राकेश शर्माः जसूर 23 जनवरी 2019
गौ माता की रक्षा के बड़े बडे दावों के बीच समय पर चिकित्सा सुविधा न मिलने के कारण एक और वेसहारा छोड़ दी गई गाय ने दम तोड़ दिया। पिछले कुछ दिनों से जारी बर्षा की बीच बुधवार को नूरपुर के जुसालता बार्ड नंबर 9 स्थित प्राईमरी स्कूल के प्रागण में एक बेसहारा वीमार गाय पड़ी थी जिस पर कुछ युवाओं की नजर पड़ी और उन्होने किसी तरह वीमार और वारिश मे लाचार पड़ी गाय को स्कूल के बरामदे तक पहुंचाया और गाय को बारिश व ठंड से बचाने की व्यवस्था की। वहीं कुछ स्थानीय लोगों ने दया भाव दिखाते हुए गाय के लिए चारे व फीड आदि की व्यवस्था कर दी। वहीं वीमार गाय को चिकित्सा उपलब्ध करवाने के लिए लगभग डाक्टरों को फोन किया लेकिन एक भी डाक्टर ने मौके पर आकर गाए का चिकित्सीय सहायता उपलब्ध करवाने की जहमत नहीं उठाई। गाए की सहायता करने वाले रजिन्दर सिंह, रजत शर्मा, दीपक शर्मा राॅकी व सन्नी का कहना है कि उन्होने कम से कम पांच डाक्टरों को फोन कर गाय को चिकित्सा देने की गुहार लगाई लेकिन सवने आने में आनाकानी करते हुए कोई न कोई बहाना बना दिया तो किसी ने दूसरे दिन सुबह आने की बात कही। यहां तक कि कुछ एक ने तो अपने फोन ही स्विच ऑफ कर दिये। उक्त लोगों का कहना है कि चिकित्सा के अभाव में गाए ने बुधवार सुबह दम तोड़ दिया। वहीं प्रशासन की लापवरवाही के चलते बुधवार शाम तक गाए स्कूल के बरामदे में पड़ी रही और उससे भी ज्यादा हैरान करने वाली बात कि मृत गाय के पास मे ही बैठ कर स्कूल के बच्चे पढ़ाई करने को मजबूर होते रहे।
वहीं जिन डाक्टरों को स्थानीय लोगों ने फोन पर सहायता के लिए बुलाया था जव उनसे बात की गई तो अधिकतर ने अपनी डयूटी अन्य जगह होने के कारण समय पर न पहुंच पाने की बात कही तो किसी ने घर में किसी के वीमार होने को कारण बताया।
इस संबध में जव एसडीएम नूरपुर डाक्टर सुरेन्दर ठाकुर से बात की गई तो उन्होने कहा कि सूचना मिलते ही संबधित विभाग को तुरंत गाए का स्कूल के बरामदे से उठाने के लिए कहा गया है।
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