Saturday, June 27, 2020

युवा कांग्रेस की चेतावनी: नीरज भारती के खिलाफ केस बापिस न लिया तो होगा आंदोलन

राकेश शर्मा (जसूर) 27 जून 2020

शनिवार को युवा ज़िला कांग्रेस ने कांग्रेस नेता व पूर्व सीपीएस नीरज भारती को देशद्रोह के तहत गिरफ्तारी को तत्काल प्रभाव से वापिस लेने हेतु तहसीलदार नरपुर के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को को एक ज्ञापन भेजा।
ज्ञापन में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस आपको अवगत करवाना चाहती है कि जिला कांगड़ा से कांग्रेस नेता व पूर्व सीपीएस नीरज भारती को देशद्रोह के केस में गिरफ्तार करना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है तथा प्रदेश सरकार की सरासर तानाशाही है।
युवा कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश सरकार सत्ता के नशे में चूर होकर सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। ज्ञापन में कहा गया है कि पूर्व विधायक व पूर्व सीपीएस नीरज भारती केंद्र की बीजेपी सरकार व प्रदेश सरकार के खिलाफ लगातार आवाज़ बुलंद करते रहते हैं और प्रदेश सरकार द्वारा उनके खिलाफ जबरन 124A के तहत देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज कर गिरफ्तार करना अत्यंत निंदनीय है जिसे युवा कांग्रेस बिल्कुल भी सहन नही करेगी। 
हिमाचल युवा कांग्रेस ने मांग करते हुए कहा है कि इस मामले में कड़ा संज्ञान लिया जाये तथा नीरज भारती की गिरफ्तारी रद्द कर उनके खिलाफ झूठे देशद्रोह के मुक़दमे को तुरंत वापिस लिया जाये। 
युवा कांग्रेस बताना चाहती है कि भाजपा के नेतागण द्वारा कांग्रेस पार्टी के स्वतंत्रता सेनानी नेताओं व कांग्रेस के संवैधानिक पद पर रहे बड़े नेताओं के खिलाफ बहुत गलत शब्दो एवं भाषा का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन प्रदेश सरकार बीजेपी से जुड़े ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई कारवाई नही करती है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पूर्व पीएम नेहरू, इंदिरा गांधी व राजीव गांधी सहित कई सम्मानीय नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की जाती है लेकिन पुलिस उनके खिलाफ आज तक कोई भी कारवाई नही कर पाई है । 
युवा कांग्रेस ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करना कोई देशद्रोह नही होता है इसलिए नीरज भारती के खिलाफ 124A के तहत देशद्रोह का मुकद्दमा तुरन्त वापिस लिया जाए। अन्यथा युवा कांग्रेस प्रदेश भर में बीजेपी सरकार की तानाशाही की खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी तथा प्रदेश भर में जगह जगह उग्र आंदोलन करेगी। जिसके लिए प्रदेश सरकार स्वयं जिम्मेदार होगी। 
इस मौके पर अनुराग धीमान, अभिनव सूद, सुमित मेहरा, रजत महाजन, जगदीश जग्गू, कपिल सिंह, विशाल घई सहित अनेक कांग्रेस के युवा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

महिला बॉक्सिंग खिलाड़ियों को 51 हजार रुपये प्रति खिलाड़ी देने की घोषणा

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 27 जून 2020 
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने तथा मेडल हासिल करने वाली किन्नौर जिले की तीन महिला बाॅक्सिंग खिलाड़ियों विनाक्षी देवी, स्नेहा तथा दीपिका को अपनी ऐच्छिक निधि से प्रत्येक को 51,000 रुपये देने की घोषणा की है।
इनमें कुमारी विनाक्षी देवी, जिन्होंने खेलों इण्डिया अभियान के तहत वर्ष 2019 में अंडर-19 बाॅक्सिंग में गोल्ड मेडल तथा वर्ष 2020 में भूटान इंटरनेशनल इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल किया। कु. स्नेहा, जिन्होंने खेलों इण्डिया अभियान के तहत वर्ष 2020 में अंडर-19 बाॅक्सिंग में गोल्ड मेडल हासिल किया और स्पेन में बॉक्सिंग की जूनियर विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया।
कु. दीपिका ने स्वीडन में वर्ष 2020 में आयोजित विश्व बाक्सिंग यूथ चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया। राज्यपाल ने उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और भावी तैयारियों के लिए यह राशि प्रदान की है। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस दौर में खिलाड़ी अपने प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन उनका अभ्यास जारी है। ये खिलाड़ी भविष्य के लिए अच्छी तैयारी करें और प्रदेश व देश का नाम रोशन करें, इसलिए उन्हें प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है।
राज्यपाल आज किन्नौर जिले के कुछ प्रमुख व्यक्तियों, गैर सरकारी संगठनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बातचीत कर रहे थे। किन्नौर जिले के उपायुक्त गोपाल चंद भी इस अवसर पर उपस्थित थे। राज्यपाल ने किन्नौर में कोरोना काल में स्वास्थ्य और ऑनलाइन शिक्षा की स्थिति, जागरूकता अभियान, जिले में विकास कार्यों को लेकर बातचीत की।
वीडियो कांफ्रेसिंग में भाग लेने वाले लोगों ने राज्यपाल को जिले में विशेषज्ञ चिकित्सकों और फोन कनेक्टिविटी की समस्या से अवगत करवाया। उन्होंने कल्पा में स्पोर्ट्स सेन्टर खोलने, बार्डर क्षेत्र में संपर्क सड़कों को चौड़ा करने व सीए स्टोर के निर्माण की बात उठाई। उन्होंने अग्निकांड प्रभावितों को राहत राशि पांच लाख रुपये तक बढ़ाने के लिए सरकार से मामला उठाने का आग्रह किया।
राज्यपाल ने उनकी मांगों पर गौर कर उन्हें सरकार के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया। राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

केंद्र सरकार ने हिमाचल को 500 वेंटिलेटर उपलब्ध करवाए

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 27 जून 2020  
वैश्विक कोरोना महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश सरकार व्यापक निवारक एवं उपचारात्मक उपायों का प्रयोग कर रही है और इससे निपटने के लिए पूर्णतः सक्षम है। गत दिनों मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के दौरान हुई बैठक में वेंटिलेटर की कम उपलब्धता बारे चिंता जताई गई है और प्रदेश को वेंटिलेटर उपलब्ध करवाने का आग्रह किया था।
  इस आग्रह को स्वीकार करते हुए हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार द्वारा 500 वेंटिलेटर उपलब्ध करवा दिए गए हैं, जो प्रदेशवासियों के लिए राहत का विषय है। इन 500 वेंटीलेटर में से 200 वेंटिलेटर प्रदेश में पहुँच गए हैं और बाकी 300 वेंटिलेटर दो दिनों के भीतर प्रदेश में पहुंच जाएंगे। प्रदेश में पहले से ही 110 वेंटिलेटर उपलब्ध थे, अब इनकी संख्या कुल 610 हो जाएगी।
यह जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि केंद्र द्वारा दिए गए वेंटिलेटर में 178 ट्रांसपोर्ट वेंटिलेटर हैं और बाकी आईसीयु वेंटिलेटर हैं, जो प्रदेश सरकार को निःशुल्क दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि यह वेंटिलेटर एच.एल.एल. के माध्यम से उपलब्ध करवाए गए हैं और भारत इलैक्ट्राॅनिक्स लिमिटेड द्वारा बनाए गए हैं। इन वेंटिलेटर को प्रदेश के सभी मेडिकल काॅलेजों, सभी जिला अस्पतालों और अन्य कोविड से संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों में स्थापित किया जा रहा है। 
इन वेंटिलेटर के संचालन के लिए मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए इन वेंटिलेटर के माध्यम से कोरोना संक्रमित लोगों के उपचार के लिए निश्चित रूप से स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों को और अधिक बल मिलेगा और आने वाले समय में अगर कोविड के मामले बढ़ते हैं तो गंभीर मरीजों के बेहतर प्रबंधन में मदद मिलेगी।

Friday, June 26, 2020

गरीबों के लिए योजनाएं तो हैं, लेकिन ....

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 26 जून 2020 लेकिन 

सरकार ने वैसे तो गरीबों के लिए कई योजनाएं चला रखीं हैं लेकिन शायद ही कभी किसी जरूरतमंद गरीब को समय पर सहायत मुहैया हो पाई हो।लम्बी कागजी प्रक्रिया के चलते तो कभी प्रशासन के ढुलमुल रवैये के कारण गरीब हमेशा असहाय ही नज़र आता है। 
विकास खण्ड नूरपुर की पंचायत अगाहर के गांव कैहरना निवासी मोहन लाल जर्जर हो चुकी घर में अपने परिवार के साथ दिन काटने को मजबूर है।छत पर डाली गई टीन भी बेहद दयनीय स्थिति में पहुँच चुकी है जो कि जगह जगह से टपकती है। बरसात सर पर है और ऐसे में मोहन के परिवार ने टीन से कमरे में बारिश में टपकने वाले पानी को रोकने के लिए तिरपाल डाली लेकिन वह भी अब जीर्ण शीर्ण हो चुकी है। अब बरसात में इस परिवार का भगवन ही रखवाला है। 
मोहन ने बताया कि सरकार की ओर से पात्र लोगों को विभिन्न योजनाओं के तहत मकान के लिए मिलने वाली अनुदान सहायता राशि के लिए भी बकायदा हर जगह उसने दस्तक दी लेकिन उसकी समस्या का समाधान नही हुआ। उक्त पंचायत के वार्ड 4 के निवासी मोहन दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार में पत्नी सहित बेटी और बेटे का जैसे तैसे पालन पोषण कर रहा था। लेकिन मोहन के अनुसार पिछले कुछ समय से वह बीमारी की चपेट में आने से दिहाड़ी मजदूरी करने में भी असमर्थ है। आलम यह है कि घर का खर्च चलाने के लिए पत्नी ममता देवी किसी के घर में काम करती है जिससे बड़ी मुश्किल से घर का खर्च चलता है।
आर्थिक हालत बेहद खराब होने के चलते मोहन की बेटी सिमरन को ग्याहरवीं कक्षा की पढ़ाई छोड़नी पड़ी। सिमरन ने अपना दर्द व्यान करते हुए कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और पात्र लोगों की सहायता करने के लिए अनेक योजनाओं का दम तो भरती है लेकिन उनके परिवार की हालत किसी को भी नजर नही आ रही। सिमरन के अनुसार उन्हें शौचालय के लिए भी कोई अनुदान राशि नही मिली। बेटा आदित्य आठवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा है ।
  मोहन ने बताया कि बरसात सिर पर है जर्जर झोंपड़ी कभी भी साथ छोड़ सकती है। ऐसे में कोई अनहोनी भी हो सकती है। मोहन का कहना है कि मकान की सहायता के लिए पंचायत से लेकर विभिन्न कार्यालयों में चक्कर लगाकर हार चुका हूं। मोहन ने प्रदेश सरकार व नूरपुर प्रशासन से मांग की है कि उसकी हालत का शीघ्र आकलन करवाया जाए और मकान के लिए अनुदान राशि की सहायता दी जाए। 
अगाहर पंचायत प्रधान गुलजारां बीबी का इस मामले में कहना है कि विगत बर्ष पीएमवाई योजना के तहत जियो टैगिंग के जरिये किये गए आवेदनों के दौरान पंचायत द्वारा उक्त परिवार को जरूरी दस्तावेज पंचायत कार्यालय में जमा करवाने के लिए बार बार सूचित किया गया था लेकिन उन्होंने दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाये। पंचायत द्वारा अब रिजर्ब कोटे के तहत भी मिलने वाली अनुदान राशि के लिए उक्त व्यक्ति का नाम डाला है। स्वीकृति मिलने के बाद ही उक्त व्यक्ति को अनुदान राशि मिलना सम्भव हो पायेगा।
वहीँ एसडीएम नूरपुर डॉ सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है। इस बिषय पर सम्बन्धित पंचायत से जानकारी प्राप्त की जाएगी। यदि उक्त परिवार सभी औपचारिकताओं को पूर्ण करता है तो मकान मिलना चाहिए था इस सम्बंध में शीघ्र पूरी जांच कर परिवार की समुचित सहायता की जाएगी।

कांग्रेस ने मुस्लिमों की दाढ़ी-टोपी पर सिर्फ राजनीती ही की: आकिब जावेद

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 26 जून 2020 

भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा संगठनात्मक जिला नूरपुर के नवनियुक्त महासचिव आकिब जावेद ने कहा कि अगर आज देश में अल्पसंख्यक समुदाय सुरक्षित है तो यह सिर्फ भाजपा एवं संघ की वज़ह से है।
  आकिब जावेद ने कहा कि कांग्रेस ने अपने 60 वर्षो के कार्यकाल में देश के अल्पसंख्यक समुदाय विशेषकर मुस्लिम की दाड़ी और टोपी पर राजनीति कर उनका वोट‌ बैंक  के लिए ही इस्तमेमाल किया लेकिन मुस्लिमों की तरक्की के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया। कांग्रेस ने मुस्लिमपन को शिक्षा-रोजगार से भी वंचित रखा। लेकिन भाजपा की मोदी सरकार ‌के सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास, के मूल मंत्र और प्रदेश की लोकप्रिय मुख्यमंत्री जयराम सरकार के अल्पसंख्यक हितैषी कार्यों से प्रदेश में दबे कुचले अल्पसंख्यक तबकों को तरक्की एवं इन्साफ की आस बंधी है।
  आकिब जावेद ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घुमंतू गुज्जर समुदाय को कोरोना काल में भारी राहत देकर उनके पशुधन को इधर से उधर से ले जाने की अनुमति दी। अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कई योजनाएं सरकार ने चलाई हुई है। 
उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश राणा के मार्गदर्शन में सभी पार्टी नेताओं के आशीर्वाद से जिला में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा को मजबूत करने का कार्य युद्धस्तर पर होगा।
  उन्होंने कहा कि मोर्चा के साथ पढ़े लिखे युवा जोड़े जाएंगे। आकिब जावेद ने आह्वान किया कि मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन, पारसी समुदाय के लोग भाजपा के साथ जुड़ें, सबको न्याय व सम्मान मिलेगा।

नूरपुर में अदलाबदली का विकास बाकी कार्य ठप्प: अजय महाजन

राकेश शर्मा (जसूर) 26 जून 2020
जब से प्रदेश में भाजपा सरकार आई है प्रदेश में विकास की गति ठप्प होकर रह गई है। वहीँ नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में भी प्रशासनिक अमले की अदलाबदली की अतिरिक्त कोई अन्य कार्य नहीं हो रहा। क्षेत्र की अधिकांश पंचायतें में भी विकास कार्य अधूरे पड़े हैं। यह कहना है जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवम नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन का। महाजन ने नूरपुर के विधायक राकेश पठानियाँ पर आरोप लगाया कि मौजूदा विधायक के कार्यकाल में नूरपुर के विकास की दिशा ही भटक गई है।
अजय महाजन ने कहा कि खण्ड विकास कार्यालय नूरपूर की हालत यह है कि ढाई साल में चार खण्ड अधिकारियों का तबादला हो चुका है और वर्तमान में भी यह पद अपने भरे जाने की बाट जोह रहा है। नगर परिषद नूरपुर में ईओ का पद लंबे समय से खाली पड़ा है जिससे ब्लाक व नगर परिषद के तहत होने वाले कार्यों पर भी ग्रहण लगा हुआ है। 
महाजन ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में नया तो क्या कांग्रेस कार्यकाल में स्वीकृत योजनाओं  के काम भी अधूरे पड़े हैं। वहीं विकास खण्ड कार्यालय से अब तक चार विकास खण्ड अधिकारियों का यहां से तबादला हो चुका है तो एसबीपीओ सहित कनिष्ठ अभियंताओं के पद खाली हैं। महाजन ने कहा नगर परिषद नूरपुर में लंबे समय से ईओ का पद खाली पड़ा है और अधिकारियों व कर्मचारियों के अभाव में विकास कार्यों पर बुरा असर पड़ा है जिसका खमियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। 
अजय महाजन ने कहा कि क्षेत्र के बाहरी राज्यों में रोजगार की तलाश में गए क्षेत्र के लोग कोविड 19 के चलते भारी तादाद में बेरोजगार हो कर क्षेत्र में वापिस आए हैं उन्हें आशा थी कि अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए वे लोग मनरेगा में दिहाड़ी मजदूरी कर किसी तरह अपना व अपने परिवार का जीवन यापन कर लेंगे लेकिन विकास खण्ड में खण्ड अधिकारी व अन्य कर्मियों की कमी पंचायतों के विकास कार्यों पर भारी पड़ रही है विकास कार्य रुके पड़े हैं और लोगों को मनरेगा में भी रोजगार के लाले पड़ रहे हैं। 
अजय महाजन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस समर्थित पंचायत प्रतिनिधियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है उनके पंचायतों में सत्ता पक्ष की ओर से सरेआम धक्केशाही की जा रही है जोकि चुने हुए प्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन है। महाजन ने कहा कि बदला और बदली की नीति से न तो विकास सम्भव हो सकता है न ही जनता का भला हो सकता है । अजय महाजन ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों के अधिकारों से खिलवाड़ सहन नहीं किया जायेगा। महाजन ने कहा की यदि शीघ्र सौतेले व्यवहार को बंद नही किया गया तो कांग्रेस पार्टी संघर्ष के लिए मजबूर हो जाएगी। 
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष बलदेव पप्पी, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष सुशील मिंटू, पंचायत समिति नूरपुर के अध्यक्ष सन्देश डडवाल, ब्लाक युवा कांग्रेस अध्यक्ष सतबीर सिंह, भलून पंचायत प्रधान राजीव मेहरा व कपिल सिंह भी मौजूद रहे ।

Thursday, June 25, 2020

हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल के निर्णय: नौकरियों का खुला पिटारा

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 25 जून 2020
लगभग 6500 पीटीए, 3300 पैट और 97 पैरा टीचर की सेवाओं को नियमित करने को सैद्धांतिक स्वीकृति
छोटी पंजीकृत पर्यटन इकाइयां 15 लाख रुपये तक के ऋण के लिए होंगी पात्र 
 जेओए (आईटी) के 500 पदों सहित अन्य अनेक पदों को भरने को मंजूरी 
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज आयोजित राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में पीटीए, पैट और पैरा टीचरों की सेवाओं को नियमित करने को सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई। इससे विभिन्न सरकारी विद्यालयों  में कार्यरत लगभग 6500 पीटीए, 3300 पैट और 97 पैरा टीचर लाभान्वित होंगे।
कोविड.19 महामारी के कारण प्रभावित हुए पर्यटन उद्योग के पुनर्जीवित करने के लिए कार्यशील पूंजी पर दिए जाने वाले ऋण पर ब्याज की छूट के लिए योजना प्रारूप को स्वीकृति प्रदान की गई। इस योजना के तहत 31 मार्च, 2020 तक एक करोड़ रुपये का जीएसटी चुकाने वाली पर्यटन इकाइयां 50 लाख रुपये तक के अधिकतम ऋण के लिए पात्र होंगी। इस अवधि तक कम से कम एक वर्ष तक एक करोड़ रुपये से तीन करोड़ रुपये तक जीएसटी चुकाने वाली पर्यटन इकाइयां 75 लाख रुपये तक ऋण लेने और तीन करोड़ रुपये से अधिक जीएसटी देने वाली पर्यटन इकाइयां एक करोड़ रुपये तक ऋण लेने तक पात्र होंगी।
इसी प्रकार छोटी पंजीकृत पर्यटन इकाइयां 15 लाख रुपये तक के ऋण के लिए पात्र होंगी। ऋण अवधि चार वर्षों के लिए होगी जिसमें पहले दो वर्षों तक ब्याज में हर वर्ष 50 प्रतिशत छूट होगी। मंत्रिमंडल ने पर्यटन विभाग की तर्ज पर परिवहन विभाग में भी कार्यशील पूंजी के लिए ब्याज में छूट के लिए योजना लाने का भी निर्णय लिया।
बैठक में वर्ष 2020 के लिए मंडी मध्यस्थता योजना के अंतर्गत सेब समर्थन मूल्य में 50 पैसे की वृद्धि कर आठ रुपये से 8 रुपये 50 पैसे प्रति किलो करने का निर्णय लिया गया। योजना के अंतर्गत 20 जुलाई से 15 नवंबर, 2020 तक 1.50 लाख मीट्रिक टन सेब की खरीद की जाएगी जिसके लिए सेब उत्पादकों की मांग के आधार पर राज्य के विभिन्न भागों में 283 क्रय केंद्र खोले जाएंगे।
मंत्रिमंडल ने 1 जुलाई से 31 अगस्त, 2020 तक मंडी मध्यस्थता योजना के तहत अंकुरित आम, अचारी आम और कलमी आम को 8 रुपये 50 पैसे प्रति किलो की दर से क्रय को भी स्वीकृति प्रदान की। इसी प्रकार, बी ग्रेड किन्नु, माल्टा और संतरे के समर्थन मूल्य को 7 रुपये 50 पैसे प्रति किलो तथा सी ग्रेड किन्नु, माल्टा और संतरे के समर्थन मूल्य को सात रुपये प्रति किलो करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
मंडी मध्यस्थता योजना के तहत गलगल का क्रय मूल्य छह रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है। यह योजना 21 नवंबर, 2020 से 15 फरवरी, 2021 के मध्य संचालित होगी। फल उत्पादकों को समर्थन मूल्य से उनके पारिश्रमिक का उचित मूल्य सुनिश्चित होगा।
मंत्रिमंडल ने किसानों की आय को दोगुना करने के लिए आरम्भ की गई नई योजना ‘महक’ के अंतर्गत सुगंधित पौधों तथा उनके प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने के लिए सहायता देने के दिशा-निर्देशों को भी स्वीकृति प्रदान की।
बैठक में शिक्षा विभाग में हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग, हमीरपुर के माध्यम से अनुबंध आधार पर जूनियर ऑफिस असिस्टेंट (आईटी) के 500 पदों को भरने को मंजूरी प्रदान की गई।
हिमाचल प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग में विभिन्न श्रेणियों के 42 पदों के सृजन तथा इन पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान की गई है।मंत्रिमंडल ने राज्य में मादक पदार्थों की तस्करी और नशीली दवाओं की बुराई से निपटने के लिए आबकारी एवं कराधान विभाग के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड में संयोजक-एवं-सलाहकार का एक पद सृजित करने को अनुमति प्रदान की।
मंडी जिला के सरकाघाट में नवगठित अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश न्यायालय के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न श्रेणियों के चार पदों के सृजन तथा भरने को स्वीकृति प्रदान की गई है। मंत्रिमंडल ने राज्य के जनजातीय और दुर्गम क्षेत्र जो भारी बर्फबारी के कारण चार से सात महीनों तक शेष क्षेत्रों से कट जाते हैं, उनमें लोगों की सुविधा के लिए आवश्यक वस्तुओं तथा खाद्यान्न आपूर्ति के लिए वर्तमान निविदाओं को वर्ष 2020-21 के लिए मौजूदा दरों और शर्तों पर विस्तार देने का निर्णय लिया है।
चम्बा जिले की ग्राम पंचायत लेच में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने तथा विभिन्न श्रेणियों के तीन पदों को सृजित करने को मंजूरी प्रदान की गई है।मंत्रिमंडल ने हृदय रोगियों को बेहतर देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के दृष्टिगत डाॅ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल काॅलेज, टांडा में सीटीवीएस विभाग में परफ्यूजनिस्ट के दो पदों के सृजन को स्वीकृति प्रदान की।
मंडी जिला की चच्योट तहसील की बाधु में फलों पर आधारित वाइनरी स्थापित करने के लिए मैसर्ज हिल्लथ्रिल ऐग्रो प्रोसेसर्ज प्राईवेट लिमिटेड को आशय पत्र जारी करने के लिए स्वीकृति दी गई है।मंत्रिमंडल ने जिला सोलन के कांदला गांव में 65.39 करोड़ रुपये के निवेश से बनने वाली डिस्टिलरी इकाई की स्थापना के लिए मैसर्ज ऐल्को ब्रियू डिस्टिलरीज इंडिया प्राईवेट लिमिटेड को भी आशय पत्र जारी करने का निर्णय लिया।
ऊना जिले के डेरा बाबा रूद्रु (बसाल) में लोक निर्माण विभाग के नए उप-मंडल के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न श्रेणियों के सात पदों के सृजन व भरने को स्वीकृति प्रदान की गई है।मंत्रिमंडल ने मंडी जिले में परियोजना कार्यान्वयन इकाई उप-मंडल धनोटू को लोक निर्माण विभाग (भवन और सड़क) के उप-मंडल में परिवर्तित करने तथा विभिन्न श्रेणियों के चार पदों के सृजन करने का भी निर्णय लिया।
वार वेटर्नस के परिवारों के लिए युद्ध जागीर की पुरस्कार राशि को 5000 रुपये से बढ़ाकर 7000 रुपये करने का निर्णय लिया गया है।बैठक में सोलन जिले के राजकीय माध्यमिक विद्यालय भुड को राजकीय उच्च विद्यालय और राजकीय उच्च विद्यालय रामपुर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के रूप में स्तरोन्नत करने के साथ-साथ विभिन्न श्रेणियों के 10 पदों के सृजन तथा इन्हें भरने को स्वीकृति दी गई।
मंत्रिमंडल ने ऊना जिला के हरोली विधानसभा क्षेत्र के केलुआ में प्राथमिक विद्यालय खोलने का निर्णय लिया ताकि क्षेत्र के विद्यार्थी लाभान्वित हो सकें।राज्य के किसानों की सुविधा के लिए मंत्रिमंडल ने वर्ष 2020-21 में बांस और स्टील की स्थायी संरचना की स्थापना के लिए कृषि उत्पाद संरक्षण (एंटी हेल नेट) योजना के अंतर्गत सभी श्रेणी के किसानों को 50 प्रतिशत सहायता प्रदान करने का भी निर्णय लिया गया है।
मंत्रिमंडल ने आबकारी एवं कराधान विभाग की एचपी वैट-आईटी परियोजना के कार्यान्वयन के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य इलैक्ट्राॅनिक्स विकास निगम द्वारा नए सिस्टम इंटेग्रेटिड के चयन की निविदा प्रक्रिया को अंतिम रूप देने तक मैसर्ज टाटा कंसल्टेंसी सर्विसिज की अनुबन्ध अवधि को 1 मई, 2020 से 31 अक्तूबर, 2020 तक छह माह तक बढ़ाने का भी निर्णय लिया।

Wednesday, June 24, 2020

वन विकास निगम में विभिन्न श्रेणियों के भरे जाएंगे 94 पद

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 24 जून 2020 


वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने आज यहां राज्य वन विकास निगम के निदेशक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि निगम ने तारपीन तेल की बिक्री से 5.60 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। उन्होंने कहा कि पेड़ों से बिरोजा निकासी के लिए बोर होल जैसे वैज्ञानिक तरीकों का प्रयोग किया जाए ताकि बिरोजा की गुणवत्ता बनी रहे। इसके अतिरिक्त, बिरोजा बिक्री के लिए ईटेंडर सहित यील्ड बेस प्रक्रिया का प्रयोग किया जाए।
उन्होंने कहा कि निगम के कार्यों को सुचारू बनाए रखने के लिए सीधी भर्ती द्वारा 75 वन रक्षकों सहित विभिन्न श्रेणी के 94 पदों को शीघ्र भरा जाएगा। इसके साथ ही निगम में आउटसोर्स प्रक्रिया द्वारा बहुउद्देश्यीय कामगारों की भी भर्ती की जाएगी।
बैठक में वन निगम में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पहली जुलाई 2019 से प्रदेश सरकार के कर्मचारियों की तर्ज पर पांच प्रतिशत मंहगाई भत्ता देने का निर्णय लिया गया, जिससे निगम के 1421 कर्मचारी लाभान्वित होंगे। निगम में अनुबंध कर्मचारियों को नियमित करने सहित दैनिक वेतन भोगियों तथा अंशकालिक कर्मचारियों को प्रदेश सरकार द्वारा बढ़ाए गए भत्तों को देने का निर्णय भी लिया गया।
वन मन्त्री ने निगम के अधिकारियों को नाहन और बिलासपुर फैक्टरियों को और अधिक आधुनिक बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोदरेज फर्नीचर से वन निगम को मिलने वाली कमिशन को पांच प्रतिशत से बढ़ाकर आठ प्रतिशत किया जाएगा, जिससे निगम और अधिक राजस्व अर्जित कर सकेगा। उन्होंने कुल्लू के पतलीकूहल में केंद्रीय डिपो खोलने को भी स्वीकृति प्रदान की।
निगम के महाप्रबन्धक डाॅ. पवनेश कुमार ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया।बैठक में निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी, प्रधान मुख्य अरण्यपाल वन अजय कुमार और अन्य गैर-सरकारी सदस्य उपस्थित थे।

Tuesday, June 23, 2020

राज्य में लोगों के प्रवेश की अनुमति पहले जारी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप होगी

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 23 जून 2020 
कुछ समाचार-पत्रों में हिमाचल प्रदेश में लोगों के आने पर प्रतिबंध के संदर्भ में प्रकाशित समाचारों के बारे में प्रदेश सरकार के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है कि उद्योगों, व्यापारियों और सेब उत्पादकों तथा सरकारी विभागों की आवश्यकता के अनुरूप श्रमिकों, व्यवसायियों, व्यापारियों तथा कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों को राज्य में आने की अनुमति मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप पहले ही प्रदान की गई है। इसी प्रक्रिया के अनुरूप ही लोगों को राज्य में आने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा ई-पास जारी करने के लिए लागू किए गए प्रतिबंध केवल अन्य लोगों के लिए हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा राज्य में बिना किसी वैध कारण सेे आने वाले लोगों को रोकने के लिए किया गया है।

आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगी दो-दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 23 जून 2020  
  
राज्य सरकार ने प्रदेश की सभी आशा कार्यकर्ताओं को जुलाई-अगस्त माह के लिए दो-दो हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां प्रदेश की आशा कार्यकर्ताओं को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरे विश्व को हैरान किया है तथा इसके लिए चिकित्सा सेवाएं तैयार नहीं थी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश इस महामारी से प्रभावशाली तरीके से लड़ रहा है और इस संक्रमण को रोकने में प्रदेश की आशा कार्यकर्ता महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने इन्फ्लुुएंजा लक्षण वाले लोगों का पता लगाने के साथ-साथ लोगों को क्वारंटीन नियमों का सख्ती से पालन करने के लिए भी प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सराहना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अन्य मुख्यमंत्रियों को भी हिमाचल प्रदेश का अनुसरण करने और अपने संबंधित प्रदेशों में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के मरीजों की पहचान करने के लिए यह अभियान शुरू करने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने लोगों को सामाजिक दूरी के महत्त्व के बारे में और संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए फेस मास्क का प्रयोग करने के बारे में जागरूक करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि यद्यपि हमारे देश में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, पर फिर भी स्थिति नियंत्रण में हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के 15 सबसे विकसित देशों में 4.65 लाख लोगों की जान कोरोना के कारण गई है, जबकि इन देशों की जनसंख्या 142 करोड़ है, वहीं भारत में 135 करोड़ जनसंख्या होने के बावजूद भी अभी तक कोरोना के कारण 13 हजार 699 मृत्यु दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा समय रहते लिए गए लाॅकडाउन के निर्णय को जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने लोगों को जागरूक करने में तथा होम क्वारंटीन के नियमों का सख्ती से पालन करवाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, ताकि वह और उनके परिवारजन सुरक्षित रह सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का फैलाव रोकने में सफल रही है, जिसका श्रेय आशा कार्यकर्ताओं को जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार आशा कार्यकर्ताओं की सभी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी।इस अवसर पर उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत भी की।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर.डी. धीमान ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान की प्रधानमंत्री ने भी सराहना की है।
मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव डाॅ. आर. एन. बत्ता, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डाॅ. बी. बी. कटोच, विशेष सचिव स्वास्थ्य डाॅ. निपुण जिंदल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

शमशान घाट में तोड़-फोड़

राकेश शर्मा (जसूर) 23 जून 2020
जिंदगी का सफर पूरा करने के बाद मनुष्य का मृत्योपरांत अंतिम पड़ाव शमशान ही होता है। हिन्दू धर्म में शमशान वह स्थान हैं, जहां मोक्ष प्राप्ति हेतु नश्वर शरीर का अंतिम संस्कार किया जाता है। सब को पता है की इंसान का अंतिम पड़ाव श्मशान ही होता है, और सब को अंत में एक दिन वहां जाना ही है। लेकिन इस सब के बाबजूद अंतिम संस्कार जैसे पवित्र कर्म के लिए बने शमशान घाट भी असामाजिक तत्वों द्वारा तोड़ फोड़ जैसी ओछी हरकतों का शिकार होने लगे हैं। 
ऐसा ही एक मामला पुलिस थाना नूरपुर की चौकी गंगथ के तहत चरूड़ी पंचायत के घटोट गांव मे सोमवार को बीती रात देखने को मिला। चरूड़ी पंचायत के प्रधान पवन कुमार ने घटोट गांव में सोमवार को श्मशानघाट के लिए लैंटल का निर्माण करवाया था। लेकिन मंगलवार सुबह जब वहां जाकर देखा तो किन्हीं अज्ञात व्यक्तियों ने उस लैंटल को बुरी तरह से तोड़ फोड़ करके उसमें से सरिया भी निकाल लिया था। 
इस संबंध में प्रधान पवन कुमार ने गंगथ पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई है। गंगथ पुलिस चौकी प्रभारी पवन गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने मौके का जायजा लिया है तथा इस संबंध में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

50,000 मेड इन इंडिया वेंटिलेटर के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 23 जून 2020
पीएम केयर्स फंड ट्रस्ट ने सभी राज्यों व संघ शासित क्षेत्रों में सरकार द्वारा चलाए जा रहे कोविड अस्पतालों को 50,000 ‘मेड इन इंडिया’ वेंटिलेटर की आपूर्ति के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसके अलावा प्रवासी कामगारों के कल्याण के लिए 1,000 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है।
50,000 वेंटिलेटर में से 30,000 वेंटिलेटर एम/एस भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा बनाए जा रहे हैं। बाकी 20,000 वेंटिलेटर एग्वा हैल्थकेयर (10,000), एएमटीजेड बेसिक (5,650), एएमटीजेड हाई एंड (4,000) और एलायड मेडिकल (350) द्वारा बनाए जा रहे हैं। अभी तक 2,923 वेंटिलेटर बनाए जा चुके हैं, जिनमें से 1,340 वेंटिलेटरों की आपूर्ति राज्यों व संघ शासित क्षेत्रों को कर दी गई है। वेंटिलेटर हासिल करने वाले प्रमुख राज्यों में महाराष्ट्र (275), दिल्ली (275), गुजरात (175), बिहार (100), कर्नाटक (90), राजस्थान (75) शामिल हैं। जून, 2020 के अंत तक सभी राज्यों/संघ शासित क्षेत्रों को अतिरिक्त 14,000 वेंटिलेटर की आपूर्ति कर दी जाएगी।
इसके अलावा प्रवासी कामगारों के कल्याण के लिए राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों को 1,000 करोड़ रुपये की धनराशि पहले ही जारी की जा चुकी है। सभी राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों को 2011 की जनसंख्या के लिए 50 प्रतिशत भार, पॉजिटिव कोविड-19 मामलों की संख्या के लिए 40 प्रतिशत भार और सभी को समान रूप से 10 प्रतिशत के फॉर्मूले के आधार पर कोष का वितरण किया गया है। 
इस सहायता को प्रवासियों के आश्रय, खाना, चिकित्सा उपचार और परिवहन की व्यवस्था में उपयोग किया जाना है। इस धनराशि को हासिल करने वालों में महाराष्ट्र (181 करोड़ रुपये), उत्तर प्रदेश (103 करोड़ रुपये), तमिलनाडु (83 करोड़ रुपये), गुजरात (66 करोड़ रुपए), दिल्ली (55 करोड़ रुपये), पश्चिम बंगाल (53 करोड़ रुपये), बिहार (51 करोड़ रुपये), मध्य प्रदेश (50 करोड़ रुपये) राजस्थान (50 करोड़ रुपये) और कर्नाटक (34 करोड़ रुपये) प्रमुख हैं।

Sunday, June 21, 2020

NPS कर्मचारियों को पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार से मिला भरोसा

राकेश शर्मा (जसूर) 21.06.2020 
न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन जिला कांगड़ा के एक शिष्टमंडल ने रविवार को एसोसिएशन के कांगड़ा जिला प्रधान राजिंदर मन्हास की अगुवाई में अपनी मैंगोज को लेकर पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार से भेंट की। शिष्टमंडल ने पूर्व राज्यसभा सांसद से प्रदेश सरकार द्वारा केंद्रीय लाभ जारी करवाने का आग्रह किया। न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी एसोसिएशन जिला कांगड़ा ने सेवा के दौरान एनपीएस कर्मचारी की मौत पर परिवार को पेंशन का प्रावधान की मांग के अतिरिरिक जिला प्रधान ने पूर्व राज्यसभा सांसद को दिवंगत कर्मचारियों के परिवारों की आर्थिक दुर्दशा से भी परिचित करवाया। 
वहीँ पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार ने भरोसा दिलवाया कि जल्द ही मुख्यमंत्री से इस विषय में बात करेंगे और एक लाख कर्मचारियों को यह लाभ दिलाने की कोशिश करेंगे। 
इस मौके पर जिला कार्यकारिणी के शिष्टमंडल में राज्य मीडिया प्रभारी पंकज शर्मा जिला कांगड़ा मीडिया प्रभारी अलका गिल, जिलाधीश कार्यालय से ऑफिस कानूनगो संतोष वर्मा पटवारी राजकुमार और अलग-अलग विभागों के कर्मचारी मौजूद रहे।