Saturday, March 29, 2025

संदेश डडवाल का अनमोल दान: स्कूल के बच्चों के लिए शुरू हुई घर-द्वार वैन सेवा

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 29 मार्च 2025 
 
विकास खंड नूरपुर की पंचायत कमनाला के राजकीय उच्च विद्यालय में अब स्कूली बच्चों को दूर-दूर तक पैदल चलने की कठिनाई से नहीं गुजरना पड़ेगा। अब उन्हें अपनी पढ़ाई के रास्ते में न तो बारिश की बूंदों से डर होगा, न ही कड़ी धूप और थकावट की चिंता, क्योंकि उनके लिए एक वैन की व्यवस्था की गई है, जो उन्हें घर से स्कूल और फिर स्कूल से घर तक आराम से लेकर आएगी।
 
यह वैन स्थानीय पंचायत के उपप्रधान और पूर्व ब्लॉक समिति अध्यक्ष संदेश डडवाल द्वारा दान की गई है। शनिवार को नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने इस वैन को बच्चों को घर छोड़ने के लिए झंडी दिखाकर रवाना किया।
 
अजय महाजन ने सन्देश डडवाल द्वारा की गई इस पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के किसी सरकारी स्कूल में यह शायद पहला प्रयास है। इससे न केवल बच्चों को मुफ्त परिवहन की सुविधा मिलेगी, बल्कि यह स्कूल में छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
 
उन्होंने संदेश डडवाल की इस सराहनीय पहल की जमकर सराहना करते हुए कहा कि उनका यह कदम न केवल बच्चों के लिए एक बड़ी मदद है, बल्कि दूसरों को भी प्रेरणा देने का काम करेगा। इस अवसर पर उन्होंने संदेश डडवाल द्वारा दान की गई पाठ्य सामग्री को भी राजकीय प्राथमिक पाठशाला और राजकीय माध्यमिक पाठशाला के बच्चों में वितरित किया।
 
वहीं स्कूल पहुंचने पर प्रधानाचार्य, स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों ने पूर्व विधायक अजय महाजन का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें शाल एवं टोपी पहनाकर सम्मानित किया। 
 
इस मौके पर पंचायत उपप्रधान संदेश डडवाल, प्रधानाचार्य अजय धीमान, स्कूल प्रबंधन कमेटी की अध्यक्ष रीता देवी, तरसेम मिन्हास, राकेश शर्मा, राजन शर्मा, महेंद्र डडवाल, विशाल शर्मा व यशपाल सिंह और अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।

Wednesday, March 26, 2025

जानिए: APS जसूर विदाई समारोह में किसके सिर सजा Mr. और Ms. Farewell और Personality का ताज?

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 26 मार्च 2025

आधुनिक पब्लिक स्कूल जसूर में वार्षिक परीक्षा के समाप्त होने के पश्चात् कक्षा नवमी के छात्रों ने दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन का उद्देश्य दसवीं कक्षा के छात्रों के लिए उनके स्कूल जीवन के इस महत्वपूर्ण मोड़ को एक यादगार अनुभव बनाना था।
कक्षा नवमी के छात्रों ने कार्यक्रम की शुरुआत में दसवीं कक्षा के सभी छात्रों को मजेदार टाइटल देकर हंसी-ख़ुशी का माहौल बनाते हुए उनका स्वागत किया। इसके बाद सभी छात्रों और अध्यापकों को मिठाई आदि खिलाकर समारोह को और भी खास बना दिया गया।
इसके बाद, दसवीं कक्षा के छात्रों ने अपने अध्यापकों को सुंदर और मनमोहक उपहार व टाइटल देकर सम्मानित किया। छात्रों ने स्कूल में विताये अपने पिछले 13 वर्षों के अनमोल क्षणों की यादों को भी ताज़ा किया। 
कार्यक्रम का सबसे दिलचस्प और आकर्षक हिस्सा था—"मिस एवं मिस्टर फेयरवेल" और "पर्सनैलिटी" का चुनाव। कक्षा नवमी के छात्रों ने इन प्रतियोगिताओं के लिए राउंड-रॉबिन आधार पर दसवीं कक्षा के छात्रों को प्रतियोगी बनाया। सबसे पहले, मिस्टर और मिस फेयरवेल के लिए मॉडलिंग में सभी छात्रों ने हिस्सा लिया, और विजेताओं को अगले राउंड के लिए क्वालीफाई किया।
प्रतियोगिता के दूसरे राउंड में, कार्तिक को मिस्टर फेयरवेल और वंशिका को मिस फेयरवेल चुना गया। साथ ही, आदि को मिस्टर पर्सनैलिटी और अंकिता को मिस पर्सनैलिटी चुना गया। उन्हें सुंदर उपहार और टाइटल देकर कक्षा नवमी के छात्रों ने सम्मानित किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने और दसवीं कक्षा के छात्रों को आशीर्वाद देने के लिए विद्यालय के अध्यापक कीर्ति, निकिता, ललिता, अनुपमा, सुमन, गुलशन, सिमरन, सुचेता, आस्था, दीपिका, सरला, वंदना, राजेश, रीना, मधु, लीना और अदिति विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में, विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुशवीन पठानिया और निर्मल ठाकुर ने दसवीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें नई ऊंचाइयां छूने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, "खूब पढ़ो और ज़िंदगी में ऐसे मुक़ाम पर पहुँचो कि आपके माता-पिता और अध्यापकों का सीना गर्व से चौड़ा हो जाए।"
कार्यक्रम के अंत में, दसवीं कक्षा के छात्रों ने विद्यालय को सुंदर उपहार देकर इस यादगार समारोह का समापन किया और अपने अपने भविष्य को को नई धार देने के लिए एक दूसरे से विदा ली। 


अभिमान का त्याग कर भगवान के प्रति श्रद्धा बढ़ाएं: पंडित सुमित शास्त्री का उपदेश

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 26 मार्च 2025

प्रागपुर के पंडित सुमित शास्त्री ने तहसील ज्वाली के निकट स्थित गांव ढन में चल रही श्री मद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर "अभिमान ही भक्तिमार्ग का शत्रु है" यह महत्वपूर्ण संदेश दिया।
शास्त्री जी ने गजेंद्र मोक्ष का प्रसंग सुनाते हुए बताया कि त्रिकूट पर्वत पर रहने वाले गजराज को अपने बल और परिवार पर अत्यधिक अभिमान था। एक दिन वह अपने परिवार के साथ सरोवर में स्नान करने गया, वहां उसका पैर एक विशाल ग्राह (घड़ियाल) ने पकड़ लिया। गजराज और उसका परिवार मिलकर उसे छुड़ाने में असमर्थ रहे। तब गजराज को वैराग्य का अनुभव हुआ और उसने भगवान नारायण की स्तुति की। भगवान ने तुरंत आकर अपने सुदर्शन चक्र से ग्राह का मुंह फाड़कर गजराज को मुक्त कर दिया।
इसके बाद पंडित सुमित शास्त्री ने समुद्रमंथन, बलि-वामन चरित्र, मत्स्य अवतार की कथा, भगवान श्री राम की वंशावली, और भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा भी श्रद्धालुओं को सुनाई।
कथा के अंत में सभी भक्तों को माखन-मिश्री का प्रसाद वितरित किया गया। इस धार्मिक कार्यक्रम में मनजीत सिंह, महिंद्र, रघुवीर, बक्शी राम, सुरजीत कौर, आरती देवी, रमा और कृष्णा देवी सहित अनेकों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।


प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन के लिए नूरपुर में विशेष अभियान

 राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 26 मार्च 2025

स्वच्छ भारत मिशन- ग्रामीण अभियान के तहत आज नूरपुर विकास खंड अधिकारी अशोक कुमार की अध्यक्षता में प्लास्टिक वेस्ट के बारे में ग्राम पंचायत सुलियाली, सदवां, गुरचाल व डन्नी आसपास की अन्यों पंचायतों में जाकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठकों में पंचायत सचिवों प्रधानों व वार्ड सदस्यों के साथ स्थानीय लोगों ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया। इन बैठकों का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे का सही निष्पादन कैसे करें इस संबंध में लोगों को जागरूक करना था। 
इस दौरान बैठक में खण्ड विकास अधिकारी अशोक कुमार के साथ खण्ड समन्वयक सन्नी शाहन द्वारा लोगों व पंचायत प्रतिनिधियों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम के तहत लोगों को यह बताया गया कि पंचायत स्तर पर प्लास्टिक एकत्रित करके पंचायत द्वारा उसका निष्पादन किया जायेगा। 
खंड विकास अधिकारी नूरपुर ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन –ग्रामीण के अन्तर्गत ग्रांम पंचायत पंन्द्रेहड में प्लास्टिक वेस्ट कचरा यूनिट लगाई गई है तथा हमने योजना तैयार की है जिसमे ग्रांम पंचायतों से प्लास्टिक का साफ कचरा एकत्रित करके ग्रांम पंचायत पंन्द्रेहड मे पहुंचाया जाए। 
उन्होंने कहा कि हमने पंचायतों मे जाकर लोगों को समझाया है कि प्लास्टिक की बोतल, लिफाफा, इत्यादि को एकत्रित करके पंचायत में रखे कचरा संग्रहण केंद्र में डाले जिसके लिए खण्ड विकास अधिकारी द्वारा विकास खण्ड नूरपुर में भी बैठकों का आयोजन करवाया गया है जिसमें प्रधान/सचिव व स्वंय सहायता समूह /महिला मण्डल को प्लास्टिक वेस्ट बारे जागरूक किया गया। 
इसके साथ ही विकास खण्ड नूरपुर के सभी दुकानदारों, व्यवसायियों ओर आम जनता से अपील करते हुए कहा कि वो भी इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करे ताकि हम सब मिलकर पर्यावरण को स्वच्छ ओर संरक्षित कर सके। 

Tuesday, March 25, 2025

एक देश, दो कानून? सांसदों को आजीवन पेंशन तो कर्मचारियों को क्यों नहीं?

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 25 मार्च 2025
हिमाचल प्रदेश न्यू पेंशन स्कीम रिटायर्ड कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजीव गुलेरिया ने केंद्र सरकार द्वारा सांसदों के वेतन और पेंशन में किए गए 24% वृद्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इस बढ़ोतरी से कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन उन्होंने सवाल उठाया कि जब सांसदों और विधायकों को केवल 5 साल के कार्यकाल के बाद या समय से पहले सदन भंग होने की स्थिति में आजीवन पेंशन का प्रावधान है, तो फिर सरकारी कर्मचारियों के लिए 25 साल की सेवा की अनिवार्यता क्यों लागू की गई है?
डॉ. गुलेरिया ने मांग की कि सरकारी कर्मचारियों को भी सांसदों की तरह गारंटीड पेंशन दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एनपीएस (नई पेंशन योजना) के तहत कर्मचारियों की सैलरी से हर महीने 10% राशि काटी जा रही है, जो उनके हक पर सीधा प्रहार है। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि सांसदों की पेंशन बिना किसी अंशदान के सुनिश्चित हो सकती है, तो फिर कर्मचारियों के लिए इस तरह की कटौती क्यों की जा रही है?
डॉ. गुलेरिया ने "एक देश, एक विधान" के सिद्धांत पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब सांसदों और विधायकों को गारंटीड पेंशन मिल सकती है, तो फिर कर्मचारियों को इससे वंचित रखना अन्यायपूर्ण है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सरकारी कर्मचारियों के साथ हो रहे इस "पेंशन भेदभाव" को तुरंत खत्म किया जाए।
निष्कर्ष
डॉ. संजीव गुलेरिया ने साफ कहा कि सांसदों और विधायकों की पेंशन और वेतन बढ़ाने का विरोध नहीं है, लेकिन सरकारी कर्मचारियों के लिए भी समान पेंशन व्यवस्था लागू होनी चाहिए। उन्होंने मांग की कि एनपीएस को खत्म कर सभी कर्मचारियों को फिर से पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) का लाभ दिया जाए, ताकि वे भविष्य में आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस कर सकें।

सांसारिक सुख अधूरे क्यों हैं? भागवत कथा में मिला जवाब

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 25 मार्च 2025
तहसील ज्वाली के गांव ढन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन पंडित सुमित शास्त्री ने श्रद्धालुओं को जीवन के वास्तविक उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि "विषय सुख केवल इन्द्रियों का तर्पण है, इसमें आत्मा कभी तृप्त नहीं होती।"
उन्होंने कपिल भगवान और उनकी माता देवहूति के संवाद का उल्लेख करते हुए कहा कि संसार के समस्त भौतिक सुख अपूर्ण हैं, इसलिए इन्हें प्राप्त कर लेने से भी पूर्णता का अनुभव नहीं होता। जीवन में वास्तविक संतोष और शांति केवल प्रभु की भक्ति से ही प्राप्त हो सकती है। इसके लिए सच्चे संतों का संग आवश्यक है, क्योंकि वे ही ईश्वर की कथा सुनाकर श्रद्धा और भक्ति का संचार करते हैं।
पंडित शास्त्री ने प्रवचन में आगे कहा कि जब मनुष्य संतों के सत्संग में बैठकर प्रभु की महिमा को सुनता है, तो उसका मन भगवान के गुणों की ओर आकर्षित होने लगता है। इससे श्रद्धा उत्पन्न होती है, जो आगे चलकर विशुद्ध प्रेम में परिवर्तित होती है। यही प्रेम एक दिन भक्ति का रूप ले लेता है और भक्त को भगवान के साक्षात्कार का सौभाग्य प्राप्त होता है।
कथा में अश्वनी कुमार, अजय, राकेश, सतीश, उर्मिला प्रधान, सुनीता देवी, विमला, रक्षा सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन, कल भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस शुभ अवसर पर विशेष झांकियां सजाई जाएंगी, भजन-कीर्तन होगा और महाप्रसाद का आयोजन किया जाएगा। आयोजकों ने क्षेत्रवासियों से अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर इस पावन उत्सव का आनंद लेने की अपील की है।
पंडित सुमित शास्त्री के प्रवचनों ने श्रद्धालुओं को भक्ति और आत्मिक शांति का महत्व समझाया। कथा के माध्यम से भक्तों को संदेश दिया गया कि सांसारिक सुख क्षणिक हैं, जबकि प्रभु की भक्ति से ही जीवन में पूर्णता आती है। अब सभी की निगाहें कल के श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर टिकी हैं, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।

शिमला में 27 मार्च को भाजपा का हल्ला बोल प्रदर्शन, कांगड़ा-चंबा से कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में पहुंचने की अपील – सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 25 मार्च 2025
हिमाचल प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, खनन और नशा माफिया के बढ़ते प्रभाव तथा कांग्रेस सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 27 मार्च को शिमला में एक विशाल हल्ला बोल प्रदर्शन करने जा रही है। इस प्रदर्शन में भाजपा के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता हजारों की संख्या में भाग लेंगे।
कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने प्रदेश के कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में अराजकता बढ़ी है। संस्थानों को बंद किया जा रहा है, भ्रष्टाचार चरम पर है, और जनता की समस्याओं की सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खनन माफिया, कबाड़ माफिया और चिट्टा माफिया का राज चल रहा है, जिससे आम जनमानस परेशान है।
सांसद डॉ. भारद्वाज ने कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं से 27 मार्च को सुबह 11:00 बजे शिमला के चौड़ा मैदान में होने वाले इस विशाल धरना प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन कांग्रेस सरकार की विफलताओं को उजागर करने और प्रदेश में भाजपा की मजबूती का संदेश देने के लिए महत्वपूर्ण है।
डॉ. भारद्वाज ने कहा, "अब समय आ गया है कि इस जनविरोधी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंका जाए और प्रदेश में भाजपा की सरकार को पुनः स्थापित किया जाए।" उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से इस आंदोलन को सफल बनाने का आह्वान किया।

कर्मचारी हितों से जनकल्याण तक: एक कर्मयोगी की अनूठी कहानी

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 24 मार्च 2025
फील्ड मार्शल स्वर्गीय श्री सत महाजन जी को अपना राजनीतिक आदर्श मानते हुए और 600 से अधिक नि:शुल्क योग शिविरों का आयोजन करने वाले जिला कांगड़ा के रजनेश कुमार शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान कर्मचारियों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण पहल कीं। हिमाचल पथ परिवहन निगम की जसूर कार्यशाला में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने इसके विकास में अहम भूमिका निभाई। 
कर्मचारी राजनीति से समाज सेवा की ओर उनकी यात्रा अनेक महत्वपूर्ण और सफल पड़ावों से होकर गुजरी है।  उस समय के परिवहन मंत्री किशन कपूर के साथ उनके मधुर संबंधों के चलते, जसूर कार्यशाला को आधुनिक बनाने में उनका विशेष योगदान रहा।
रजनेश कुमार शर्मा ने 25 वर्षों तक कर्मचारी राजनीति में सक्रिय रहकर अपने सहकर्मियों की सेवा की। उन्होंने जिला अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, और राष्ट्रीय सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। निगम और कर्मचारियों के हित में उन्होंने केवल आवाज ही नहीं उठाई, बल्कि कई आंदोलन भी किए। 5 जून 1995 को निगम में पेंशन सुविधा लागू करवाने और 15 जून 2000 को सैकड़ों दैनिक वेतनभोगियों को नियमित करने में उनका विशेष योगदान रहा।
5 फरवरी 2004 को उन्होंने विश्वविख्यात योग गुरु स्वामी रामदेव जी को अपना गुरु मानते हुए कर्मचारी राजनीति से अलग होकर समाज सेवा को समर्पित होने का निर्णय लिया। वर्तमान में वे पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार में अपने गुरुजी के मार्गदर्शन में नि:शुल्क सेवा दे रहे हैं। समाज कल्याण के लिए उन्होंने जिला कांगड़ा और हिमाचल प्रदेश के अलावा देश के विभिन्न शहरों और दुबई जैसे विदेशों में 600 से अधिक नि:शुल्क योग शिविरों का आयोजन किया, जिससे हजारों लोगों को योग और स्वस्थ जीवन के प्रति प्रेरित किया। साथ ही, उन्होंने करीब 200 शिक्षण संस्थानों में योग शिविर लगाकर बच्चों को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।
कोरोना काल में भी उन्होंने प्रशासन के साथ मिलकर समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई। योग सेवा के साथ-साथ, 24 जनवरी 2010 को अपनी शादी की 18वीं सालगिरह पर, उन्होंने अपनी धर्मपत्नी रमा शर्मा के साथ मरणोपरांत देहदान का संकल्प लिया और हर तीन महीने में रक्तदान करने की प्रतिज्ञा की। अब तक 77 बार रक्तदान कर चुके रजनेश कुमार ने शहीदी दिवस के अवसर पर नूरपुर ब्लड डोनर क्लब के रक्तदान शिविर में भाग लेते हुए युवाओं को समाज सेवा के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे शहीद भगत सिंह जैसे देशभक्तों से प्रेरणा लें और नशे की लत से बचते हुए समाज हित में योगदान दें।
रजनेश शर्मा का जीवन एक प्रेरणास्रोत है, जो यह दर्शाता है कि समर्पण और सेवा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।

Monday, March 17, 2025

स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानें और समय पर इलाज से बचाएं जीवन: डॉ आशीष

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 17 मार्च 2025

नूरपुर सरकारी अस्पताल में तैनात डाक्टर आशीष ने बताया कि अब नूरपुर अस्पताल में मस्तिष्काघात (Stroke) के कारण अक्सर होने बाले पक्षाघात (Paralysis) का  समय पर इलाज उपलब्ध है जिसमें टीपीए (टिश्यू प्लास्मिनोजन एक्टिवेटर) इंजेक्शन दिया जाता है। यह इंजेक्शन सरकार द्वारा मुफ्त में उपलब्ध करवाया गया है जिस से कि स्ट्रोक के कारण होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिलती है। 

डॉ आशीष ने बताया कि स्ट्रोक के लक्षणों को आसानी से याद रखने के लिए FAST मेमोनिक का उपयोग किया जा सकता है:

एफ (F) - चेहरे पर कमजोरी (फेस)

ए (A)- हाथ या पैर में कमजोरी (आर्म)

एस (S) - बोलने में परेशानी (स्पीच)

टी (T) - समय पर इलाज की आवश्यकता (टाइम)

आमजन को सचेत करते हुए डॉ आशीष ने कहा कि यदि मरीज साढ़े चार घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचता है, तो उसका इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि यदि आपको या आपके किसी परिचित को स्ट्रोक के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत अस्पताल पहुंचें और समय पर इलाज कराएं।
वहीं मेडिकल सुपरिटेंडेंट नूरपुर विवेक बन्याल ने कहा कि यह ध्यान रखना अति महत्वपूर्ण है कि स्ट्रोक का समय पर इलाज होना चाहिए। इलाज में देरी से नुकसान हो सकता है। 

Monday, March 10, 2025

कंडवाल टोल यूनिट नीलामी पूरी: जानिए कितने करोड़ में हुआ नीलाम

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 10 मार्च 2025 
कंडवाल टोल यूनिट नीलामी पूरी, 16.03 करोड़ में ठेका महादेव टोल को आवंटित, राजस्व में 1.47 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी
राजस्व जिला नूरपुर के कंडवाल टोल यूनिट की नीलामी प्रक्रिया वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आज उपायुक्त आबकारी कार्यालय, नूरपुर में संपन्न हुई। नीलामी की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा विनय कुमार (आईएएस) ने की।
उपायुक्त आबकारी, राजस्व जिला नूरपुर, प्रीत पाल सिंह ने जानकारी दी कि कंडवाल टोल यूनिट की नीलामी प्रक्रिया में एम/एस देव भूमि टोल टैक्स और एम/एस महादेव टोल द्वारा निविदाएं प्रस्तुत की गईं। इनमें एम/एस महादेव टोल द्वारा 16.03 करोड़ रुपये की सर्वोच्च निविदा प्रस्तुत की गई, जो एम/एस देव भूमि टोल टैक्स की निविदा ₹16,00,11,111/- (सोलह करोड़ ग्यारह हजार एक सौ ग्यारह रुपये मात्र) से अधिक रही।
उन्होंने बताया कि नीलामी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी है और कंडवाल टोल यूनिट का ठेका एम/एस महादेव टोल को आवंटित किया गया है। यह निविदा आरक्षित मूल्य से 37.80 लाख रुपये (2.42%) अधिक तथा पिछले वर्ष की तुलना में 1.47 करोड़ रुपये (10.10%) अधिक रही।
नीलामी प्रक्रिया के दौरान अतिरिक्त आयुक्त, राज्य कर एवं आबकारी उत्तर क्षेत्र हिमाचल प्रदेश, नविंदर सिंह, उपायुक्त, राज्य कर एवं आबकारी, राजस्व जिला नूरपुर, प्रीत पाल सिंह एवं सहायक आयुक्त, राज्य कर एवं आबकारी कांगड़ा, रविंदर सिंह उपस्थित रहे।

Sunday, March 9, 2025

आर्य डिग्री कॉलेज नूरपुर में पोस्टर नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 07 मार्च 2025
राजकीय आर्य डिग्री कॉलेज नूरपुर में महिला प्रकोष्ठ और संगीत विभाग वादन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के पांचवें दिन महिला सशक्तिकरण पर पोस्टर निर्माण और नारा लेखन प्रतियोगिता का सफल आयोजन कॉलेज प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर के नेतृत्व में प्रो० भारती भागसेन और प्रो० मोनिका द्वारा किया गया।
प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य लैंगिक समानता, महिलाओं के अधिकार, शिक्षा नेतृत्व और समाज में महिलाओं की भूमिका पर जागरूकता बढ़ाना था। प्रतियोगिता में विभिन्न प्रतिभागियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया और अपने रचनात्मक विचारों को पोस्टर और स्लोगन के माध्यम से प्रस्तुत किया। 
प्रतियोगियों के पोस्टरो का मूल्यांकन सृजनात्मक विषय की प्रासंगिकता, संदेश की स्पष्टता और कलात्मक प्रस्तुति के आधार पर किया गया निर्णायक मंडल में प्रोफेसर मनजीत सिंह डॉ अनिल कुमार, प्रोफेसर सुरजीत कुमार शामिल रहे जिन्होंने उत्कृष्ट पोस्टरों का चयन किया। 
पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मुहम्मद इरफान स्नातक प्रथम वर्ष के छात्र द्वितीय स्थान डिंपल स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा और सिया वर्मा स्नातक प्रथम वर्ष तथा रिया रही तथा तृतीय स्थान मोनिका शर्मा स्नातक प्रथम वर्ष और रोहित कुमार रहे। स्लोगन लेखन में प्रथम स्थान प्रिया रानी स्नातक तृतीय वर्ष की छात्रा द्वितीय स्थान आकांक्षा स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा तथा आशा स्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा रही।
समापन समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर अनिल कुमार ठाकुर ने महिला सशक्तिकरण के महत्व का प्रेरणादायक भाषण दिया। इस अवसर पर महिला प्रकोष्ठ के संयोजक प्रोफेसर सीमा ओहरी और सुरजीत सिंह भी उपस्थित रहे। 

अवैध खनन के खिलाफ विशेष अभियान: वसूला लाखों रुपये कम्पाउंडिंग शुल्क

समाचार हिमाचल : 09 मार्च 2025

अवैध खनन के खिलाफ विभाग ने शुरू किया विशेष अभियान: डॉ. यूनुस

6 मार्च तक 719 मामले पंजीकृत, 21,45,720 लाख रुपये कम्पाउंडिंग शुल्क वसूला

निदेशक उद्योग डॉ. यूनुस ने बताया कि विभाग अवैध खनन गतिविधियों को रोकने और त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि जनवरी माह में विभाग द्वारा कुल 364 अवैध खनन मामलों के चालान पंजीकृत किए गए और 141 मामलों में 10,71,520 रुपये कम्पाउंडिंग शुल्क वसूल किया गया। फरवरी माह में 21 फरवरी तक 238 अवैध खनन मामलों का चालान किया गया और 92 मामलों में 6,37,500 रुपये कम्पाउंडिंग शुल्क वसूल किया गया।
डॉ. यूनुस ने बताया कि विभाग ने 22 फरवरी 2025 को अवैध खनन के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू किया है। इसके तहत 6 मार्च 2025 तक राज्य में 117 अतिरिक्त मामलों में चालान पंजीकृत किए गए। इस अभियान के तहत पकड़े गए सभी मामलों में विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध खनन में शामिल व्यक्तियों पर 4,36,700 रुपये जुर्माना भी लगाया है। उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर कड़ी नजर रखी जा रही है और इसे रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अवैध खनन पर शिकंजा कसने के लिए भविष्य में भी सख्त कदम उठाए जाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता के लिए जनता का सहयोग और सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे सतर्क रहें और अवैध खनन गतिविधियों की जानकारी व्हाट्सएप नबंर 08988500249, दूरभाष 0177-2990575 और ईमेल geologicalwing@gmail-com के माध्यम से तुरंत विभाग को दें। विभाग को अब तक इन संचार माध्यमों से 180 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं।

Friday, March 7, 2025

शनिवार को होने वाली 12वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय की परीक्षा रद्द

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 07 मार्च 2025

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने शुक्रवार 7 मार्च को एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए शनिवार को होने वाली 12वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय की परीक्षा को रद्द करने की घोषणा की है। नोटिफिकेशन के अनुसार चंबा जिले के चुवाड़ी स्कूल में गलती से 10वीं कक्षा के स्थान पर खोला था 12वीं कक्षा का पेपर खोल दिया गया था। ऐसे में शिक्षा बोर्ड ने संज्ञान लेते हुए शनिवार को होने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया है और कहा है कि जल्द ही परीक्षा ने लिए नई तिथि की घोषणा की जाएगी। 

राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 07 मार्च 2025
राजकीय आर्य महाविद्यालय नूरपुर में “पर्यावरण विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन” का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर के दिशा निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन कर की गई। 
तत्पश्चात सम्मेलन में आए विशेषज्ञों/मुख्य वक्ताओं डॉ मनोज कुमार, प्रोफेसर, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी दिल्ली व डॉ. अमित कुमार चावला, प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय हिमालय जैव संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान (IHBT), पालमपुर का स्वागत किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर द्वारा स्वागत भाषण दिया गया और सम्मेलन के संयोजक डॉ राकेश कुमार द्वारा पर्यावरण सम्मेलन विषय व कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
इस सम्मेलन में देश भर से विशेषज्ञ और शिक्षाविद शामिल हुए। इस सम्मेलन में महत्वपूर्ण पर्यावरणीय और जैव-प्रौद्योगिकी प्रगति पर केंद्रित ज्ञानवर्धक व्याख्यान, पोस्टर प्रस्तुतियाँ और एक सूचनात्मक प्रदर्शनी आयोजित की गई।
राजकीय आर्य डिग्री कॉलेज द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्देश्य महत्वपूर्ण पर्यावरणीय मुद्दों पर चर्चा और ज्ञान साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
सम्मेलन के प्रथम सेशन की शुरुआत मुख्य वक्ताओं के वक्तव्य द्वारा की गई जिसमें इकोलॉजिकल कैरिंग कैपेसिटी विषय पर (Ecological Carrying Capacity) भारतीय हिमालय जैव संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान (IHBT), पालमपुर के प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. अमित कुमार चावला ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उनके प्रस्तुतीकरण में सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों की सीमाओं को समझने और प्रबंधित करने के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसके पश्चात ‘प्लांट बेस्ड एंथ्रेक्स वैक्सीन’ विषय पर (Plant-Based Anthrax Vaccine)
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली के प्रोफेसर, डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने व्याख्यान दिया । उनके शोध ने टीका उत्पादन के लिए नवीन दृष्टिकोणों को उजागर किया, जो इस गंभीर बीमारी से निपटने के लिए संभावित समाधान प्रदान करते हैं।
इस सम्मेलन के दूसरे भाग में प्रदर्शनी व पोस्टर का भी आयोजन किया गया । इसमें व्याख्यानों के अतिरिक्त, सम्मेलन में छात्रों और शोधकर्ताओं द्वारा विभिन्न पर्यावरणीय विषयों पर अपने काम को प्रदर्शित करने वाली पोस्टर प्रस्तुतियाँ भी शामिल थीं। प्रदर्शनी एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजिकल सर्विसेज (Environment and Ecosystem Services) विषय से संबंधित रही जिसमें उपस्थित लोगों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना सूचनात्मक प्रदर्शन और इंटरैक्टिव प्रदर्शन प्रदर्शित करना रहा। 
इस प्रदर्शनी ने पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व के बारे में उपस्थित लोगों के ज्ञान को बढ़ाने में मदद की । इस प्रदर्शनी में अर्जुन अर्थ फाउंडेशन व रीजनल रिसर्च हॉर्टिकल्चर इंस्टीट्यूट जॉछ जसूर ( Regional Horticulture Research Station Jachhi , Jassur) द्वारा विभिन्न प्रकार के फॉरेस्ट्री, मेडिसिनल, आर्नामेंटल, बागवानी पौधों की प्रदर्शनी लगाई गई। 
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार ठाकुर द्वारा किए गए अपने शोध से संबंधित विभिन्न प्रकार के औषधिय पौधों के बारकोड संयुक्त चित्र प्रस्तुत किए गए। महाविद्यालय नूरपुर के विद्यार्थियों द्वारा भी विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधे व उनके उत्पादों को प्रदर्शित किया गया।
सम्मेलन के दूसरे तकनीकी सत्र मे विभिन्न स्पीकर्स/वक्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। सम्मेलन में महाविद्यालय के लगभग 200 विद्यार्थी, समस्त शिक्षक व गैर शिक्षक वर्ग सदस्य मौजूद रहे। सम्मेलन में आए हुए विभिन्न वक्ताओं, अतिथियों, शोधकर्ताओं व विद्यार्थियों ने इसे ज्ञानवर्धक, सुनियोजित व पर्यावरण विषय से संबंधित समस्याओं, उनके उपायों व समाधानों पर प्रकाश डालने वाला बताया ।

आखिर क्यों? राधिका सैनी, तहसीलदार नूरपुर

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल)

प्रस्तुत लेख सुश्री राधिका का एक प्रगति और सशक्तिकरण की ओर कदम बढ़ाने का शक्तिशाली संदेश है। वे न केवल महिला अधिकारों को लेकर समाज के दमनात्मक दृष्टिकोण को चुनौती दे रही हैं, बल्कि यह भी जता रही हैं कि बदलाव का समय अब आ चुका है। यह उद्धरण हमें याद दिलाता है कि महिलाओं का संघर्ष केवल व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए भी जरूरी है।
सुश्री राधिका ने एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की अपनी जिम्मेदारी का भी अहसास कराया है। उनका यह कहना कि “अब नारी झुकेगी नहीं, अब दौर बदलेगा”, महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणा का काम करता है।
आपके विचारों के अनुसार, क्या आपको लगता है कि इस बदलाव के लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या होगी? क्या यह बदलते हुए समाज और मानसिकता की ओर हमारा कदम बढ़ाने का समय है?
राधिका सैनी कहती हैं कि आज की महिला सिर्फ़ सपने देखने तक सीमित नहीं है, वह उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत भी कर रही है। वह घर भी चला रही है और ऑफिस भी, खेतों में हल भी चला रही है और कारोबार भी। लेकिन क्या हमारा समाज उसकी इस मेहनत को पूरी तरह स्वीकार कर पाया है? अगर वह अपनी ज़िंदगी अपने हिसाब से जीना चाहती है, तो उसे सवालों के कटघरे में क्यों खड़ा किया जाता है? जब कोई लड़की करियर चुनती है, तो पूछा जाता है—“शादी कब करोगी?” जब कोई महिला प्रमोशन पाती है, तो कानाफूसी होती है—“जरूर किसी की सिफारिश होगी!” और अगर कोई महिला अपने हक़ की आवाज़ उठाती है, तो उसे “बागी”, “असभ्य” या “ज्यादा बोलने वाली” करार दिया जाता है। आखिर क्यों?
समाज के हर वर्ग की महिलाओं की अलग-अलग चुनौतियाँ हैं। गाँवों में आज भी लड़कियाँ स्कूल छोड़ने को मजबूर होती हैं क्योंकि या तो स्कूल दूर है या परिवार को लगता है कि पढ़ाई उनके लिए ज़रूरी नहीं। कामकाजी महिलाओं को आज भी ‘अच्छी माँ’ और ‘बेहतरीन प्रोफेशनल’ के बीच संतुलन बिठाने की जद्दोजहद करनी पड़ती है। घर में रहकर परिवार संभालने वाली महिलाओं का योगदान आर्थिक रूप से गिना ही नहीं जाता। और जब बात दिहाड़ी मजदूर या घरेलू कामगार महिलाओं की आती है, तो वे अब भी बुनियादी अधिकारों और सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रही हैं।
तकनीक और सोशल मीडिया के इस दौर में नई तरह की समस्याएँ भी खड़ी हो रही हैं। इंटरनेट की ताकत जहाँ एक तरफ़ महिलाओं को जागरूक बना रही है, वहीं दूसरी ओर यह उन्हें ट्रोलिंग, साइबर अपराध और मानसिक उत्पीड़न का शिकार भी बना रही है। छोटे बच्चे, ख़ासकर गाँवों और छोटे शहरों में, सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों के शिकार हो रहे हैं—रील्स और वायरल ट्रेंड्स ने उनकी शिक्षा और नैतिक मूल्यों को प्रभावित किया है। क्या यह चिंता का विषय नहीं है कि हमारा समाज ज्ञान और हुनर की जगह दिखावे और लाइक्स को प्राथमिकता देने लगा है? हमें यह समझना होगा कि असली सशक्तिकरण तभी आएगा जब हमारी लड़कियाँ डिजिटल रूप से भी जागरूक हों, सही और गलत में फर्क कर सकें, और आत्मनिर्भर बनने के लिए तकनीक का सही उपयोग कर सकें।
लेकिन बदलाव आ रहा है। बेटियाँ अब केवल संघर्ष नहीं कर रहीं, वे जीत भी रही हैं। वे अब अपनी पहचान किसी की बेटी, पत्नी या माँ के रूप में नहीं, बल्कि खुद के नाम से बना रही हैं। अब वे “दया” की नहीं, अधिकारों की माँग कर रही हैं। अब वे सिर्फ़ “सुरक्षा” नहीं, सत्ता में भागीदारी” चाहती हैं। अब उन्हें कोई “संभालने” की नहीं, अवसर देने की जरूरत है।
सरकार की योजनाएँ—“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, “उज्ज्वला योजना”, “मुद्रा योजना”, “महिला स्वयं सहायता समूह”—महिलाओं को सशक्त बना रही हैं, लेकिन असली बदलाव तभी आएगा जब हर गाँव, हर शहर और हर गली में यह सोच बदले कि “लड़की बोझ नहीं, बराबर की हक़दार है।” एक प्रशासनिक अधिकारी होने के नाते मेरी यह ज़िम्मेदारी है कि महिलाओं तक उनके हक़ पहुँचें—चाहे वह भूमि के मालिकाना हक़ की बात हो, न्याय की, या स्वरोज़गार की। किसी भी महिला को सिर्फ इसलिए अपने अधिकार से वंचित न रहना पड़े क्योंकि उसे जानकारी नहीं है या सिस्टम की जटिलताओं की वजह से वह पीछे रह जाती है।
इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मेरा सभी से एक ही आग्रह है—हम केवल नारों तक सीमित न रहें, बल्कि यह सुनिश्चित करें कि हर घर, हर स्कूल, हर ऑफिस, और हर पंचायत में यह बदलाव महसूस हो। महिलाओं को सिर्फ़ “सम्मान” देना ही काफी नहीं, उन्हें बराबरी का हक़ मिले, निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिले, और अपने जीवन को अपने तरीके से जीने की आज़ादी मिले।
अब नारी झुकेगी नहीं, अब दौर बदलेगा। यह बदलाव हर परिवार से, हर दफ्तर से, हर गाँव-शहर से शुरू होगा। हम सभी को यह सुनिश्चित करना होगा कि अगली पीढ़ी की लड़कियों को वह समाज मिले, जहाँ वे खुलकर हँस सकें, निर्भीक होकर आगे बढ़ सकें, और बिना किसी संकोच के अपने निर्णय ले सकें। क्योंकि जब एक नारी आगे बढ़ती है, तो पूरा समाज, पूरा देश, और पूरी दुनिया उसके साथ आगे बढ़ती है!


Thursday, March 6, 2025

भरमोली में संकीर्तन एवं भागवत रहस्य कथा का आयोजन 8 से 16 मार्च तक

राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 06 मार्च 2025

विकास खंड नूरपुर अधीन जसूर के भरमोली में संकीर्तन एवं भगवत रहस्य कथा का आयोजन किया जा रहा है। भरमोली स्थित आनंद उत्सव पैलेस में शनिवार 8 मार्च से लेकर रविवार 16 मार्च तक संकीर्तन एवं भागवत रहस्य कथा का आयोजन किया जा रहा है। 
कथा प्रतिदिन दोपहर 1:00 से लेकर शाम 4:00 बजे तक आयोजित की जाएगी। कथा में कथावाचक नदीया बिहारी दास भगवत के गूढ़ रहस्यों का व्याख्यान करते हुए श्रोताओं को निहाल करेंगे। 
इस दौरान प्रतिदिन कथा के उपरांत भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमे श्रोतागण प्रसाद ग्रहण कर सकते हैं।