राकेश शर्मा (हिमाचलविज़िट) 31 अगस्त 2020
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सेल्समैन संजीब कुमार खट्टा का आरोप है कि कमेटी प्रधान अपनी मर्जी से कार्य करवाने व चहेतों को राशन देने के लिए विवश करते हैं । सेल्समैन का अरोप है कि कोबिड 19 में आए सरकारी राशन पर भी कमेटी प्रधान ने कुंडली मार अपने चहेतों में राशन बांटा था और अनियमितता का सारा ठीकरा सेल्समैन पर फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं । सेल्समैन का आरोप है कि नीजि रंजिंश के चलते कमेटी प्रधान ने डेढ वर्ष के कार्यकाल में करीब 26 बार उनकी जांच करवाई है।
वहीँ सहकारी सभा नकोदर प्रधान दीपक मनकोटिया ने आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आरोपों को झूठ का पुलिंदा बताया है। मनकोटिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के चलते जो राशन गरीबों को देने हेतू आया था, उसकी बिक्री से पहले जब कमेटी ने राशन की जांच पड़ताल की तो पाया कि सूची के तहत आया राशन बिना बेचे ही डिपू के अंदर कम था। मनकोटिया ने सेल्समैन पर आरोप लगते हुए कहा कि सेल्जमैन ने 300 के करीब राशन कार्ड पर हेराफेरी की है।
मनकोटिया ने कहा की सेल्समेन द्वारा की गई इस हेराफेरी की शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा कमेटी को और मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर भी की गई है। ऐसे में बार बार गड़बड़ी पाये जाने पर कमेटी ने डिपू पर ताला जड़कर इसकी शिकायत खाद्य आपूर्ति विभाग के निरीक्षक फ़तेहपुर सुरेंद्र राठौर को कर दी। वहीं विभागीय निरीक्षक सुरेन्द्र राठौर जांच के लिए डिपू पर पहुंचे तो तैयार की गई सूची में गेहूं, चीनी, चावल, आटा की मात्रा कम पाया गया था।
वहीं कमेटी प्रधान दीपक मनकोटिया का कहना है दिसम्बर 2019 में भी राशन कम मिलने के आरोप सेल्ज मैन पर लगे थे। जिसकी विभाग द्वारा जांच भी की गई लेकिन अभी तक कोई भी परिणाम सामने नही आया है।
उन्होंने विभाग से भी निवेदन किया है कि दिसम्बर 2019 की जांच पर जल्द ही रिपोर्ट सामने लाएं ताकि उपभोक्ताओं को भी सच्चाई का पता चल सके। सहकारी सभा नकोदर प्रधान दीपक मनकोटिया का कहना है इसी आधार पर सेल्जमैन को बर्खास्त किया गया है।
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