Saturday, February 29, 2020

कर्मचारी चयन आयोग मार्च 2021 तक 1, 40, 000 रिक्तियां भरेगा



राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट)  


कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष श्री ब्रज राज शर्मा ने आज पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) और प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्‍य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह से मुलाकात की। 


उन्‍होंने श्री सिंह को अवगत कराया कि आयोग मार्च 2021 तक भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/ विभागों और कार्यालयों के लिए ग्रुप-बी एवं ग्रुप सी में लगभग एक लाख चालीस हजार रिक्तियों को भरेगा। उन्होंने कहा कि गैर-तकनीकी पदों के अलावा राजपत्रित एवं अराजपत्रित दोनों तरह की रिक्‍तयों को चरणबद्ध तरीके से भरा जाएगा।


हालांकि वर्ष 2019-20 में 28-02-2020 तक आयोग भारत सरकार में 14,611 उम्मीदवारों की नियुक्ति के लिए सिफारिश पहले ही कर चुका है। आयोग जून 2020 तक भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/ विभागों/ कार्यालयों में 85,000 अतिरिक्त पदों को भरने के लिए परिणाम की घोषणा कर सकता है। श्री शर्मा ने बताया कि आयोग द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 के शेष भाग में (यानी जुलाई 2020 से मार्च 2021 तक) अतिरिक्त 40,000 रिक्त पदों को भरे जाने की संभावना है।


कर्मचारी चयन आयोग निम्‍नलिखित पदों के लिए भर्ती करता है:
  1. भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग में ग्रुप-बी (राजपत्रित) पदों के लिए।
  2. भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/ विभागों/ कार्यालयों के लिए ग्रुप-बी (अराजपत्रित) पदों के लिए।
  3. भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/ विभागों/ कार्यालयों के लिए ग्रुप-सी (गैर-तकनीकी) पदों के लिए।


Friday, February 28, 2020

अनाधिकृत या अवैज्ञानिक खनन में तुरंत एफआईआर: राज्य में खनन गतिविधियों को व्यवस्थित करने के निर्देश जारी



राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 28 फरवरी 2020
उद्योग विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि राज्य में खनन स्थलों से खनन और सामग्री की ढुलाई कोे व्यवस्थित करने के लिए सभी जिलों में तैनात खनन अधिकारियों द्वारा अनुपालना के लिए अतिरिक्त निर्देश जारी किए गए हैं। इससे अवैध खनन को रोकने में मदद मिलेगी।


उन्होंने बताया कि निर्देशों के अनुसार, खनन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि खनन पट्टाधारकों द्वारा 25 मार्च 2020 तक सभी लघु खनिजों के डम्प को खनन पट्टा स्थलों से हटा दिया जाए और उन्हें खनन पट्टा स्थल से कम से कम एक किलोमीटर की दूरी पर स्थानांतरित किया जाए। नए डम्प की अनुमति खनन पट्टा स्थल से कम से कम एक किलोमीटर की दूरी पर ही दी जाए। डंपिग स्थलों पर सूचना बोर्ड लगा कर पट्टेदार का नाम, खनन पट्टे का नाम और खनन पट्टे की अवधि को दर्शाया जाना अनिवार्य होगा। यदि जेसीबी और पोकलेन जैसी यांत्रिक मशीनों द्वारा अवैध खनन किया जाता है तो ऐसे मामलों में जेसीबी मालिक/ड्राईवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेसीबी/मकैनिकल एक्सक्वेटर मशीनों को जब्त किया जाएगा।


अगर खनन पट्टाधारक स्वीकृत खनन योजना के नियमों और शर्तों के उल्लंघन करता है तथा जेसीबी, पोकलेन आदि जैसी यांत्रिक मशीन का उपयोग करके कोई अनाधिकृत खनन या अवैज्ञानिक खनन में लिप्त पाया जाता है, तो संबंधित खनन अधिकारी तुरंत एफआईआर दर्ज करवाकर और अवैध खनन गतिविधियों को बन्द करेगा और सक्षम प्राधिकारी को खनन पट्टे को समाप्त करने के लिए मामले की सिफारिश करेगा। ऐसे मामले जहां वाहन अवैध खनन सामग्री ले जाते हुए पकड़ा जाता हैं तो खनन अधिकारी ऐसे वाहनों के पंजीकरण को रद्द करने के लिए संबंधित आरटीओ को लिखेंगे। खनन सामग्री के अवैध परिवहन में बार-बार संलिप्त पाए जाने वाले वाहनों को कोई पारगमन परमिट नहीं दिया जाएगा।


प्रवक्ता ने कहा कि खनन अधिकारी ओवरलोडिंग करने वाले पट्टाधारकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उनका पट्टा समाप्त किया जाएगा तथा विस्तारित बाॅड़ी वाले वाहनों के खिलाफ संबंधित अधिनियम व नियमों के अनुसार कार्रवाई करने के लिए मामला क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को भेजा जाएगा। विस्तारित बाॅड़ी वाले वाहनों को कोई भी पारगमन परमिट जारी नहीं किया जाएगा। खनन अधिकारी खनन गार्डों, सहायक खनन निरीक्षकों, खनन निरीक्षकों द्वारा निरीक्षण के लिए रोस्टर जारी करेंगे, ताकि फील्ड कर्मचारियों की सेवाओं का प्रभावी ढंग से उपयोग और संवेदनशील क्षेत्रों, नदी के तल तथा अन्य क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण सुनिश्चित किया जा सके।


उन्होंने बताया कि खनन अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी खनन पट्टे क्षेत्रों में लीज सीमा को स्पष्ट रूप से दर्शाने के लिए बाउंडरी पिल्लर लगाए गए हैं। यदि पट्टाधारक बाउंडरी पिल्लर स्थापित नहीं करता है तो खनन गतिविधियों को निलंबित कर दिया जाएगा।


उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन के परामर्श से खनन अधिकारी उन स्थानों की पहचान करेंगे जहां बैरियर तथा तौल पुल लगाए जाने की आवश्यकता है ताकि सीमा पार जाने वाले वाहनों का निरीक्षण/तौल और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।


खनन अधिकारी जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट से धन के अनुमोदन और आवंटन के लिए संबंधित उपायुक्तों को प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे ताकि पर्यावरण संरक्षण और सतत् खनन गतिविधियों के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें। इन प्रस्तावों को 31 मार्च, 2020 तक जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट की गवर्निंग काउंसिल में प्रस्तुत किया जाएगा और उसके बाद शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।


प्रवक्ता ने बताया कि सभी खनन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इन निर्देशों का तत्काल कार्यान्वयन सुनिश्चित करें। ऐसा करने में विफल रहने को गंभीरता से लिया जाएगा और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।


उन्होंने कहा कि राज्य भूविज्ञानी एक प्रारूप तैयार करेंगे, जिसके माध्यम से खनन अधिकारी हर माह निदेशक, उद्योग को मासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना को लागू करने के लिए खनन अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई की निगरानी निदेशक उद्योग और राज्य भूविज्ञानी द्वारा की जाएगी।


भारत की विश्व भर में पूछ है इसलिए आये ट्रम्प: जेपी नड्डा

राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 28 फरवरी 2020

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के उपरान्त आज पहली बार अपने गृह जिला पहुंचे जगत प्रकाश नड्डा का झण्डूता में भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर पर अभिनन्दन समारोह को सम्बोधित करते हुए जगत प्रकाश नड्डा ने गर्मजोशी से स्वागत के लिए क्षेत्र के लोगों का आभार व्यक्त किया। 


उन्होंने कहा कि लोगों का प्यार उन्हें पार्टी की मजबूती के लिए और अधिक प्रतिबद्धता और समर्पण की भावना से कार्य करने की प्रेरणा देगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केन्द्रीय वरिष्ठ नेताओं ने उन पर विश्वास जताते हुए यह बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कि आज देश में केवल भाजपा ही ऐसा राजनीतिक दल है, जो एक विचारधारा से चल रहा है और पूरे देश में इसकी मौजूदगी है। यह केवल भाजपा में ही संभव है कि उनके जैसा एक छोटा कार्यकर्ता भी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भाजपा और मजबूती के साथ उभरेगी।
श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में भारत पांच ट्रिलियन डाॅलर की आर्थिकी बनने की ओर अग्रसर है। आज भारत विश्व की पांचवीं आर्थिक शक्ति बन गया है और आगामी कुछ वर्षों में देश की आर्थिक व्यवस्था शीर्ष पर होगी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने भारत दौरे के दौरान दिए गए 28 मिनट के भाषण में लगभग 20 मिनट नरेन्द्र मोदी के बारे में ही बात की, जिससे पता चलता है कि विश्व भर में उनका कितना सम्मान है।
उन्होंने कहा कि यह संभवतः पहली बार है कि प्रधानमंत्री के अनुरोध पर अमेरिकी राष्ट्रपति 8000 किलोमीटर की दूरी तय कर केवल भारत के दौरे पर आए और अन्य किसी देश का दौरा नहीं किया। इससे साबित होता है कि भारत की आज विश्व भर में पूछ है और यह सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जोशपूर्ण और सशक्त नेतृत्व के कारण संभव हो पाया है। यहां तक की इंग्लैंड के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने कहा था कि वह दिन दूर नहीं है जब यूनाईटिड किंगडम का प्रधानमंत्री भारतीय मूल को होगा।
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि देश के लोगों ने शासन की बागडोर भाजपा को सौंपी है, जिसके परिणामस्वरूप देश और प्रदेश प्रगति की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश के लोग भाग्यशाली हैं कि श्री नड्डा विश्व की सबसे बड़े राजनीतिक दल के अध्यक्ष बने हैं। यह सब उनके कठिन परिश्रम, समर्पण और प्रदेशवासियों के अथाह स्नेह के कारण संभव हुआ है। आज प्रदेश में छः मेडिकल काॅलेज हैं, जिनमें से चार श्री नड्डा के प्रयासों से प्राप्त हुए। यही नहीं, उनके प्रयासों से ही प्रदेश को एम्स मिला, जिसका निर्माण बिलासपुर जिला में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता ने भाजपा को भरपूर सहयाग दिया है, जिसका स्पष्ट प्रमाण है कि भाजपा ने चारों लोकसभा सीटों पर रिकाॅर्ड अंतर से जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने दोनों विधानसभा उप-चुनावों पर भी जीत हासिल की। उन्होंने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा के कुशल नेतृत्व में भाजपा नई ऊंचाईयों को छुएगी।
राज्य भाजपा अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिन्दल ने कहा कि यह प्रदेश का सौभाग्य है कि जय राम ठाकुर के रूप में एक गतिशील एवं ऊर्जावान मुख्यमंत्री मिला है, जो सदैव प्रदेश के समग्र विकास के लिए तत्पर रहते हैं। आज प्रदेश हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है और देश के बड़े राज्यों के लिए भी एक आदर्श बना है।
केन्द्रीय वित्त एवं काॅर्पोरेट मामले के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के 72 लाख लोगों के लिए यह गर्व और सम्मान की बात है कि जगत प्रकाश नड्डा उस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, जो विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में सत्तासीन है।
स्थानीय विधायक जीत राम कटवाल ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि झण्डूता के लोगों के लिए यह गर्व की बात है कि यहां का धरती पुत्र विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना है। यह सब उनके कठिन परिश्रम और समर्पण का परिणाम है।
झण्डूता के समग्र विकास को प्राथमिकता प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए जीत राम कटवाल ने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में प्रदेश के दो सबसे लम्बे पुल निर्माणाधीन हैं।
विधायक राजेन्द्र गर्ग एवं सुभाष ठाकुर, पूर्व मंत्री रिखी राम कौंडल, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल और जिला भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Thursday, February 27, 2020

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत चालू वित्त वर्ष में 80,000 सूक्ष्म उद्यमों की सहायता की जाएगी



राकेश शर्मा: जसूर: 27 फरवरी 2020



रोजगार जुटाने वाली एमएसएमई की प्रमुख योजनाओं की समीक्षा के लिए बैठक का आयोजन

केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री श्री नितिन गडकरी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में सभी बैंकों के वरिष्ठ प्रबंधन के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कम पूंजी निवेश से भारी संख्या में रोजगार जुटाने वाली एमएसएमई मंत्रालय की कुछ प्रमुख योजनाओं की समीक्षा की गई। इस बैठक में एमएसएमई मंत्रालय की प्रमुख योजना प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) और सूक्ष्म और लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट (सीजीटीएमएसई) पर ध्यान केन्द्रित किया गया। इसके अलावा, एमएसएमई को मदद देने का मार्ग खोजने के लिए एमएसएमई ऋणों के पुनर्गठन के मुद्दे के बारे में भी विचार-विमर्श किया गया। 


पीएमईजीपी एक क्रेडिट से जुड़ी सहायता योजना है जो सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना के माध्यम से स्वरोजगार को बढ़ावा देती है। इसमें एमएसएमई मंत्रालय के माध्यम से सरकार विनिर्माण क्षेत्र में 25 लाख और सेवा क्षेत्र में 10 लाख रुपये तक के ऋण पर 35 प्रतिशत तक छूट देती है। दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने पिछले वर्षों में इस योजना के तहत बड़ी संख्या में उद्यमों की स्थापना में मदद करने के लिए बैंकों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। पिछले वित्तीय वर्ष में ऐसे उद्यमों की सहायता में दो गुनी बढ़ोत्तरी हुई है और 73,000 सूक्ष्म उद्यमों की सहायता की गई।


इस योजना को और बढ़ावा देने के लिए चालू वित्त वर्ष में 80,000 इकाइयों के प्रतिष्ठानों की सहायता करने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक 46,000 इकाइयों को विभिन्न बैंकों द्वारा ऋण उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसके अलावा बैंकों से 15 मार्च तक 1.18 लाख लंबित ऋण आवेदनों का निपटान करने के लिए अनुरोध किया गया है। बैंकों से पूर्वोत्तर क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है।


बैंकों द्वारा खारिज किए गए आवेदनों के डेटा विश्लेषण से पता चला कि 11 प्रतिशत प्रस्ताव खारिज कर दिए जाते हैं क्योंकि पीएमईजीपी के तहत स्थानीय बैंकों द्वारा लक्ष्य पूरे कर लिए जाते हैं। इस मुद्दे को हल करने के लिए, बैंकों से अनुरोध किया गया कि वे योजना के तहत ऋण में वृद्धि करें और न्यूनतम लक्ष्य तय करने की अपनी नीति को संशोधित करें, ताकि सभी योग्य आवेदनों की ऋण मंजूरी पर विचार किया जा सके। क्रेडिट गारंटी योजना की पहुंच बढ़ाने पर बैंकों के साथ विचार-विमर्श किया गया। सरकार ने इस योजना के तहत क्रेडिट गारंटी 50,000 करोड़ बढ़ाने का लक्ष्य रखा है जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 67 प्रतिशत अधिक है। बैंकों ने कहा कि इस योजना के तहत ऋण की भारी मांग है और वे इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आश्वस्त हैं।



वित्त मंत्री और एमएसएमई मंत्री ने प्रारंभिक चरण में भुगतान न हुए ऋणों का उपयुक्त रूप से पुनर्गठन करके एमएसएमई को सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया। सभी सीएमडी अपने भुगतान न हुए ऋणों के पुनर्गठन में एमएसएमई का समर्थन करने के लिए सहमत हुए। बैठक इस उम्मीद के साथ समाप्त हुई कि एमएसएमई क्षेत्र के लिए की गई ये पहल इस क्षेत्र को सहायता प्रदान करने में एक लंबा रास्ता तय करेंगी और इनसे रोजगारों के अवसर बढ़ेंगे। बैंकरों के साथ यह बैठक स्पष्ट रूप से एमएसएमई क्षेत्र की मदद करने में सरकार के संकल्प और प्रयासों को दर्शाती है क्योंकि यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं।


नगरोटा सूरियां के संजीव महाजन की ‘पुलवामा श्रद्धांजलि’ का विमोचन




राकेश शर्मा: जसूर


मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने काव्यात्मक सीडी ‘पुलवामा श्रद्धांजलि’ का विमोचन किया। पुलवामा शहीदों को समर्पित इस काव्यात्मक सीडी को कांगड़ा जिला के नगरोटा सूरियां के लेखक संजीव महाजन ने लिखा है। सीडी का संगीत मोहन दत्त शर्मा ने दिया है, जबकि आवाज़ प्यार चंद की है।


मुख्यमंत्री ने सीडी के निर्माता के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य उन शहीदों को एक सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने आतंकवाद की घटना के दौरान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि पुलवामा घटना में 40 जवानों ने शहादत पाई, जिनमें नगरोटा सूरियां के धेवा गांव के शहीद तिलक राज भी शामिल थे।

इस अवसर पर विधायक अर्जुन सिंह और होशियार सिंह भी उपस्थित रहे।


Monday, February 24, 2020

शब्द दर शब्द: अहमदाबाद (गुजरात) ‘नमस्‍ते ट्रंप’ कार्यक्रम-प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का समापन संबोधन



राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 24 फरवरी 2020


Thank You Mr. President,
आपने अभी जो भारत के बारे में कहा महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और सरदार पटेल को श्रद्धापूर्वक याद किया, भारत के लोगों के सामर्थ्य के बारे में कहा, उपलब्धियां और संस्कृति के बारें में कहा मेरे बारें में भी बहुत कुछ कहा। मैं उसके लिए प्रत्येक भारतवासी की तरफ से आपका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं। प्रेसिडेंट ट्रंप ने न सिर्फ भारत का गौरव बढ़ाया है बल्कि अमेरिका में रहने वाले भारतीयों का भी सम्मान किया है।

Mr. President, जहां से आपने भारतीयों को संबोधित किया है, वो दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है। खेल संबंधित कुछ सुविधाएं यहां अभी Under-Construction हैं। फिर भी यहां आपका यहां आना, खेल जगत से जुड़े हर व्यक्ति को भी उत्साहित करेगा। मैं, गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन का भी धन्यवाद करता हूं। उन्होंने ये शानदार venue इस कार्यक्रम के लिए उपलब्ध कराया। हो सकता है इससे उनके completion timetable में कुछ परिवर्तन आया हो, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि वो इसे make-up कर लेंगे।


साथियों,
दो व्यक्ति हों या दो देशों के संबंध, उसका सबसे बड़ा आधार होता है विश्वास, एक दूसरे पर Trust. हमारे यहां कहा भी गया है-तन् मित्रम् यत्र विश्वास:॥ यानि Friendship is where trust is unshakable.
पिछले कुछ वर्षों में, भारत और अमेरिका के बीच विश्वास जिस नई ऊँचाई पर पहुंचा है, जितना मजबूत हुआ है, वो ऐतिहासिक है। अमेरिका की अपनी यात्राओं में, मैंने इस विश्वास को दिनों-दिन मजबूत होते देखा है।


मुझे याद है, जब मैं वॉशिंगटन में प्रेसिडेंट ट्रंप से पहली बार मिला था, तो उन्होंने मुझे कहा था – “India has a true friend in the White House”.
प्रेसिडेंट ट्रंप ने भारत के प्रति अपने इस विशेष प्यार को हमेशा प्रदर्शित किया है। जब व्हाइट हाउस में दीवाली मनाई जाती है, तो अमेरिका में रहने वाले 40 लाख भारतीय भी, अमेरिका की समृद्धि और प्रगति के सहयात्री होने पर गर्व महसूस करते हैं।


साथियों
अमेरिका की तरह ही आज भारत में भी परिवर्तन के लिए अभूतपूर्व अधीरता है। आज 130 करोड़ भारतवासी मिलकर न्यू इंडिया का निर्माण कर रहे हैं।
हमारी युवा शक्ति aspirations से भरी हुई है। बड़े लक्ष्य रखना, उन्हें प्राप्त करना, आज न्यू इंडिया की पहचान बन रहा है।
आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम ही नहीं है, आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ एश्योरेंस स्कीम भी चला रहा है।
आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क ही नहीं बन रहा, आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा सेनीटेशन प्रोग्राम भी चल रहा है।
आज भारत एक साथ सबसे ज्यादा सैटेलाइट भेजने का वर्ल्ड रिकॉर्ड ही नहीं बना रहा, आज भारत सबसे तेज Financial Inclusion करके भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बना रहा है।
21वीं सदी में, हमारा इंफ्रास्ट्रक्चर हो या फिर सोशल सेक्टर, हम ग्लोबल बेंचमार्क को लेकर आगे चल रहे हैं।
बीते कुछ समय में भारत ने न सिर्फ 1500 पुराने कानून खत्म किए हैं, बल्कि समाज को सशक्त करने के लिए कई नए कानून भी बनाए हैं।
Transgender Persons के अधिकार हों, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं का सम्मान हो, दिव्यांग-जनों को प्राथमिकता देना हो, महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान 26 हफ्ते की Paid Maternity Leave का प्रावधान हो, ऐसे कई अधिकार, हमने समाज के अलग-अलग वर्गों के लिए सुनिश्चित किए हैं।


साथियों,
मुझे इस बात की खुशी है कि भारत में हो रहे इन परिवर्तनों के बीच, आज अमेरिका, भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर बना है।
आज जो देश, भारत का Largest Trading Partner है, वो देश है अमेरिका।
आज भारत की सेनाएं जिस देश के साथ सबसे ज्यादा युद्ध अभ्यास कर रही हैं- वो है अमेरिका।
आज जिस देश के साथ भारत की सबसे व्यापक रीसर्च एंड डवलपमेंट पार्टनरशिप है- वो देश है है अमेरिका।
आज चाहे डिफेंस हो, एनर्जी सेक्टर हो, हेल्थ हो, IT हो, हर क्षेत्र में, हमारी Relationship का दायरा निरंतर बढ़ रहा है।


साथियों,
21वीं सदी के इस दशक में, New India, Resurgent America के लिए भी अनेक नए अवसर लेकर आया है।
विकास के हर क्षेत्र में, दोनों ही देशों के पास पाने के लिए बहुत कुछ है।
भारत में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ना, इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार होना, अमेरिका के लिए नई संभावनाएं लेकर आएगा।
इंडस्ट्री 4.0 के इस दौर में भारत में डिजिटल इकॉनॉमी का विस्तार, अमेरिका के लिए भी निवेश के अनेक मौके बनाएगा।
Mr President,
बीते दशकों में डिजिटल टेक्नोलॉजी ने भारत और अमेरिका के संबंधों को Shape करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
भारतीय टैलेंट और अमेरिकी टेक्नोलॉजी ने इस क्षेत्र को नई लीडरशिप दी है।
और, मैं मानता हूं, 21वीं सदी में भारत और अमेरिका मिलकर, इस डिजिटल युग का, इंडस्ट्री 4.0 का नेतृत्व कर सकते हैं।


साथियों,
21वीं सदी में, नए Alignments, नए Competition, नए Challenges और नई Opportunities, बदलाव की नींव रख रहे हैं।
ऐसे में भारत और अमेरिका के संबंध और सहयोग की, 21वीं सदी के विश्व की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
मेरा स्पष्ट मत है कि भारत और अमेरिका Natural Partners हैं।
हम सिर्फ Indo-Pacific Region में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की Peace, Progress और Security में एक प्रभावी योगदान दे सकते हैं।


आतंकवाद को हराने में अमेरिका के commitment और प्रेसिडेंट ट्रंप की लीडरशीप मानवता की सेवा की है और इसलिए, मैं मानता हूं कि प्रेसिडेंट ट्रंप जैसे विलक्षण नेता और भारत के अनन्य मित्र का इस दशक की शुरुआत में ही भारत आना, एक बहुत बड़ा अवसर है।
बीते समय में, भारत-अमेरिकी संबंधों को सशक्त करने की जो शुरुआत हमने की है, अब उनकी इस Visit से, उसका अगला Phase शुरू हो रहा है।
हम एक long term vision से inspired हैं, सिर्फ short term considerations से नहीं। हमारे bilateral relations grow करेंगे, हमारी economic partnership का विस्तार होगा, हमारा digital cooperation बढ़ेगा
और मुझे विश्वास है कि नई ऊंचाइयों को पार करते हुए भारत जिन सपनों को
लेकर चला है अमेरिका जिन सपनों को लेकर के चला है हम मिलकर के उन सपनों को पूरा करेंगे आज मेरा सौभाग्य है कि राष्ट्रपति ट्रंप और उनके पूरे परिवार का मुझे स्वागत सम्मान करने का अवसर मिला है मैं एक बार फिर नमस्ते ट्रंप का इस नाद को गूंजते हुए आप सब से आग्रह करूंगा कि भारत माता की जय भारत माता की जय भारत माता की जय
India US friendship long live, long live!
बहुत-बहुत धन्यवाद


हिमाचल की पहाडी नस्ल की गाय को मिली राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता



राकेश शर्मा (जसूर) 24 फरवरी 2020


ग्रामीण विकास एवं पंचायती व पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज यहां बताया कि पहाड़ी गाय को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलने से हिमाचल प्रदेश सरकार के प्रयासों को बड़ी सफलता मिली है। प्रदेश की इस नस्ल को नेशनल ब्यूरो ऑफ़ एनीमल जैनेटिक रिसोर्सिज ने देश की मान्यता प्राप्त नस्लों की सूचि में शामिल कर लिया है। 


हिमाचली पहाड़ी गाय का पंजीकरण ‘‘हिमाचली पहाड़ी" नाम से एक अधिकारिक नस्ल के रूप में किया है जिससे कि अब यह नस्ल देशी नस्ल की अन्य गायों जैसे साहिवाल, रेड सिन्धी, गिर जैसी नस्लों की श्रेणी में शामिल हुई है। पशुपालन विभाग द्वारा इस गाय को ‘गौरी‘ नाम से पंजीकृत करवाने का मामला ब्यूरो को भेजा गया था परन्तु प्रदेश की देशी नस्ल पहाड़ी नाम से ज्यादा प्रचलित हाने के कारण इस नस्ल का नामकरण हिमाचली पहाड़ी के रूप से किया गया है।


वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि पशुपालन विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा इस गाय को मान्यता प्राप्त नस्लों की श्रेणी में शामिल करवाने हेतु इस नस्ल की विशेषताओं को संकलित करके नेशनल ब्यूरो ऑफ एनिमल जेनेटिक रिसोर्सिज के समक्ष रखा गया था तथा समय-समय पर उपरोक्त संस्थान द्वारा मांगे गए विवरणों को उपलब्ध करवाकर अब 2 वर्षों के प्रयास के पश्चात इस नस्ल का पंजीकरण हो सका है तथा यह नस्ल देशी नस्ल की गायों में सम्मिलित की गई है।


पशुपालन मंत्री ने बताया कि वर्तमान में हिमाचली पहाड़ी गाय की संख्या 7.50 से 8.00 लाख के करीब आंकी गई है तथा यह गाय मुख्यतः चम्बा, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सिरमौर, लाहौल-स्पिती जिलों में पाई जाती है। इस नस्ल के पंजीकरण होने से अब इस गाय के उत्थान हेतु कार्यों के लिए भारत सरकार से धन राशि प्राप्त हो सकेगी जिससे कि इन नस्ल के सरंक्षण व सवर्धन के कार्य में तेजी आएगी। पशुपालन विभाग द्वारा इस नस्ल को संरक्षित करने के लिए भारत सरकार को 9.13 करोड़ रूपये का प्रस्ताव भेजा गया था। भारत सरकार द्वारा यह आश्वासन दिया गया था कि इस नस्ल के पंजीकृत होते ही उपरोक्त धन राशि प्रदेश को जारी कर दी जाएगी। पशुपालन विभाग द्वारा उपरोक्त राशि से जिला सिरमौर के बागथन में पहाड़ी गाय का प्रक्षेत्र स्थापित किया जाएगा।


इसके अलावा उपरोक्त ब्यूरो द्वारा प्रदेश में पाई जाने वाली भैंस की विशेष नस्ल को भी मान्यता प्रदान की है जिसे गौजरी का नाम दिया गया है। भैंस की यह नस्ल मुख्यतः चंबा तथा कांगड़ा जिलों में पाई जाती हैै।


मीडिया चैनल ग्रामीण अर्थव्यवस्था के परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैंः राज्यपाल



राकेश शर्मा: जसूर: 24 फरवरी 2020
हिमाचल सरकार के दो साल पूरे होने पर आयोजित लाइव इवेंट के उद्घाटन सत्र का शुभारम्भ करते हुए राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि संचार को विकास का आधार माना जाता है और हम प्रौद्योगिकी का पूर्ण उपयोग करके विकास को नई ऊंचाइयां दे सकते हैं।


उन्होंने कहा कि मीडिया चैनल ग्रामीण अर्थव्यवस्था के परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्होंने उनसे आग्रह किया कि ऐसे कार्यक्रमों को भी सकारात्मक सोच के साथ दिखाया जाए, जिससे किसानों, युवाओं और समाज को सामान्य रूप से लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी सरकारों ने जन-कल्याणकारी कार्य किए, लेकिन कई बार लोगों को इन कार्यक्रमों और योजनाओं के लाभों के बारे में जानकारी नहीं होती। 


उनहोंने कहा कि इस तरह, न्यूज चैनलों की एक महत्वपूर्ण भूमिका है और मुझे उम्मीद है कि भविष्य में भी जनता टीवी द्वारा इस दिशा में लोगों को लाभान्वित करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के कार्यों को जनता तक पहुंचाया जाना चाहिए और आम जनता की आवाज भी सरकार तक पहुंचनी चाहिए, तभी सही नीतियां बनेंगी और विकास को सही दिशा मिलेगी।


कार्यक्रम के आयोजन के लिए जनता टीवी के कर्मचारियों को बधाई देते हुए, राज्यपाल ने कहा कि चैनल ने सरकार और लोगों के मध्य एक पुल बनाया है, जिसके कारण जनता की भावनाएं सरकार तक पहुंचेंगी और राज्य के विकास को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह काम सकारात्मक दृष्टिकोण और सकारात्मक भावना के साथ आगे बढ़ना चाहिए।


इससे पहले, जनता टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीपक अरोड़ा ने राज्यपाल का स्वागत किया और कहा कि न्यूज चैनल ने अपने एक साल के कार्यकाल में दर्शकों को राज्य के ग्रामीण स्तर से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन का उद्देश्य जनता और सरकार के बीच एक संवाद स्थापित करना है। उन्होंने कार्यक्रम से संबंधित सत्र के बारे में भी जानकारी दी।


जनता टीवी के प्रधान संपादक हिमांशु द्विवेदी ने कार्यक्रम में पहुंचने पर राज्यपाल का स्वागत किया। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौंडल, उप महापौर शैलेन्द्र चैहान और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर मौजूद रहे। 


कर्ण हीर को तीसरी बार दी सुलयाली को-ऑपरेटिव सोसाइटी की कमान

राकेश शर्मा: जसूर 24 फरवरी 2020
दी सुलयाली को-ऑपरेटिव सोसाइटी का वार्षिक चुनाव सोमवार 24 फरवरी को सम्पन्न हुआ। चुनाव में नौ सदस्यीय कमेटी ने सर्वसम्मति से कर्ण सिंह हीर को प्रधान पद और कृष्ण कुमार कुंग को उप प्रधान के लिए चुना।
कर्ण हीर को तीसरी बार प्रधान पद के चुने गया है। इस अवसर कमेटी सदस्य व गाँव के लोग भी मौजूद रहे। तीसरी बार सोसाइटी का प्रधान चुने जाने पर कर्ण सिह हीर ने यह कहा कि मै सभी सदस्यों और गाँव वासियों का धन्यवाद करता हूँ जिन्होने मुझे  तीसरी चुन कर सेवा करने का मौका दिया है। मै ईमानदारी और निष्ठा से काम करूंगा। 
कर्ण हीर ने कहा कि जैसे अपने पिछले कार्यकाल में सोसाइटी की तरक्की और बढौरतरी की है उसी तरह आगे ब्यहि यह प्रयास करता रहूँग और दी सुलयाली को-आपरेटिव सोसाइटी को ओर बेहतर ढंग से लोगों को सेवा देने काम करूँगा। 

आशा कार्यकर्ताओं की मानदेय बढ़ाने की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार: जय राम ठाकुर




राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 24 फरवरी 2020 मांग


प्रदेश सरकार कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। कर्मचारी राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां भारतीय मजदूर संघ हिमाचल प्रदेश के बैनर तले आशा वर्कर यूनियन, ‘सिलाई-कटाई कर्मचारी संघ’ और पर्यटन निगम कर्मचारी संघ’ के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए कही।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने हमेशा ही कर्मचारियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखे हैं और उनकी अधिकांश मांगें पूर्ण की गई है। उन्हें करोड़ों रुपये के लाभ प्रदान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सभी जायज मांगों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा रहा है।


जय राम ठाकुर ने कहा कि आशा कार्यकर्ता माता और बाल स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को बेहतर बनाने में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं। उनके स्वास्थ्य की देखभाल राज्य सरकार की चिंता का प्रमुख विषय था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों के दौरान दो बार आशा कार्यकर्ताओं के मानदेय में राज्य का हिस्सा बढ़ाया है। उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि मानदेय बढ़ाने की उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ‘सिलाई कटाई कर्मचारी संघ’ की मांगों के प्रति भी संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर तथा प्रशिक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।


जय राम ठाकुर ने ‘पर्यटन निगम कर्मचारी संघ’ को भी आश्वस्त किया कि सरकार उनकी मांगों के प्रति सजग है।
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेशाध्यक्ष राकेश शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और उन्हें कर्मचारी यूनियन की विभिन्न मांगों से अवगत कराया।


भारतीय मजदूर संघ के महासचिव मंगत राम नेगी, उपाध्यक्ष मदन राणा, अध्यक्ष, सिलाई कटाई कर्मचारी संघ’ मीरा शर्मा और कर्मचारी यूनियनों के अन्य पदाधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।


Sunday, February 23, 2020

सरकार अपना रही ढुलमुल नीति: मदन भरमौरी




राकेश शर्मा: जसूर: 23 फरवरी 2020 



जसूर में करीब ढाई करोड़ की राशि से प्रस्तावित जनजातीय भवन राजनीतिक और प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है । पर्याप्त बजट और तमाम औपचारिकताओं के पूरी होने पर भी इसका निर्माण कार्य शुरू न होना जनजातीय वर्ग से खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे कतई सहन नही किया जाएगा। 


यह चेतावनी अखिल भारतीय गददी जनजातीय विकास समिति के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मदन भरमौरी ने देते हुए कहा कि यदि उक्त भवन का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू नही किया गया तो इस मसले को मार्च माह में दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में रखा जाएगा ।


उन्होंने कहा कि उक्त भवन के निर्माण कार्य को लटकाने की शिकायत मुख्यमंत्री हैल्पलाइन सहित 1100 नम्वर पर भी करने के बावजूद कोई भी कार्यवाही न होना हैरानी का बिषय है । 


मदन भरमौरी अनुसार 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने नूरपुर क्षेत्र में जनजातीय भवन स्वीकृत किया था और ढाई करोड की एकमुश्त राशि भी मंजूर की गई । 2017 में तत्कालीन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी और विधायक अजय महाजन द्वारा जसूर स्थित सब्जी मंडी के पिछले भाग विभाग के नाम हो चुकी भूमि पर शिलान्यास भी कर दिया गया था लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद उक्त भवन के प्रति टालमटोल की नीति अपनाई जा रही है। 


सरकार का दो साल का भी कार्यकाल बीत जाने के बावजूद निर्माण कार्य को जानबूझ कर लटकाया जा रहा है । जिसके लिए कई बार सम्बन्धित अधिकारियों को भी पत्राचार किया गया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई । मदन भरमौरी ने कहा कि एक तरफ विकास की बड़ी बड़ी बातें की जा रही हैं तो दूसरी तरफ अरसे से स्वीकृत भवन का निर्माण कार्य ही शुरू न हो पाना राजनीतिक और प्रशासनिक सामंजस्य की पकड़ को कमजोर होने का परिचय दे रहा है। जनजातीय वर्ग इस अनदेखी को कतई सहन नही करेगा और शीघ्र ही जनजातीय वर्ग इस मुद्दे पर लामबंध होने रणनीति तैयार करेगा ।