राकेश शर्मा: जसूर: 16 अप्रैल 2020
जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवम नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने कहा कि कोविड 19 के चलते लॉक डाउन में कृषि कार्यों को निपटाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा उठाये गये उचित कदम स्वागत योग्य हैं जिसके लिए जिला कांग्रेस कमेटी प्रशासन का धन्यवाद करती है और साथ ही प्रशासन से आग्रह करती है कि मधुमक्खी पालन व पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए भी जिला प्रशासन शीघ्र उचित निर्णय ले ताकि उक्त व्यवसाय से जुड़े लोगों को भी राहत मिल सके।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवम नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने प्रशासन के समक्ष यह मांग उठाते हुए कहा कि जिला कांगड़ा में मधुमक्खी पालन से सैकड़ों लोगों का स्वरोजगार जुड़ा हुआ है। महाजन ने कहा कि नूरपुर क्षेत्र से ही करीब 40 मधुमक्खी पालकों ने पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के क्षेत्रों में फ्लावरिंग सीजन में अपने फार्म लगाए हुए थे इसी दौरान कोविड 19 के चलते लाकडाउन घोषित हो गया।
महाजन ने कहा चूंकि उक्त राज्यो में अब मौसम मधुमक्खियों के अनुकूल नही रहा है मधुमक्खी पालकों की मधुमक्खियां उक्त राज्यों में मर रही हैं। जिला में हजारों लोग इस व्यवसाय से जुड़े हैं यदि समय रहते वे मधु मक्खियों को नही ला सके तो उन्हें भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा । महाजन ने कहा कि उक्त व्यवसाय के लोग इस बारे प्रशासन से अनुमति की गुहार भी लगा चुके हैं ऐसे में इस वर्ग का भी बिशेष ध्यान रखते हुए समुचित हल निकाला जाना चाहिए।
महाजन ने कहा कि महामारी के चलते सबसे ज्यादा नुक्सान पोल्ट्री फार्म से जुड़े लोगों का हो रहा है न तो उनका माल बिक रहा है और न ही उन्हें फीड मिल पा रही है। तैयार हुए माल को बेचने के लिए मार्किट का प्रावधान नहीं है ऐसे में उक्त व्यवसाय से जुड़े लोगों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
पिछले कई दिनों से तैयार माल मर रहा है या फिर भारी भरकम खर्च मुर्गों को बचाने के लिए हो रहा है। महाजन ने कहा कि कर्फ्यू ढील में मुर्गा बेचने के निर्णय पर भी प्रशासन को शीघ्र समुचित हल ढूंढना होगा ताकि व्यवसाय से जुड़े लोग आर्थिक नुकसान से बच सकें।
उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा में आम व लीची की बागवानी पर हजारों बागवान निर्भर हैं। आन ईय्यर के चलते इस बार आम के फल का बम्पर उत्पादन होने का अनुमान है इस समय तेला रोग उत्पादन पर भारी पड़ सकता है ऐसे में सरकार को बागवानों के हितों का ध्यान रखते हुए कीटनाशक दवाइयों पर सब्सिडी देकर राहत प्रदान करनी चाहिए ताकि बागवान उक्त फलों की उचित देखभाल कर रिकॉर्ड उत्पादन करने में सक्षम हो सकें।
महाजन ने कहा कि उन्हें पूरी आशा है कि संकट के इस दौर में प्रशासन इस बारे भी शीघ्र उचित निर्णय लेगा। वहीँ उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे महामारी के चलते बचाव के लिए उठाए गए कदमों में प्रशासन का सहयोग करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग व भीड़भाड़ से बचकर सहयोग करें।
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