Sunday, February 23, 2020

सरकार अपना रही ढुलमुल नीति: मदन भरमौरी




राकेश शर्मा: जसूर: 23 फरवरी 2020 



जसूर में करीब ढाई करोड़ की राशि से प्रस्तावित जनजातीय भवन राजनीतिक और प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार होकर रह गया है । पर्याप्त बजट और तमाम औपचारिकताओं के पूरी होने पर भी इसका निर्माण कार्य शुरू न होना जनजातीय वर्ग से खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे कतई सहन नही किया जाएगा। 


यह चेतावनी अखिल भारतीय गददी जनजातीय विकास समिति के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मदन भरमौरी ने देते हुए कहा कि यदि उक्त भवन का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू नही किया गया तो इस मसले को मार्च माह में दिल्ली में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में रखा जाएगा ।


उन्होंने कहा कि उक्त भवन के निर्माण कार्य को लटकाने की शिकायत मुख्यमंत्री हैल्पलाइन सहित 1100 नम्वर पर भी करने के बावजूद कोई भी कार्यवाही न होना हैरानी का बिषय है । 


मदन भरमौरी अनुसार 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने नूरपुर क्षेत्र में जनजातीय भवन स्वीकृत किया था और ढाई करोड की एकमुश्त राशि भी मंजूर की गई । 2017 में तत्कालीन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी और विधायक अजय महाजन द्वारा जसूर स्थित सब्जी मंडी के पिछले भाग विभाग के नाम हो चुकी भूमि पर शिलान्यास भी कर दिया गया था लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद उक्त भवन के प्रति टालमटोल की नीति अपनाई जा रही है। 


सरकार का दो साल का भी कार्यकाल बीत जाने के बावजूद निर्माण कार्य को जानबूझ कर लटकाया जा रहा है । जिसके लिए कई बार सम्बन्धित अधिकारियों को भी पत्राचार किया गया लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई । मदन भरमौरी ने कहा कि एक तरफ विकास की बड़ी बड़ी बातें की जा रही हैं तो दूसरी तरफ अरसे से स्वीकृत भवन का निर्माण कार्य ही शुरू न हो पाना राजनीतिक और प्रशासनिक सामंजस्य की पकड़ को कमजोर होने का परिचय दे रहा है। जनजातीय वर्ग इस अनदेखी को कतई सहन नही करेगा और शीघ्र ही जनजातीय वर्ग इस मुद्दे पर लामबंध होने रणनीति तैयार करेगा ।


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