Friday, November 29, 2024

जानिए: उपायुक्तों (DCs) को कार्यालय में उपस्थिति वारे क्या मिले निर्देश

(समाचार हिमाचल) 29 नवंबर 2024 

मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद प्रशासनिक सुधार सचिव ने जारी की अधिसूचना

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के आदेशों के बाद सभी जिलों के उपायुक्त अब प्रत्येक सप्ताह सोमवार और वीरवार को अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर अनिवार्य रूप से जन समस्याओं का समाधान करेंगे।
सचिव प्रशासनिक सुधार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। आदेशों के अनुसार सोमवार या वीरवार को सार्वजनिक अवकाश की स्थिति में उपायुक्त अगले कार्य दिवस पर कार्यालय में उपस्थित रहेंगे। यह निर्देश सभी जिला पुलिस अधीक्षकों पर भी लागू होंगे।
मुख्यमंत्री ने 7-8 नवंबर को शिमला में डीसी-एसपी कॉन्फ्रेंस के दौरान यह निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि जन समस्याओं के त्वरित निवारण के लिए उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को सप्ताह के निश्चित दिन कार्यालय में उपस्थित रहना आवश्यक है ताकि लोगों की समस्याओं का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित हो सके।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार सुशासन को प्राथमिकता देते हुए लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान पर ध्यान केंद्रित कर रही है। राज्य सरकार ने ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम भी शुरू किया है, जिसमें सभी मंत्रीगण ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर जनता की समस्याओं का मौके पर समाधान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्व लोक अदालतों के आयोजन के माध्यम से अब तक 2.5 लाख से अधिक लंबित राजस्व मामलों का निपटारा किया जा चुका है और लोगों को सरकारी कार्यालयों में बार-बार नहीं जाना पड़ता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला उपायुक्त बेहतर सुशासन की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। जिलों में लोगों की समस्याओं का अगर समय पर समाधान होगा तो इससे जनता को राहत मिलेगी और प्रशासनिक प्रक्रियाएं अधिक प्रभावी होंगी। इसी उद्देेश्य से सभी उपायुक्तों को हर सप्ताह दो दिन कार्यालय में बैठने के निर्देश दिए गए हैं।

Sunday, November 24, 2024

पुलिस जिला नूरपुर: पुलिस ने व्यक्ति से बरामद किया 13.56 ग्राम चिट्टा

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 24 नवंबर 2024 
पुलिस जिला नूरपुर द्वारा नशे के विरुद्ध छेड़े गए अभियान में पुलिस को शनिवार को एक और सफलता मिली है। अभियान के अंतर्गत शनिवार 23 नवंबर को पुलिस द्वारा डमटाल पुलिस थाना के तहत मोहटली रैंप से एक व्यक्ति से 13.56 ग्राम चिट्टा बरामद करने में सफलता हासिल की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस द्वारा नशा तस्करों के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही अम्ल में लाते हुए शनिवार को एक नाके के दौरान मोहटली रैंप के पास शक के आधार पर स्कूटी नंबर एचपी97ए5993 को रोक कर स्कूटी चालक की तलाशी ली गया तो उसके कब्जे से 13.56 ग्राम चिट्टा बरामद दिया गया।
पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध एनडी एंड पीएस एक्ट के अधीन डमटाल थाना में मामला पंजीकृत किया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान राकेश कुमार पुत्र दौलत राम निवासी भदरोया बताई जा रहे है।
पुलिस के अनुसार आरोपी एक शातिर और अभ्यस्त अपराधी है जिस पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं। एसपी नूरपुर ने कहा है कि नशे के अवैध कारोबार पर जिला पुलिस नूरपुर का अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।

Friday, November 22, 2024

मुख्यमंत्री बारे झूठी खबर पर साइबर अपराध पुलिस स्टेशन शिमला में प्राथमिकी दर्ज

(समाचार हिमाचल) 22 नवंबर 2024 

सोशल मीडिया पर तमाम तरह की झूठी और गुमराह करने वाली खबरें प्रसारित होना आम बात है, लेकिन आपको सतर्क रहने की आवश्यक्ता है, बिना सोचे समझे और सही जानकारी प्राप्त किये कसी भी खबर को सोशल मीडिआ पर फॉरवर्ड न करें अन्यंथा आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 
ऐसे ही एक मामले के बारे में पुलिस विभाग के एक प्रवक्ता ने आज बताया कि सोशल मीडिया में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की झूठी खबर प्रसारित कर सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि साइबर अपराध पुलिस स्टेशन शिमला में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अम्ल में लाई जाएगी।


हमारा संविधान, हमारा सम्मान, अभियान - लोकतंत्र और मानवाधिकारों को बचाकर रखना

(समाचार हिमाचल) 22 नवंबर 2024 

परिचय

भारतीय संविधान 26 नवम्बर 1949 को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया। भारत का संविधान भारत के लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और समतावादी ढांचे को परिभाषित करने वाला आधारभूत दस्तावेज है। पिछले सात दशकों में, इसने राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों के माध्यम से राष्ट्र का मार्गदर्शन किया है, न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सुनिश्चित किया है - जो भारत के शासन के मूल सिद्धांत हैं। इन मूल्यों को हर साल संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।

भारत की संवैधानिक भावना का जश्न

संविधान दिवस हर साल 26 नवम्बर को भारतीय संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। नागरिकों के बीच संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवम्बर 2015 को घोषणा की कि भारत सरकार हर वर्ष 26 नवम्बर को संविधान दिवस के रूप में मनाएगी। इसका पालन राष्ट्र का मार्गदर्शन करने वाले लोकतांत्रिक सिद्धांतों की याद दिलाता है। संवैधानिक आदर्शों के बारे में जागरूकता पैदा करने के इस प्रयास के तहत, हमारा संविधानहमारा सम्मान अभियान शुरू किया गया है।

 

"हमारा संविधानहमारा सम्मान" अभियान

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इस प्रतिबद्धता के अनुरूप, 24 जनवरी, 2024 को भारत के माननीय उपराष्ट्रपति द्वारा नई दिल्ली में डॉ. बी.आर. अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र में शुरू किए गए "हमारा संविधान, हमारा सम्मान" अभियान का उद्देश्य संविधान के बारे में नागरिकों की समझ को गहरा करना है। साल भर चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य भारतीय समाज को आकार देने में संविधान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और नागरिकों को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में शिक्षित करना है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि संविधान के मूलभूत सिद्धांत हर भारतीय के साथ जुड़े रहें। अभियान निम्नलिखित लक्ष्यों को बढ़ावा देता है:

 

  1. संविधान जागरूकता का निर्माण: "हमारा संविधान, हमारा सम्मान" संविधान के मूल सिद्धांतों को आम जनता के लिए सरल बनाने और लोकप्रिय बनाने पर केन्द्रित है। यह नागरिकों को न्याय, समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के मूल्यों को समझने में मदद करता है जिन्हें संविधान बढ़ावा देता है। क्षेत्रीय कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और सेमिनारों के माध्यम से, अभियान यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक पृष्ठभूमि के लोगों तक इस आवश्यक ज्ञान की पहुँच हो।
  2. कानूनी अधिकारों और जिम्मेदारियों को बढ़ावा देना: यह अभियान लोगों को भारतीय संविधान के तहत उनके कानूनी अधिकारों, कर्तव्यों और अधिकारों के बारे में शिक्षित करने के लिए बनाया गया है। यह व्यक्तियों को उनके अधिकारों का दावा करने के लिए सशक्त बनाता है और यह भी सुनिश्चित करता है कि वे राष्ट्र और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करें। इस पहल के हिस्से के रूप में, नागरिकों को संविधान द्वारा गारंटीकृत मौलिक अधिकारों सहित उनके अधिकारों पर चर्चा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जैसे कि समानता का अधिकार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार और निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार। 
  3. उप-अभियान और विषयगत पहल: मुख्य अभियान के अतिरिक्त, संवैधानिक ज्ञान और लोकतांत्रिक भागीदारी के विशिष्ट पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए तीन प्रमुख उप-विषय शुरू किए गए:
  1. सबको न्यायहर घर न्याय: यह उप-अभियान यह सुनिश्चित करने पर केन्द्रित है कि न्याय हर नागरिक के लिए सुलभ हो। यह नागरिकों के लिए न्याय पाने के लिए मौजूद कानूनी तंत्रों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देता है, चाहे वह अदालतों में हो, कानूनी सहायता सेवाओं के माध्यम से हो, या पूरे भारत में कानूनी संस्थानों की पहुँच बढ़ाने के उद्देश्य से सुधारों के माध्यम से हो

 

  1. नव भारतनव संकल्प

यह पहल नागरिकों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया में खुद को सक्रिय भागीदार के रूप में सोचने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसका उद्देश्य नागरिकों के बीच संवैधानिक मूल्यों का सम्मान और संरक्षण करके प्रगतिशील और समावेशी राष्ट्र के निर्माण में योगदान देने के लिए "नया संकल्प" पैदा करना है।

 

  1. विधि जागृति अभियान

विधि जागृति अभियान का उद्देश्य लोगों को, खास तौर पर ग्रामीण और उपेक्षित क्षेत्रों में, उनके कानूनी अधिकारों और उन्हें प्राप्त करने के तरीकों के बारे में शिक्षित करना है। यह अभियान नागरिकों को कानून के तहत मिलने वाले विभिन्न अधिकारों के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करने का प्रयास करता है, जिसमें सामाजिक कल्याण लाभ, सकारात्मक कार्रवाई नीतियां और उपेक्षित समुदायों के लिए कानूनी सुरक्षा शामिल है।

 

क्षेत्रीय कार्यक्रम और आगे निकलने के अवसर

साल भर चलने वाले "हमारा संविधान, हमारा सम्मान" अभियान की शुरुआत बीकानेर में अपने पहले क्षेत्रीय कार्यक्रम के साथ हुई, जिसका उद्घाटन मार्च 2024 में मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने किया। तब से बीकानेर, प्रयागराज और अब गुवाहाटी में क्षेत्रीय कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जिनका उद्देश्य विविध समुदायों को शामिल करना और पूरे भारत, विशेष रूप से पूर्वोत्तर में, संविधान की समझ को बढ़ावा देना है।

 

डिजिटल सहभागिता और नागरिक भागीदारी

"हमारा संविधान, हमारा सम्मान" अभियान का एक प्रमुख तत्व इसका डिजिटल जुड़ाव घटक है। नागरिकों को अभियान के समर्पित पोर्टल के माध्यम से सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जो शिक्षा, प्रबंधन और कार्य के लिए एक ऑनलाइन मंच के रूप में कार्य करता है। इस पोर्टल के माध्यम से, नागरिक संविधान के बारे में अपने ज्ञान का परीक्षण करने के लिए वीडियो, लेख, इन्फोग्राफिक्स और क्विज़ जैसे संसाधनों तक पहुँच सकते हैं। यह नागरिकों को भारत के भविष्य को आकार देने में संविधान की भूमिका के बारे में प्रतिज्ञा लेने और ऑनलाइन चर्चाओं में भाग लेने की भी अनुमति देता है।

 

अभियान की 2047 के भारत की कल्पना को आकार देने में भूमिका

गणतंत्र के रूप में भारत के 75वें वर्ष के अवसर पर, "हमारा संविधान, हमारा सम्मान" अभियान 2047 तक विकसित भारत की कल्‍पना का समर्थन करता है। यह नागरिकों को संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने, लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करने और देश के भविष्य को आकार देने वाली कानूनी और राजनीतिक प्रक्रियाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता है। संवैधानिक जागरूकता और इसके व्यावहारिक अनुप्रयोग को बढ़ावा देकर, अभियान का उद्देश्य नागरिकों को संविधान की रक्षा करने और एक समावेशी, लोकतांत्रिक और समृद्ध भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए सशक्त बनाना है।

 

गुणवत्तापूर्ण कानूनी सहायता प्रदान करने में सरकार की भूमिका

  1. दिशा (न्याय तक समग्र पहुंच के लिए अभिनव समाधान तैयार करना) योजना :

दिशा के तहत टेली लॉ कार्यक्रम पंचायत स्तर पर कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर वीडियो या टेलीफोन पर परामर्श के माध्यम से मुकदमेबाजी से पहले के चरण में नि:शुल्क कानूनी सलाह के लिए उपेक्षित व्यक्तियों को पैनल वकीलों से जोड़ता है। 2017 में शुरू किया गया यह टेली-लॉ मोबाइल ऐप के माध्यम से भी सुलभ है। पैरा लीगल वालंटियर्स (पीएलवी) मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं, नागरिकों और सेवा के बीच की खाई को पाटते हैं, जबकि ग्राम स्तरीय उद्यमी (वीएलई) पंजीकरण में सहायता करते हैं। राज्य समन्वयक राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करते हैं।

 

  1. न्याय बंधु (प्रो बोनो लीगल सर्विसेज):

न्याय बंधु भारत सरकार की एक पहल है जो मोबाइल तकनीक के माध्यम से उपेक्षित लाभार्थियों को मुफ्त कानूनी सेवाएं देने के इच्छुक अधिवक्ताओं से जोड़ती है। न्याय विभाग का लक्ष्य प्रत्येक उच्च न्यायालय में प्रो-बोनो पैनल स्थापित करके इस नेटवर्क को मजबूत करना है, जिसे संबंधित न्यायालयों द्वारा क्यूरेट और प्रबंधित किया जाएगा। इससे अधिकतम प्रभाव के लिए न्यायिक प्रणाली में कार्यक्रम का प्रभावी एकीकरण सुनिश्चित होगा।

 

निष्कर्ष

हमारा संविधानहमारा सम्मान संविधान में निहित न्याय, समानता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह अभियान न केवल कानूनी जागरूकता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि गांव से लेकर शहरी केन्‍द्रों तक हर नागरिक को उनके अधिकारों की रक्षा करने के साधनों के साथ सशक्त भी बना रहा है। 

 

Thursday, November 21, 2024

आधुनिक पब्लिक स्कूल जसूर (मठोली) में आयोजित सात-दिवसीय खेल प्रतियोगिता संपन्न

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 21 नवंबर 2024

आधुनिक पब्लिक स्कूल, जसूर (मठोली) में आयोजित सात दिवसीय कक्षाबार व इंटर-हाऊस खेल प्रतियोगिताओं का गुरुवार को समापन हो गया।
प्रधानाध्यापक सुशवीन पठानिया व निर्मल ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिताओं के लिए स्कूल के सभी छात्रों को किण्डर - गार्टन सेक्शन, जूनियर - प्राईमरी सेक्शन, सीनियर - प्राईमरी सेक्शन, मिडल - सेक्शन व हाई - सेक्शन में बांटा गया था।
सर्वप्रथम कक्षा नर्सरी से यू.के.जी. तक के छात्रों में 100 मी. दौड़ में गर्व, परमजीत, ऋषभ, लक्ष, अयांशी, ईशानी, अशिवा, मन्नत, अभिनंदन, राघव, सार्थक, जिया, प्रियांशी, समायरा, राजवीर, रुद्र, रोनित, वेदिका, श्रीयांशी, अनन्या, प्रियांशी, तेजवीर, आदव्य, हरमन, दक्षिता, अहाना, तृषा, ईथन, आरव, वंश, पिंकी, प्रेणिका, समायरा व अमायरा ने अपनी -2 कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। किण्डर - गार्टन की दूसरी गेम किक एण्ड गोल में नर्सरी से यू.के.जी. के छात्रों में सोहिल, शिवांश, ह्रदय, अशिवा, चित्रांची, सानवी, म्यूज़िकल - चेयर गेम में ऋषभ, क़िस्मत, पनव, प्रियांशी, रुद्र, वेदिका, आदव्य, माईल, आरव व पिंकी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
प्राईमरी जूनियर - सेक्शन में कक्षा पहली से तीसरी तक के बच्चों में 200 मी. दौड़ में अजय, राघव, आर्यन, तनवी, रूही, अवनी, राघव, ज़ोरावर, आर्यन, वृद्धि, ध्रुविका, नेहल, कनिका, आरव, रुद्र, नमन, आकृति, नवन्या व आनवी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। फ्रॉग - रेस में केशव, दिव्यांश, माहिर, राघव, लविश, कार्तिक, रुद्रांश, दिव्यांश, आरव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
लड़कियों की वन - लेग रेस में कक्षा पहली से तीसरी में तनवी, वृद्धि, गरिमा, कृतिका, ईशिता व केतना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। म्यूज़िकल - चेयर गेम में कक्षा पहली से पूर्वी, विवेक, दूसरी से वृद्धि, ज़ोरावर, सीरत और तीसरी से आनवी व अनमोल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
पहली कक्षा में रस्साकशी मुकाबले में लड़कों व लड़कियों में निहारिका, प्रियांशी, पूर्वी, रूही, हरसिरत, नन्दिनी, आरव, आरूष, समर्थक, राघव, दिव्यांश, दीक्षांत, अजय व माहिर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
रस्साकशी में दूसरी व तीसरी कक्षा के लड़के और लड़कियों के इंटर - हाऊस कंपीटिशन में मैक्रोमाइंड हाऊस से नेहल, निवृत्ति, कनिका, सीरत, रितिशा, कृतिका, अपूर्वी, ईशिता, आकृति व लड़कों में ब्रिलिएंट हाऊस से तनीश, कार्तिक, आर्यन, दिव्यांश, अनमोल, परव, अलंकृत व समर्थ ने क्रमशः प्रथम स्थान प्राप्त किया।
दूसरी और तीसरी की लड़कियों की खो-खो में मैक्रोमाइंड हाऊस से नेहल, निवृत्ति, कनिका, सीरत, रितिशा, कृतिका, अपूर्वी, ईशिता, आकृति व महक ने पहला स्थान प्राप्त किया।
दूसरी व तीसरी कक्षा के लड़कों के कबड्डी मुकाबले में एक्सीलैंट हाऊस से लवीश, राघव, आरव, सक्षम, नमन, रुद्र, आरव व रेहांश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
चौथी व पाँचवीं कक्षा की 300 मी. दौड़ में अंजलि, सिमरत, अंशिका, शिवन्या दिशिता, जानवी, पलक, आशीष, आरव व मोहित ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। म्यूज़िकल - चेयर गेम में चौथी - ए से शिवांग, नन्दिका, यश, ईशा, कनव, संगम व सुनाक्षी में पहला स्थान हासिल किया। लड़कियों और लड़कों की रस्साकशी में एक्सीलैंट हाऊस से आरूही, अंजलि, नन्दिका, कृतिका, ईशिता, पलक, तनवी, अनन्या और लड़कों में मैक्रोमाइंड हाऊस सिद्धार्थ, रिधम, अनमोल, तवीश, शिवांश, आरव व मनीष ने पहला स्थान हासिल किया।
खो-खो के इंटर - हाऊस कंपीटिशन में एक्सीलैंट हाऊस की नंदिका, ईशिता, आरूही, अंजलि, कृतिका, विधि, अनन्या, तनवी व पलक ने पहला स्थान प्राप्त किया।
कबड्डी के इंटर - हाऊस कंपीटिशन में ब्रिलियंट हाऊस से संयम, शिवांग, अरनव, कनव, संगम, श्री आराध्य, नक्ष व अरमान ने प्रथम स्थान हासिल किया।
मिडल सेक्शन में कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों में भी कक्षावार व इंटर - हाऊस कंपीटिशन करवाए गए। जिसमें सर्वप्रथम 500 मी. दौड़ में दक्ष, अरनव, भरत, वेदिका, अंशिका, अवंशिका, कृतिका, कविश, आर्यन, अरनव, नन्दिनी, पीयूष, अमृत व निशांत ने पहला स्थान प्राप्त किया।
फ्रॉग - रेस में कक्षा छठी से आर्यन, सातवीं से आर्यन और आठवीं से कार्तिक में पहला स्थान प्राप्त किया। लाटन - रेस में हितेश, आर्यन व पक्षय ने पहला स्थान प्राप्त किया। वन - लेग रेस में कक्षा छठी से अंशिका, सातवीं से अवंशिका व आठवीं से नंदिनी ने पहला स्थान प्राप्त किया। म्यूज़िकल - चेयर गेम में छठी से जैस्मिन, निखिल, सातवीं से अवनी व कार्तिक और आठवीं से अनमोल ने पहला स्थान प्राप्त किया।
कक्षा छठी से आठवीं तक के इंटर - हाऊस कंपीटिशन में खो-खो, रस्साकशी व कबड्डी मुक़ाबले लडके और लड़कियों में करवाए गए। जिसमें खो-खो में जीनियस हाऊस से अंशिका, सेजल, अदिति मेहरा, आयुषी, जैसमीन, अंशिका, कृति, सेजल, सेजल, नंदिनी व अंशिका ने पहला स्थान हासिल किया। लड़कों की कबड्डी में ब्रिलिएंट हाऊस में निशांत, पीयूष, कार्तिक, दिव्यानपति, अनिरुद्ध, दक्ष, राघव, अर्शदीप, भरत व लड़कियों के मैक्रोमाइंड हाऊस से रिधिमा, सुप्रिया, रीतिका, अनुष्का, साक्षी, रुहानी, अवंशिका, अनन्या, दृष्टि, श्रुति व मानवी पठानिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
रस्साकशी में जीनियस हाऊस से पक्षय, अनमोल, आदित्य, निखिल, मनु, काव्य, आर्यन, राहुल कार्तिक, अरनव, प्रद्युम, रितिन, कविश व लड़कियों में जीनियस हाऊस से अंशिका, सेजल, अदिति मेहरा, आंशिका, जैस्मिन, आयुषी, कृति, सेज़ल, सेजल, नन्दिनी व अंशिका ने पहला स्थान प्राप्त किया।
कुश्ती प्रतियोगिताओं में कक्षा छठी से प्रदिव्यम, राघव, सातवीं से अरनव, शुभम्, आठवीं से दिव्यानपति व मनजोत ने प्रथम स्थान हासिल किया।
हाई - विंग के सेक्शन में कक्षावार और इंटर - हाऊस कंपीटिशन में 600मी. दौड़ में अंशिका, सिमरन, सौरभ, भानु, वंशिका, शिपाली, सक्षम और अभिषेक ने पहला स्थान हासिल किया। वन - लेग रेस में अंशिका और शिपाली, लाटन - रेस में सौरभ, कुणाल, राघव, सक्षम व म्यूज़िकल - चेयर गेम में सुहानी, सौरभ, शैपाली व कार्तिक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
लड़कों और लड़कियों की इंटर - हाऊस रस्साकशी मुक़ाबले में एक्सीलैंट हाऊस से सुहानी, अक्षरा, अंशिका, जानवी, राधिका, ज्योति, अंकिता, मुस्कान, सुनिधि व लड़कों में जीनियस हाऊस से आदित्य, रोबिन, आदित्य, अनुज, आरव, आशीष, अनिकेत, अभिषेक, कृष्ण देव, हरभजन व नितिन ने पहला स्थान हासिल किया। नवमी व दसवीं की लड़कियों की खो-खो में एक्सीलैंट हाऊस से अंशिका, सुहानी, अक्षरा, जानवी, राधिका, ज्योति, मुस्कान व अंकिता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कबड्डी के फ़ाईनल मुक़ाबले में लड़कों के जीनियस हाऊस में मैक्रोमाइंड में अक्षरा, अंजलि, कारूवी, अंशिका, दिव्यांशी, सोनाली, शैपाली, सिमरन, साक्षी व लड़कों में जीनियस हाऊस से आदित्य, आदित्य चौधरी, अनुज, आरव, अनिकेत, अभिषेक, कृष्ण देव, नितिन व हरभजन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
इंटर - हाऊस वालीबॉल के कंपीटिशन में मैक्रोमाइंड हालोगे के आयुष, आर्यन, साहिल, आदित्य चौधरी, शिवम, मनप्रीत और अनिकेत डडवाल ने पहला स्थान हासिल किया।
बैडमिंटन के डबल्स के फ़ाइनल में निशांत और आदित्य की जोड़ी और अनिकेत और अनुज की जोड़ी ने कक्षा आठवीं से दसवीं तक के करीब 20 बच्चों को हराकर प्रवेश किया और फ़ाइनल मैच में निशांत और आदित्य ने कड़े मुक़ाबले में अनिकेत और अनुज को 2-1 से हराया।
खेलों के सफल आयोजन और अनुशासन को बनाए रखने में स्कूल के चारों सदनों के सदन - प्रभारी सदन एक्सीलैंट से आस्था, लीना, सुचेता और अनुपम, सदन जीनियस से मधु, वंदना, सिमरन, ललिता, सदन ब्रिलिएंट से सरला, रीना, अदिति, कीर्ति व सदन मैक्रोमाइंड से दीपिका, गुलशन, राजेश, निकिता, रूपाली व सुमन ने बहुत ही अच्छी तरह से अपना योगदान दिया।
खेलों के सफल आयोजन के बाद स्कूल प्रधानाध्यापक सुशवीन पठानिया व निर्मल ठाकुर ने सभी विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया।


Wednesday, November 20, 2024

जानिए किसे मिलेगी गृह निर्माण के लिए 4 लाख रुपए की सहायता

(समाचार हिमाचल) 20 नवंबर 2024

हिमाचल प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत सभी पात्र महिलाओं को मकान बनाने के लिए 4 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह बात बुधवार को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कही। 
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधवाओं, दिव्यांग महिलाओं और एकल नारियों को उनके मकान बनाने के सपने को साकार करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने को पहल कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड, विवाह के लिए वित्तीय सहायता, मातृत्व लाभ, शिक्षा सहायता, चिकित्सा देखभाल, पेंशन, विकलांगता पेंशन, दाह संस्कार व्यय, आकस्मिक मृत्यु के लिए राहत, छात्रावास सुविधाएं और विधवा पेंशन सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं लागू कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मकान निर्माण के लिए वित्तीय सहायता में गृह निर्माण के लिए तीन लाख रुपए और रसोई, शौचालय तथा स्नानघर जैसी आवश्यक सुविधाओं के निर्माण के लिए एक लाख रुपए की अतिरिक्त सहायता शामिल होगी। इसका लाभ उठाने के लिए महिलाओं को बोर्ड में पंजीकृत होना चाहिए और पिछले 12 महीनों में कम से कम 90 कार्य दिवस पूरे करने चाहिए और उनकी वार्षिक आय 2.50 लाख रुपए से कम होनी चाहिए। 
उन्होंने कहा कि पात्र महिलाओं को आवश्यक दस्तावेजों सहित श्रम अधिकारी के माध्यम से इस योजना के लिए आवेदन करना होगा। स्वीकृति मिलने के उपरांत वित्तीय सहायता सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार पिछले दो वर्षों से समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए कार्य कर रही है तथा उनके कल्याण के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ विभिन्न योजनाएं कार्यक्रम लागू किए जा रहे हैं। 
उन्होंने कहा कि विधवाओं के 27 वर्ष तक के बच्चों की उच्च शिक्षा के खर्च के लिए एक नई योजना पर कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश अनाथ बच्चों के लिए व्यापक देखभाल और सहायता सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाने वाला देश का पहला राज्य बना है। 
उन्होंने कहा कि इस पहल के तहत 6,000 अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रूप में अपनाया है तथा सरकार उनके कल्याण और शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल सके।

Monday, November 18, 2024

करुणामूलक रोजगार के लिए नई नीति बनाएगी प्रदेश सरकारः मुख्यमंत्री

(समाचार हिमाचल) 18 नवंबर 2024

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक नई करुणामूलक रोजगार नीति बनाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सेवा के दौरान अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले लोगों को रोजगार देने के लिए प्रदेश सरकार उदार और सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण से कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवेदकों का विभागवार ब्यौरा संकलित कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अधिक से अधिक आवेदकों को लाभान्वित करने के लिए सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लेगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधवाओं और अनाथों को अनुकंपा के आधार पर रोजगार प्रदान करने में प्राथमिकता देकर आश्रितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
पहली कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया है ताकि सेवानिवृत्ति के बाद वह सम्मानजनक जीवन जी सकें। उन्होंने कहा कि सरकार के दो वर्षों के कार्यकाल के भीतर सभी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को 11 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया गया है।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार सचिव एम. सुधा देवी, राकेश कंवर और सचिव विधि शरद कुमार लग्वाल भी बैठक में उपस्थित रहे।

Sunday, November 17, 2024

प्रदेश सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर बिलासपुर में आयोजित होगा भव्य समारोह

(समाचार हिमाचल) 17 नवंबर 2024 
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से आज तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर और कांग्रेस नेता विवेक कुमार ने उनके सरकारी आवास ओक ओवर में भेंट की और बिलासपुर जिला के विकासात्मक कार्यों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने का समारोह 11 दिसंबर 2024 को बिलासपुर जिला के कहलूर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में आयोजित किया जाएगा, इस समारोह में 25 हजार से अधिक लोग शामिल होंगे। मुख्यमंत्री ने इस समारोह को सफल बनाने के लिए अभी से तैयारियां शुरू करने के निर्देश दिए। बिलासपुर में चारों नेताओं ने मुख्यमंत्री को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने का समारोह ऐतिहासिक होगा।
मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नेताओं से जिला में कार्यान्वित की जा रही विकासात्मक परियोजनाओं पर चर्चा की और कहा कि राज्य सरकार बिलासपुर जिला के विकास में किसी प्रकार की कमी नहीं आने देगी। वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष बैरी-दड़ोला पुल के निर्माण की मांग करते हुए कहा कि इस पुल के निर्माण से तीन विधानसभा क्षेत्रों बिलासपुर सदर, झंडूता और घुमारवीं जिला के लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि पुल बनाने के लिए दोनों ओर से एप्रोच रोड़ पहले ही तैयार है। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार इस पुल का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर करेगी और इसका सर्वेक्षण करवाया जाएगा। सर्वेक्षण कार्य पूरा होने के बाद राज्य सरकार पुल के निर्माण के लिए धन का समुचित प्रावधान सुनिश्चित करेगी।
पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर ने श्री नैना देवी विधानसभा क्षेत्र के तहत स्वारघाट को नगर पंचायत बनाने की मांग उठाई। जबकि विवेक कुमार ने झंडूता विधानसभा क्षेत्र के तहत झंडूता को नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग की। मुख्यमंत्री ने दोनों नेताओं को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनकी मांग पर गंभीरता से विचार करेगी और दोनों नगर पंचायत बनाने के हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
कांग्रेस नेताओं ने राजकीय हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, बंदला, बिलासपुर में इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (इलैक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी) में एम.टेक कोर्स आरम्भ करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बिलासपुर जिला के विकास के लिए मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से विशेष प्रयास कर रहे हैं, जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से बिलासपुर जिला की गोबिंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियां आरंभ हो चुकी हैं, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे तथा क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आएगी।

हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के निर्णय

(समाचार हिमाचल) 16 नवंबर 2024
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में तीन नगर परिषदों को नगर निगम और दो नगर पंचायतों को नगर परिषद बनाने को स्वीकृति प्रदान की। प्रदेश में छह नई नगर पंचायतें बनाने को भी मंजूरी प्रदान की गई। बैठक में अतिरिक्त क्षेत्र को विभिन्न स्थानीय निकायों के दायरे में समाहित करने का भी निर्णय लिया गया।
मंत्रिमंडल ने लोक निर्माण विभाग में तैनात मल्टी टास्क वर्करों का मानदेय 4,500 से 5,000 रुपये करने को मंजूरी दी।
मंत्रिमंडल ने 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वृद्धजनों को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने के लिए भी सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस योजना के तहत पहले से पंजीकृत 70 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों को पांच लाख रुपये तक का अतिरिक्त टॉप-अप कवर प्रदान किया जाएगा।
बैठक में हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के अन्तर्गत पंजीकृत 2.50 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाली विधवा, एकल नारी, परित्यक्त और दिव्यांग महिलाओं को घर बनाने के लिए तीन लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
मंत्रिमंडल की बैठक में परित्यक्त बच्चों को 27 वर्ष की आयु तक मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के लाभ प्रदान करने को स्वीकृति प्रदान की गई।
मंत्रिमंडल ने राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना-2023 को लागू करने को मंजूरी प्रदान की। इसके तहत विभिन्न सरकारी विभागों से सम्बद्ध ई-टैक्सी मालिकों को न्यूनतम 50 हजार रुपये किराया प्रदान करना सुनिश्चित किया जाएगा।
बैठक में डॉ. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, हमीरपुर में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों के 30 पद तथा सहायक स्टाफ के 326 पद सृजित कर भरने का भी निर्णय लिया गया।
डॉ. राधाकृष्णन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, हमीरपुर में एक नई पुलिस चौकी खोलने तथा विभिन्न श्रेणियों के सात पदों के सृजन तथा भरने को भी मंजूरी प्रदान की गई।
बैठक में मत्स्य विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 28 पद भरने को मंजूरी प्रदान की गई।
मंत्रिमंडल ने राज्य कर एवं आबकारी विभाग में सहायक राज्य कर एवं आबकारी अधिकारियों के 25 पद भरने को मंजूरी प्रदान की।
बैठक में हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग हमीरपुर के सुचारू संचालन के लिए आयोग में विभिन्न श्रेणियों के 10 पदों को भरने का निर्णय लिया गया।
मंत्रिमंडल ने कांगड़ा जिले में हाल ही में खोले गए खंड चिकित्सा कार्यालय देहरा में विभिन्न श्रेणियों के छह पदों को सृजित कर भरने का निर्णय लिया।
मंत्रिमंडल ने शिमला जिले के हाल ही में स्तरोन्नत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, गुम्मा के लिए विभिन्न श्रेणियों के चार पद सृजित कर भरने का निर्णय लिया।
बैठक में ऊना जिले के हरोली में हिमकैप्स नर्सिंग कालेज, बढेड़ा को जीएनएम पाठ्यक्रम की 20 सीटें बढ़ाकर 40 से 60 करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
मंत्रिमंडल ने राजकीय हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, बंदला, बिलासपुर में इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (इलैक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी) में एम.टेक आरम्भ करने तथा इसके लिए तीन पदों को सृजित कर भरने को स्वीकृति प्रदान की।
मंत्रिमंडल ने राजकीय बहुतकनीकी कॉलेज, हमीरपुर में कम्प्यूटर इंजीनियरिंग और इंटरनेट ऑफ थ्ंिाग्स के नए डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया।
बैठक में शिमला जिला के पराला में वाइनरी स्थापित करने के लिए मैसर्ज हिमाचल प्रदेश बागवानी उत्पाद विपणन एवं प्रसंस्करण निगम के पक्ष में आशय पत्र जारी कर मंजूरी प्रदान करने का निर्णय लिया। इस निर्णय से क्षेत्र के सेब उत्पादकों को लाभकारी मूल्य प्राप्त होंगे और स्थानीय लोगों को रोजगार सुनिश्चित होगा।
मंत्रिमंडल ने शिमला शहर में भीड़ कम करने के लिए हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कल्याण कामगार बोर्ड के कार्यालय को शिमला से हमीरपुर स्थानातंरित करने को स्वीकृति प्रदान की।