Friday, November 19, 2021

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग निरीक्षक के पक्ष में उतरे ब्लॉक नूरपुर के तमाम डिपो संचालक

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 19 नवंबर 2021 
नूरपुर ब्लॉक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग निरीक्षक के ऊपर प्रदेश डिपो संचालक समिति के तथाकथित प्रदेशाध्यक्ष द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप निराधार और बेबुनियाद है। जिसका नूरपुर ब्लॉक के तमाम डिपो संचालकों ने लिखित रूप से खंडन किया है। निरीक्षक द्वारा कभी भी किसी भी नूरपुर ब्लॉक के डिपो संचालक से दुकानों के ऊपर नीले पेंट करने का खर्चा नही मांगा है। यह मात्र तथाकथित स्वयंभू प्रदेशाध्यक्ष की साजिश है तथा विभाग व नूरपुर ब्लॉक के तमाम डिपो संचालकों को बदनाम करके अपने लिए झूठी शौहरत व  वाह बाहि लूटने का विफल प्रयास मात्र है। यदि साजिशकर्ता के पास नूरपुर डिपो संचालक के किसी भी डिपो संचालक का लिखित शिकायत पत्र इस सन्दर्भ में है तो लिखित दस्तावेज प्रस्तुत करे।
प्रीतम चंद शर्मा डिपो संचालक कंडवाल द्वारा बताया गया कि निरीक्षक नूरपुर द्वारा हमसे किसी भी प्रकार की धन राशि की मांग नही की गई है। जबकि वायोमीटर मशीन के अलग से चार्जेज प्रति कार्ड मात्र पच्चीस पैसे के हिसाब से हमने जरूर निरीक्षक को जमा करवाए थे। जिनके लिए सरकार द्वारा मशीन ट्रांजेक्शन का चार्जेज अदा करने के आदेश दिए गए है।मेरा दूरभाष पर कोई भी वार्तालाप, संवाद अनाधिकृत है और इस सन्दर्भ में यदि मेरा कोई लिखित बयान या लिखित रूप से शिकायत पत्र पाया जाता है तो मैं कसूरवार हूं। अन्यथा यह साजिशकर्ता की नूरपुर ब्लॉक के तमाम डिपो संचालकों को व विभाग को बदनाम करने की सोची समझी चाल है। जिसका मैं बिना किसी दवाब में खंडन करता हूं।
नूरपुर डिपो होल्डर सुदर्शन शर्मा ने बताया कि यहां तक रही बात डिपो संचालक समिति के प्रदेशाध्यक्ष की जिसको नूरपुर ब्लॉक का एक एक डिपो होल्डर अध्यक्ष नही मानता है। क्योंकि असल मे 5000 डिपो संचालकों का परिवार मात्र तीन डिपो संचालक के परिवारों तक ही सीमित रह गया है। विशेषकर नूरपुर ब्लॉक से संबायभू प्रदेशाध्यक्ष से आज तक किया गया चंदा का लेखा जोखा का हिसाब किताब मांगा गया था। जिसका तथाकथित प्रदेशाध्यक्ष ने कड़ा विरोध किया था और यह कह कर मांग को टाल मटोल में निकल दिया। जिसका खामियाजा आज नूरपुर ब्लॉक की बदनामी के रूप में किया जा रहा है जिसका मैं खंडन करता हूं।

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