Wednesday, November 25, 2020

भारी भरकम फीस के कारण शिक्षा आम गरीब छात्र की पहुंच से हो रही बाहर: अभाविप

राकेश शर्मा (हिमाचल विज़िट) 25 नवंबर 2020 
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक अभिलाष शर्मा ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश का 41वाँ अधिवेशन छोटी काशी मंडी के मां भीमा काली मंदिर के परिसर में संपन्न हुआ अधिवेशन में वर्ष 2020-21 की कार्यकारिणी का गठन किया गया।  
जानकारी देते हुए अभिलाष शर्मा ने  बताया कि डॉक्टर सुनील ठाकुर प्रांत अध्यक्ष तथा विशाल वर्मा प्रांत मंत्री के रूप में निर्वाचित किए गए। अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री तथा वर्तमान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रमेश पप्पा व विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रफुल्ल आकांत राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उपस्थित रहे। 
उद्घाटन समारोह कार्यक्रम की अध्यक्षता सरदार वल्लभभाई पटेल कलस्टर विश्वविद्यालय के कुलपति चमन लाल चंदन ने की। जानकारी देते हुए जिला संयोजक अभिलाष शर्मा ने कहा कि इस अधिवेशन के अंदर सरकार द्वारा जारी सभी मानकों तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी सभी निर्देशों का ध्यान रखा गया। अधिवेशन में कुल 98 प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 
अधिवेशन का वर्चुअल माध्यम से अभाविप हिमाचल के आधिकारिक पेज पर लाइव प्रसारण भी किया गया। साथ ही साथ अधिवेशन में दो प्रस्ताव भी पारित किए गए। "हिमाचल प्रदेश का वर्तमान परिदृश्य" व "हिमाचल प्रदेश का वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य" यह दो प्रस्ताव इस अधिवेशन में सर्वसम्मति से पारित किए गए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की वर्ष 2020-21 की नवीन कार्यकारिणी की घोषणा प्रांत अध्यक्ष डॉक्टर सुनील ठाकुर द्वारा की गई। 
जिला संयोजक अभिलाष शर्मा ने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य की बात करें तो हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय घोषणा के 11 वर्ष बाद भी अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है जबकि इसके साथ घोषित IIT मंडी का निर्माण व इसके बाद घोषित IIM व AIIMS का अपने भवन निर्माण का कार्य प्रगति पर है। लेकिन हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य अभी तक शुरू नही हो सका साथ में ही कृषि विवि पालमपुर व बागवानी विवि नौंणी की भारी भरकम फीस से शिक्षा आम गरीब छात्र की पहुंच से बाहर हो रही है जिसे विद्यार्थी परिषद किसी भी सूरत में सहन नही करेगी। 
आने वाले समय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर कृषि व बागवानी विवि सहित छात्र संघ चुनाव की बहाली को लेकर एक निर्णायक लड़ाई लड़ेगी अभिलाष शर्मा का यह भी कहना है की जिला में पूर्व सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए जगह-जगह महाविद्यालय तो खोल दिए हैं परंतु इन महाविद्यालयों के पास अपना स्थाई परिसर नहीं है महाविद्यालय में परध्यापकों के रिक्त पद चल रहे हैं तथा जिला में शैक्षणिक व्यवस्था मैं चल रही त्रुटियों के इन मुद्दों को लेकर विद्यार्थी परिषद पूरे प्रदेश भर के अंदर एक जन आंदोलन खड़ा करेगी। 
वही कुछ दिन पूर्व प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूलों की फीस को लेकर एक अधिसूचना जारी की गई जिसमें यह कहा गया कि स्कूल प्रबंधन अप्रैल माह से अभी तक की ट्यूशन फीस के अलावा सभी प्रकार के शुल्क फिर से ले सकते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इसका विरोध करती है व प्रदेश सरकार से यह मांग करती है कि जब पिछले 8 महीनों से सभी स्कूल बंद है ऐसे में ट्यूशन फीस के अलावा किसी भी तरह की फीस ली जाना तर्कसंगत नहीं है। 
विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है निजी स्कूलों सहित किसी भी शिक्षण संस्थान के अंदर ट्यूशन फीस के अलावा कोई भी अतिरिक्त फीस इस सत्र में नहीं ली जाए। बात करें प्रदेश के वर्तमान परिदृश्य की तो कोरोना महामारी के चलते प्रदेश के अंदर बेरोजगारी की समस्या बढ़ रही है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है कि इस स्थिति के अंदर प्रदेश सरकार सकारात्मक कदम उठाए ताकि बेरोजगारी की समस्या से निजात मिल सके।

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