राकेश शर्माः जसूर 14 जनवरी 2019
क्षय रोग निवारण योजना के तहत नूरपुर क्षेत्र को पूरी तरह से क्षय रोग मुक्त करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे एक्टिव केस फाइंडिंग टीवी अभियान के तहत विभागीय टीमें घर-घर जाकर रोगियों को ढूंढने के कार्य में जुटी हुई हैं। इसी के चलते डॉ वीरेंद्र गुप्ता, एसटीएस रीना गुप्ता, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता संध्या देवी तथा आशा वर्कर प्रवीण कुमारी पर आधारित एक टीम ने जसूर के झुग्गी झोपड़ी में जीवन यापन करने वाले लोगों को रोग के लक्षण बताए। वहीं लक्षण युक्त लोगों के बलगम के सैंपल भी एकत्रित किए। बीएमओ डाॅ नीरजा गुप्ता ने बताया कि 1 से 15 जनवरी तक एक्टिव केस फाइंडिंग टीवी अभियान के लिए विभिन्न पंचायतों के लिए टीमे गठित की गयी हैं। स्वास्थ्य व आशा वर्कर अपने अपने क्षेत्र में लोगों की पूरी तरह से स्क्रीनिंग कर रही है। जिनमें रोग के लक्षण पाए जा रहे हैं उनका डाटा एकत्रित करके बलगम के सैंपल लिए जा रहे हैं। जबकि अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों की भी उक्त रोग को लेकर स्क्रीनिंग की जा रही है। 15 दिन तक चलने वाले उक्त मुहिम के तहत खण्ड गंगथ में 39671 मरीजों को चेक करने का लक्ष्य है। जिसमें अभी तक 35 हजार से अधिक लोगों की जांच की जा चुकी है। जिसमें संभावित क्षय रोग के लक्षण पाए गए हैं उन्हें नूरपुर स्थित अस्पताल में एक्सरे के लिए भेजा जा रहा है। इसमें मरीज को आने जाने का किराया भी बिभाग द्वारा दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि वर्ष 2018 में खंड गंगथ में 321 लोगों में टीवी के लक्षण पाये गये जिनका आरएनटीसीपी कार्यक्रम के तहत विभागीय निगरानी में उपचार चल रहा है। खंड स्वास्थ्य अधिकारी नीरजा गुप्ता ने लोगों से अपील की है कि 15 दिन से अधिक खांसी या बुखार, भूख कम होना आदि उपरोक्त लक्षण किसी में दिखें तो संकोच व शर्म ना करें व सरकारी अस्पताल में आकर अपना उपचार निशुल्क करवाएं।
No comments:
Post a Comment