राकेश शर्मा (समाचार हिमाचल) 17 मार्च 2025
नूरपुर सरकारी अस्पताल में तैनात डाक्टर आशीष ने बताया कि अब नूरपुर अस्पताल में मस्तिष्काघात (Stroke) के कारण अक्सर होने बाले पक्षाघात (Paralysis) का समय पर इलाज उपलब्ध है जिसमें टीपीए (टिश्यू प्लास्मिनोजन एक्टिवेटर) इंजेक्शन दिया जाता है। यह इंजेक्शन सरकार द्वारा मुफ्त में उपलब्ध करवाया गया है जिस से कि स्ट्रोक के कारण होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिलती है।
डॉ आशीष ने बताया कि स्ट्रोक के लक्षणों को आसानी से याद रखने के लिए FAST मेमोनिक का उपयोग किया जा सकता है:
एफ (F) - चेहरे पर कमजोरी (फेस)
ए (A)- हाथ या पैर में कमजोरी (आर्म)
एस (S) - बोलने में परेशानी (स्पीच)
टी (T) - समय पर इलाज की आवश्यकता (टाइम)
आमजन को सचेत करते हुए डॉ आशीष ने कहा कि यदि मरीज साढ़े चार घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचता है, तो उसका इलाज संभव है। उन्होंने कहा कि यदि आपको या आपके किसी परिचित को स्ट्रोक के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत अस्पताल पहुंचें और समय पर इलाज कराएं।
वहीं मेडिकल सुपरिटेंडेंट नूरपुर विवेक बन्याल ने कहा कि यह ध्यान रखना अति महत्वपूर्ण है कि स्ट्रोक का समय पर इलाज होना चाहिए। इलाज में देरी से नुकसान हो सकता है।
We never trust Dr Ashish.
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