राकेश शर्मा: जसूर: 16 दिसम्बर 2019
उस समय हर आंख से अश्रुधारा बह निकली जब सातवीं में पढ़ने वाली बेटी शैबी (दिव्यांका) ने अपने दिवंगत पिता की चिता को मुखाग्नि दी। शैबी ने अपने पापा के सपने को पूरा करने का संकल्प भी लिया। शैबी के पापा का सपना था कि शैबी एक डॉक्टर बने। शैबी ने कहा कि वह डॉक्टर बनकर अपने पापा के सपने को पूरा करेगी।
गत दिवस जम्मू के दबाना में 15 जैक राइफल में तैनात जिला काँगड़ा की तहसील फतेहपुर के गांव हाड़ा जोगियां के सूबेदार विनोद कुमार जिनकी कि सीढ़ियों से गिरकर मौत हो गई थी को सोमवार को सैंकड़ों नम आंखों ने अंतिम विदाई दी। सूबेदार विनोद कुमार पार्थिक देह रविबार रात करीब साढ़े 9 बजे सेना के वाहन द्वारा उसके पैतृक गांव पहुंची थी।
जैसे ही सूबेदार विनोद कुमार की पार्थिक देह उनके पैतृक गांव पहुंची, तो पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया। वहीं सोमवार सुबह सूबेदार विनोद कुमार की पार्थिव देह को जैसे ही अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा तो तिरंगे में लिपटे शव से लिपट कर पत्नी सुमन व बुजुर्ग मां विलख विलख कर रोने लगीं जिन्हे देख कर हर आंख नम हो गई।
तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली मासूम बेटी हर्षि इस सब से बेखबर कि उन पर कितना बड़ा पहाड़ टूट कर गिर चुका है कुछ खास समझ नहीं पा रही थी कि यह सब क्या हो रहा है। वहीं सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी शैबी यह जान कर बेसुध बैठी थी कि अब उसके पापा कभी लौट कर आने वाले नहीं हैं।
सूबेदार विनोद कुमार के अंतिम संस्कार में धर्मशाला से 16 पंजाब रेजिमेंट की टीम में एक जेसीओ, 4 गार्ड व बिगुलर भी पहुंचे। यूनिट से मेजर अमित खत्री, सूबेदार सुरेन्द्र चीमा सहित चार जवानों ने भी दिवंगत सूबेदार को सैल्यूट किया। आर्मी कि ओर से फ़ौरन राहत के तौर पर सूबेदार विनोद कुमार के परिजनो को 72 हजार राशी प्रदान की गई।
वहीं प्रशासन की तरफ से पहुंचे एसडीएम बलबान चन्द, तहसीलदार सुरेश कुमार, थाना प्रभारी सुरेश शर्मा ने भी दिवंगत सूबेदार की पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित किए।
इस मौके पर भांमस प्रदेश उपाध्यक्ष मदन राणा, जिला परिषद सदस्य जगदेव सिंह, पंचायत उपप्रधान जरनैल सिंह सहित सैकड़ों लोग दिवंगत की अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
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