Monday, November 23, 2020

मध्य प्रदेश में हुई गौ कैबिनेट में नूरपुर से राजेश डोगरा आमंत्रित

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 23 नवंबर 2020 

22 नवम्बर गौपाष्टमी के दिन पेहली बार मध्य प्रदेश में हुई गौ कैबिनेट में  नूरपुर से स्वदेशी कामधेनु गौशाला से राजेश डोगरा को आमंत्रित किया गया। इस गो कैबिनेट को वहां के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने पूरे भारत से कुछ विशेष लोगों को बुलाकर देसी नस्ल की भारतीय गांव के सरंक्षण संवर्धन एवं नस्ल सुधार कार्यों को कैसे लागू किया जाए इस पर सुझाव लिए। 
राजेश डोगरा ने बताया कि इस गौ कैबिनेट के द्वारा कई अहम निर्णय लिए गए जिसमें मुख्यता भारतीय नस्ल की देसी गायों का सरंक्षण ,गौ आधारित कृषि और विशेषकर आत्मनिर्भर गौशालाओं का निर्माण जिससे कि युवा पढ़े लिखे लोगों को रोजगार मिले वह गोपालन को व्यवसाय के रूप में चुने। गौ कैबिनेट में प्रदेश में नई गौशालाओं को खोलने ,बेसहारा गोवंश को आश्रय देने एवं इनसे संबंधित सख्त कानून बनाने पर विचार विमर्श किया गया। 
स्वदेशी कामधेनु गौशाला हिमाचल प्रदेश नूरपुर से आमंत्रित राजेश डोगरा ने भी इस गांव कैबिनेट में अपने बहुमूल्य विचारों को रखा एवं हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी वह प्रार्थना करते हैं की इस तरह की गौ कैबिनेट बनाई जाए जिसमें ना केवल पशुपालन विभाग अपितु पंचायती राज, कृषि एवं किसानों को भी शामिल किया जाए ताकि जो लोग वास्तव में धरातल पर आत्मनिर्भर गौशाला चलाकर इस कार्य को कर रहे हैं उन लोगों को सरकार चुनें और और सरकार के सहयोग से उन्हें आगे बढ़ने में मदद करें। ऐसी गौशाला जो गौ आधारित उत्पादों का निर्माण कर रही हैं उनको उत्पाद लाइसेंस की प्रक्रिया में मदद करें क्योंकि जब तक इस तरीके के रोल मॉडल जो आत्मनिर्भर हो, अगर तैयार नहीं होंगे तो युवा वर्ग गोपालन और गौ आधारित व्यवसाय की ओर अग्रसर नहीं होंगे। बेसहारा गोवंश की समस्या का समाधान भी तभी मिल पाएगा जब सरकार गाय गोबर और गोमूत्र पर कार्य कर रही आत्मनिर्भर गौशाला को चिन्हित करें।

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