जल सरंक्षण के प्रति सजग और संवेदनशील बनना जरूरी: गुरसिमर सिंह
उद्यान विभाग द्वारा जाच्छ में बागवानों के लिए दो दिवसीय शिविर आयोजित
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg0eU0wsNjyYgLw7EREuCS1bLk4KxCRbRfwAV2s1_7q8UjDHPytJgJ0rzeHgDL-bnEusBufGrQVrKTAy1FHINio48lQJd7DjbERjVPn2MaOgd8Zxe7aIdWesiZmjiG6PCGG3eaYsNBjTh4ELlf-TEOoavmD7XMcZ0gla4dnDZKc2f1XK0xxZdHzSaoYgA/w640-h288/JSR01.jpeg)
उद्यान विभाग द्वारा फल सन्तति एवम प्रदर्शन केंद्र, जाच्छ में नूरपुर विकास खंड के बागवानों के लिए सूक्ष्म सिंचाई व्यवस्था पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसके समापन अवसर पर एसडीएम गुरसिमर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 60 किसानों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी किसानी और बागवानी के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए अपने खेतों में सिंचाई के लिए अधिकतर पानी की आवश्यकता रहती है। लेकिन कई क्षेत्रों में जल का गिरता भू-स्तर एक गंभीर चिंता का विषय है। जिसके सरंक्षण के प्रति हमें सजग और संवेदनशील बनना बेहद जरूरी है। उन्होंने किसानों से अधिक पैदावार तथा पानी को बचाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें वर्षा जल की हर बूँद को सहेज कर रखना होगा। जल सरंक्षण से न केवल भूजल के स्तर में आवश्यक सुधार होगा, बल्कि कम पानी वाले क्षेत्रों में लोगों को पानी उपलब्ध हो सकेगा।
इस अवसर पर विषयवाद विशेषज्ञ डॉ हितेंद्र पटियाल ने एसडीएम का कार्यशाला में पधारने पर स्वागत किया। इस मौके पर प्रभारी पीसीडीओ जाच्छ सुभाष डोगरा, उद्यान विकास अधिकारी मनोहर लाल और बागवानी कर्मचारी उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment