंगर हॉल, सराए भवन, भव्य सुन्दर पार्क, पेयजल की व्यवस्था तथा सुलभ शौचालयों का निर्माण करवाया है। इसके अतिरिक्त सरकार तथा लोगों की सहभागिता से कमेटी द्वारा निर्माण कार्य निरंतर जारी हैं। मंदिर में आने वाले श्रद्वालुओं की सुविधा के लिए कमेटी प्रतिदिन तीन बार निःशुल्क लंगर की व्यवस्था उपलब्ध करवा रही है। इसके अलावा कमेटी समय-समय पर निःशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी करवा रही है ।
कमेटी धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों के अतिरिक्त हर वर्ष जनवरी माह में मेधावी छात्रवृति परीक्षा का आयोजन भी करवाती है। इस वर्ष 22 जनवरी को संचालित मेधावी छात्रवृति परीक्षा जोकि हिमाचल व पंजाब प्रदेश के 16 परीक्षा केंद्रों में लगभग 2600 बच्चो ने ओएमआर प्रणाली के तहत परीक्षा दी थी जिसमें पांचवीं, दसवीं, व बाहरवी कक्षा के 68 बच्चों को मेरिट के आधार पर चुना गया हैं जिन्हें 17 फरवरी को महाशिवरात्रि महोत्सव के अवसर पर नगद राशि, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त गरीब बच्चों की पढ़ाई तथा गरीब परिवारों की लड़कियों की शादी का खर्च भी सभा अपने स्तर पर वहन करती है।

Wednesday, February 15, 2023

मेधावी छात्रवृति परीक्षा का परिणाम घोषित: 68 बच्चों ने किया मेरिट में स्थान प्राप्त

राकेश शर्मा (जसूर) 15 फरवरी 2023 
प्राचीन शिव मंदिर सुधार सभा काठगढ़, इंदौरा के प्रधान ओम प्रकाश कटोच, परीक्षा संयोजक रमेश शर्मा, महासचिव सुभाष चन्द्र, कार्यालय सचिव जोगिंदर पाल भारद्वाज, प्रेस सचिव सुरिंदर शर्मा, सचिव मोहन शर्मा द्वारा जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष 22 जनवरी को संचालित मेधावी छात्रवृति परीक्षा जोकि हिमाचल व पंजाब प्रदेश के 16 परीक्षा केंद्रों में लगभग 2600 बच्चो ने ओ एम आर प्रणाली के तहत परीक्षा दी थी जिसमें पांचवीं, दसवीं, व बाहरवी कक्षा के 68 बच्चों को मेरिट के आधार पर चुना गया हैं जिन्हें 17 जनवरी को महाशिवरात्री महोत्सव के शुभारम्भ पर मुख्य अतिथि द्वारा नगद राशि, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की मेरिट में स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों में पांचवी कक्षा से मेगना चौधरी, एस डी एस बी एम तलवाड़ा, रोमांस जमवाल प्रथम, निविभपीएस बहादपुर व अथर्व शर्मा कॉमेंट मेंसा पी एस देहरी दूसरे, आरुष चौधरी एस डी एस बी एम तीसरे, सावी कॉमेंट मेंसा देहरी चौथा, अंश एम सी एम बागनी व लक्ष्य गौतम पी एस नूरपुर पांचवीं आर्विशा शर्मा एम संदीपनी पठानकोट, आयुष सिंह धनियाल ए पी एस नंगल भूर व सौरभ चौधरी शिवालिक पी एस गंगथ छठे, मेगना कौंडल, अर्व शर्मा शिवालिक पब्लिक स्कूल गंगथ, कर्न चौधरी, एस डी एस बी एम तलवाड़ा, सातवें, गीतिका चौधरी, एस डी एस बी एम, तलवाड़ा आठवें, आयान डी ए वी बागनी, मनप्रीत कौर टी पी एस चलवाड़ा, दिव्यम शर्मा, कॉमेंट मेसा देहरी, नोंवे जपनीत कौर, सात्विक सिंह पठानिया ए पी एस कंदरोड़ी, आराध्या शर्मा एम सी एम बागनी, जानबी शिवालिक पब्लिक स्कूल गंगथ, आर्यन कांगड़ा वेली धर्मशाला दसवें, हर्षिता मेहता राजकीय प्राथमिक पाठशाला बडुखर, प्रिशा डी ए बी रैहन, अरिहंत सिंह, कॉमेंट मेंसा देहरी, 11वे वृंदा ठाकुर ए पी एस, कंदरोड़ी, कामना चौधरी राजकीय प्राथमिक पाठशाला बडुखर, आरुषि ठाकुर एन पी एस नूरपुर, अनबी कांगड़ा वेली धर्मशाला बाहरवें, बलजिंदर कौर मैत्री पब्लिक स्कूल शेखुपुर, सार्थक शर्मा डी ए बी रैहन 13वें स्थान पर रहे।
दसवीं कक्षा में अनिकेत शर्मा एंजेल कॉन्वेंट स्कूल देहरी, मनन पुरी डी ए बी बागनी प्रथम, अलाइस चावला, अर्णव, डी एस बी एम तलवाड़ा, पुलकित महाजन डी ए बागनी दूसरे, शुभम शर्मा डी ए बी बागनी, तीसरे, मुकुल डोगरा, ग्रीष्म पंब्रा डी ए बी रैहन चौथे, संचिता देवी टी पी एस चलवाड़ा, मानस शर्मा वी एम एस इंदौरा, रोहित सिंह एस डी वी एम एस तलवाड़ा पांचवे, प्रणय शर्मा डी ए बी रैहन 6वें  मुस्कान कॉमेंट मेंसा देहरी, ईशान कौशल एस डी एस वी एम तलवाड़ा, कृष गिल ए पी एस कंदरोड़ी सातवे, मेंशी एस डी एस वी एम तलवाड़ा आठवें तनिश कौंडल कॉमेंट मेंसा देहरी 9वें, ओमिन दसवें, प्रिंस एन पी एस नूरपुर, सुनेहा एस डी एस वी एम तलवाड़ा 11वें स्थान पर रहे।
बाहरवी नॉन मेडिकल में गोरंग एस डी एम तलवाड़ा प्रथम, मेघा जमवाल बी टी सी एस एस नूरपुर, अनुज कुमार तृप्ता पब्लिक स्कूल चलवाड़ा तीसरे स्थान पर रहे।
बाहरवी मेडिकल में सक्षम शर्मा, एच आर एम पी एस रैहन प्रथम, कुसुम वाला सी आर सी रैहन दूसरे, कनिष्क बर्सैन गुरु कुल एस एस धर्मशाला तीसरे, जस्मीन संधू एच आर एम रैहन, दीपाली मनकोटिया जी एस एस राजा का तालाब, अरुणिमा एन पी एस नूरपुर, आकृति बी टी सी नूरपुर चौथे, पलक जी एस एस राजा का तालाब आस्था जी एस एस जबाली, उज्वल सी आर सी रैहन छठे, सुनिधि जीएसएसएस राजा का तालाब सातवे, छाया देवी लोट्स एस एस एस इंदौरा आठवें प्रीतिका सनराइज पी एस बसंतपुर नौवें स्थान पर रहे। 

सौर सिंचाई योजना ने बदली हिमाचली गरीब किसानों की तकदीर

राकेश शर्मा (समाचार हिमचाल) : 15 फरवरी 2023 

सौर सिंचाई योजना ने बदली गरीब किसानों की तकदीर...

हरित ऊर्जा राज्य बनाने में होगी मददगार...

विभाग के प्रयासों से किसानों को मिला आर्थिक स्वावलंबन...

भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि हमारे देश की अर्थव्यवस्था की नींव है। लेकिन कई चुनौतियों से भरा व्यवसाय भी है। जिनमें पानी की समस्या, गर्मियों में बिजली की कटौती, बेसहारा पशुओं तथा जंगली जानवरों जैसी समस्याओं के साथ-साथ लोगों विशेषकर युवा पीढ़ी का इस व्यवसाय से विमुख होना सबसे बड़ी समस्या है। हमारे देश में जिस तरह की फसलें बोई जाती हैं उनमें मौसम विशेषकर पानी पर निर्भरता सबसे महत्वपूर्ण है। हिमाचल प्रदेश में भी कृषि क्षेत्र अधिकतर वर्षा पर निर्भर रहता है। किसानों की इस निर्भरता को समाप्त करने के लिए कृषि विभाग की योजनाएं तथा प्रयास कई मायनों में आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने में काफी कारगर साबित हुए हैं। ज़िला कांगड़ा के फतेहपुर उपमण्डल के तहत रियाली पंचायत में जहां लोग पानी की कमी के कारण सारा साल बारिश पर निर्भर रहते थे। विशेषकर भयंकर गर्मी के दिनों में उन्हें अपने मवेशियों के साथ-साथ खेतीबाड़ी के लिए पानी की समस्या के कारण होने वाली चिंता की लकीरें उनके माथे पर साफ झलकती थी।

कृषि विभाग द्वारा यहां के किसानों की मौसम और बारिश पर निर्भरता को समाप्त करने के लिए सौर सिंचाई योजना से जोड़ कर जहां उन्हें चिंतामुक्त किया है वहीं उन्हें आर्थिक तौर पर मजबूत बनाकर उनकी तकदीर बदल दी है। फसलों और सब्जियों से लहलहाते खेत क्षेत्र की खूबसूरती को अपने आप बयां कर रहे हैं। भू-संरक्षण विभाग द्वारा फतेहपुर उपमंडल में अब तक सौर सिंचाई योजना के अर्न्तगत खेतों में 106 सोलर ऊर्जा पैनल लगवाकर लोगों को लाभान्वित किया जा चुका है। जिससे जहां किसानों के खेतों तक पानी पंहुच रहा है वहीं बारिश के पानी पर निर्भरता समाप्त होने से उनकी चिंता भी खत्म हुई है। वे जरूरत के अनुसार अपनी खेतीबाड़ी व मवेशियों के लिए पानी को उपयोग में ला रहे हैं।
इस योजना के तहत लाभान्वित अनुसूचित जाति से सम्बन्ध रखने वाले किसान केवल सिंह, हेम राज, रमेश चंद तथा रमेश सिंह बताते हैं कि पानी के लिए यहां पर कोई प्राकृतिक स्रोत एवं कूहलों आदि की सुविधा न होने के कारण उन्हें खेतीबाड़ी तथा मवेशियों के लिए सारा साल बारिश के पानी पर ही निर्भर रहना पड़ता था, जिस कारण किसान जहां खेतीबाड़ी से पीछे हट रहे थे वहीं पशुओं के लिए चारे की समस्या भी सताती रहती थी। कमाई का कोई अन्य साधन न होने के कारण उन्हें मेहनत-मजदूरी और खेतीबाड़ी पर ही निर्भर रहकर परिवार का पालन-पोषण करना पड़ता था तथा बड़ी मुश्किल से परिवार का गुजारा हो पाता था। लेकिन, इस सुविधा के मिलने से जहां खेतीबाड़ी के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो रहा है वहीं यहां पर गेहॅूं, धान, सरसों, तिलहन, दालें, रोंगी की भरपूर फसल हो रही है। इसके अतिरिक्त बन्दगोभी और फूलगोभी, भींडी, खीरा,पालक,मटर तथा चुकन्दर की खेती भी की जा रही है जिनके बाजार में अच्छे दाम मिलने से आर्थिक तौर पर काफी सहारा मिल रहा है। उनका मानना है कि लोगों को खेतीबाड़ी, बागवानी और पशुपालन जैसे पैतृक व्यवसाय को अपनाना चाहिए, विशेषकर बेरोजगार युवा आधुनिक तकनीकों को अपना कर खेतीबाड़ी, बबागवानी तथा डेयरी फॉमिंग से जुड़कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा है कि सोलर ऊर्जा पैनल में यूएसपीसी (यूनिवर्सल सोलर पंप कन्ट्रोलर) लगाकर जो सौर ऊर्जा पैदा होगी, उससे जहां आटा चक्की, घास काटने की मशीन, फल एवं सब्जी सुखाने की मशीन, मिनी कोल्ड स्टोरेज तथा डीप फ्रीज आदि चलाई जा सकती हैं वहीं इन्वरटर को चार्ज करके घर में बिजली का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
क्या कहते हैं विभागीय अधिकारी...
इस वारे उप मंडलीय भू-संरक्षण अधिकारी, फतेहपुर राकेश पटियाल का कहना है कि सौर सिंचाई योजना के माध्यम से किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए 80 से 85 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान कर एक से साढे़ चार लाख रूपये तक वित्तीय मदद की जाती है। किसानों को कृषि विभाग की ऐसी योजनाओं से जुड़कर लाभ लेना चाहिए।
वहीं उपायुक्त कांगड़ा डॉ निपुण जिंदल का कहना है कि मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु की सरकार प्रदेश के किसानों, बागवानों व पशुपालकों की आय को बढ़ा कर उनकी आर्थिक समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार ने वातावरण को संरक्षित रखने के लिए जल विद्युत, हाईड्रोजन और सौर ऊर्जा का दोहन करने तथा प्रदेश को 2025 तक देश का पहला हरित ऊर्जा राज्य बनाने का जो संकल्प लिया है उसमें भी यह योजना मददगार साबित होगी।

Sunday, February 12, 2023

जानिए: अनुराग ठाकुर ने युवा खिलाडियों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वारे में क्या कहा

समाचार हिमाचल: 12 फरवरी 2023 
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को 5वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स की शानदार मेजबानी कर मध्य प्रदेश ने दिखा दिया कि यहां पर खेलों की कितनी शानदार सुविधाएं हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शानदार आयोजन के लिए मध्य प्रदेश को शुभकामनाएं। मध्य प्रदेश पिछली बार 8वें नंबर पर था, इस बार तीसरे नंबर पर है। 
उन्होंने कहा कि पिछले बार के यूथ गेम्स जो हरियाणा में हुए थे, उसमें 12 रिकॉर्ड टूटे थे। इस बार 12 खिलाड़ियों ने 25 नैशनल रिकॉर्ड तोड़े। श्री ठाकुर ने कहा कि शायद ही दुनिया के किसी देश में इतना भव्य और शानदार तरीके से यूथ गेम्स का आयोजन होता है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा मामले एवं खेल मंत्री ने जैवलिन थ्रो में नैशनल रिकॉर्ड बनाने के लिए दीपिका को बधाई दी। उन्होंने एल धनुष और मार्टिना देवी को नया रिकॉर्ड बनाने के लिए भी बधाई दी।
समापन के मौके पर ठाकुर ने कहा कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवा खिलाडियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान किया है। यह ऐसा मंच है जहां पर खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को निखारने और संवारने का काम करते हैं। ठाकुर ने खासतौर पर सोनम, शांति विश्वास और झारखंड की आशा किरण बाला का नाम लिया और कहा कि इन तीनों खिलाड़ियों ने गरीबी और अभाव जैसे तमाम विपरीत परिस्थितियों को धता बताते हुए अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। 
उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रशिक्षण और सुविधाओं में पिछले कुछ वर्षों काफी सुधार हुआ है। ठाकुर ने खेलो के विकास के लिए केंद्र, राज्य और कॉर्पोरेट घरानों को एक साथ आने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि 2014 में खेलों का बजट 960 करोड़ रुपये था जो अब बढ़कर लगभग 3300 करोड़ से ऊपर हो गया है। 
उन्होंने कहा कि इसी तरह खेलो इंडिया यूथ गेम्स का बजट बढ़ाकर भी 3200 करोड़ रुपये कर दिया गया है। अनुराग ठाकुर ने खिलाड़ियों से कहा कि आप खेलों में अपना 100 प्रतिशत दीजिए और आपके हिस्से की सारी जिम्मेदारी हम लेंगे। 
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के समापन समारोह को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मप्र की युवा और खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री निसिथ प्रमाणिक भी उपस्थित थे। समापन समारोह के मौके पर रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

Saturday, February 4, 2023

खूबसूरत नज़ारा: पौंग झील की खूबसूरती को चार- चांद लगा रहे मेहमान परिंदे

राकेश शर्मा: जसूर 

पौंग झील की खूबसूरती को चार- चांद लगा रहे मेहमान परिंदे...

सर्दियों में परिंदों की पसंदीदा स्थली बना पौंग जलाशय...

108 प्रजातियों के 117022 परिंदों ने अब तक दी दस्तक...
मौसम के बदलते मिजाज़ के साथ प्रकृति के विभिन्न रंगों में सराबोर रहने वाला पौंग बांध जलाशय, जिसे महाराणा प्रताप सागर के नाम से भी जाना जाता है, के इर्द-गिर्द सुबह से शाम तक पानी के अंदर और बाहर विदेशी मेहमान परिंदों की दिल को छू लेने वाली अठखेलियां जहां पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती हैं वहीं पौंग झील की खूबसूरती को भी चार -चांद लगा रही हैं।
इनमें से अधिकांश पक्षी ट्रांस- हिमालयी क्षेत्र के तिब्बत, मध्य एशिया, रूस और साइबेरिया के अपने प्रजनन स्थलों से पलायन करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में, पौंग बांध झील भी एक रामसर स्थल है, जो प्रवासी पक्षियों की कई प्रजातियों के लिए सर्दियों की एक पसंदीदा स्थली बन गया है।
डीएफओ वन्य प्राणी विंग हमीरपुर रेगिनॉल्ड रॉयस्टॉन ने बताया कि 30 तथा 31 जनवरी को वन्य प्राणी विंग, वन विभाग के कर्मियों के साथ-साथ वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, दि बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी सहित राज्य जैव प्रौद्योगिकी बोर्ड तथा पक्षी प्रेमियों के सहयोग से करवाई गई गणना के अनुसार इस वर्ष 108 प्रजातियों के एक लाख सत्रह हज़ार बाईस मेहमान परिंदों ने अब तक दस्तक दी है। जबकि आने वाले दिनों में पक्षियों की आबादी और प्रजातियों की संख्या उनके प्रजनन स्थलों में वापसी के दौरान बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि अब उत्तर- पश्चिम मध्य और दक्षिण भारत से पक्षियों का पौंग झील में आगमन शुरू हो जाएगा।
उनका कहना है कि पौंग झील में आने वाले परिंदों की हर वर्ष गणना की जाती है लेकिन यह प्रसन्नता का विषय है कि पिछले वर्ष 110309 पक्षियों की तुलना में इस वर्ष 6713 की वृद्धि दर्ज की गई है। इस वर्ष सबसे अधिक वृद्धि उत्तरी पिंटेल की दर्ज की गई है जो पिछले वर्ष के 4665 के आंकड़े से बढ़कर इस वर्ष 15784 हो गई है। इसके अतिरिक्त बार हेडेड गीज़ की गणना में भी वृद्धि दर्ज हुई है जो पिछले वर्ष की संख्या से 2665 अधिक है।


हिमाचल प्रदेश में पहली बार मिली एक नई प्रजाति....... लंबी पूंछ वाली बत्तख

डीएफओ ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष पहली बार सुगनाड़ा क्षेत्र में बोटिंग पॉइंट के पास लम्बी पूंछ वाली बतख पाई गई है। यह बतख अधिकतर अमेरिकन महाद्वीप में पाई जाती है। इससे पहले भारत में कश्मीर घाटी में ही इस प्रजाति की एक बतख पाई गई है। इस वर्ष अन्य प्रमुख प्रजातियों में यूरेशियन कूट (13035), उत्तरी पिंटेल (15784), कॉमन टील (6478) हैं। कॉमन पोचर्ड (8096), यूरेशियन कबूतर (1674), लिटिल कॉर्मोरेंट (6565), नॉर्दर्न शोवेलर (1518) और ग्रेट कॉर्मोरेंट (2768) झील में रिपोर्ट की गई जबकि अन्य असामान्य प्रजातियों में लेसर व्हाइट, फ्रंटेड गूज, रेड क्रेस्टेड पोचर्ड, फेरुगिनस पोचर्ड, पाइड एवोकेट, नॉर्दर्न लैपविंग, कॉमन केस्ट्रेल आदि पाई गई। मतगणना अभ्यास के दौरान एक रिंग्ड बार- हेडेड गूज भी देखा गया।
कृषि मंत्री चंद्र कुमार का कहना है कि पौंग झील में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं तथा इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित कर विश्व के पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिये हर संभव प्रयास किये जायेंगे । जिससे स्थानीय लोगों विशेषकर वेरोजगार युवाओं को रोज़गार व स्वरोजगार के बेहतर अवसर सुनिश्चित हो सकें।
उपायुक्त डॉ निपुण जिंदल ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सूक्खु के दिशानिर्देशानुसार इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इको टूरिज्म सहित अन्य रोजगारोन्मुखी गतिविधियों को विकसित करने की संभावनाओं पर विशेष कार्य किया जाएगा।






Wednesday, February 1, 2023

10वीं पास के लिए डाक विभाग में नौकरी का मौका: भरे जायेंगे 40000+ पद


इंडियन पोस्टल सर्कल ने ग्रामीण डाक सेवक के रिक्त पदों की भर्ती के लिए एक अधिसूचना जारी की है। वे उम्मीदवार जो रिक्ति विवरण में रुचि रखते हैं और सभी पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं, वे अधिसूचना को पढ़कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
कुल पद: 40889
जरूरी तिथियाँ:
आवेदन की प्रारंभिक तिथि - 27 जनवरी 2023
आवेदन की अंतिम तिथि - 16 फरवरी 2023
आयु सीमा:
न्यूनतम : 18 वर्ष
अधिकतम : 40 वर्ष