राकेश शर्मा: 10 अक्तूबर 2019
नशे के गढ़ भदरोया में नौजवान पीढ़ी को नशे के से दूर रहने के लिए खेलों के माध्यम से जागरूक करने के सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। जिसमे इंदौरा के थपकोर गांव के रहने बाले 41 बर्षीय राजीव बशिष्ठ ने युबा पीढ़ी को नशे से दूर करने के लिए कमर कस ली है।
उनका कहना है कि बे युबा पीढ़ी को खेलो के प्रति उत्साहित कर रहे है, ताकि युबा पीढ़ी का ध्यान नशे में न होकर खेलो के प्रति हो।
राजीव बशिष्ठ ने बताया की इस नशे के गढ़ में रोज सुबह लगभग दो सौ युबा भागते ओर कसरत करते आते है। जोकि पहले एक भी युबा सड़क पर कसरत करते हुए नही दिखता था।
राजीव बशिष्ठ इस समय डेन्क्वा स्कूल में बतौर हिंदी प्रवक्ता के पद पर तैनात है। उन्होंने बताया कि में ओर मेरे साथ युबा लड़के हर रोज़ देर रात तक अलग अलग टोलियों में सड़क पर घूमते रहते है, और निगाह रखते है कि कोई भी व्यक्ति नशे का सेवन न करे और न ही बेचे।
कई लोगो को जोकि नशा बेचते है को पकड़कर पुलिस के हवाले भी किया जा चुका है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
राजीव बशिष्ठ पर हर समय खतरा मंडराया रहता है,पता नही कब नशे के कारोबारी उन पर हमला कर दे।परन्तु फिर भी उनका एक ही लक्ष्य है कि बे युबा पीढ़ी को किसी भी हालत में नशे से दूर रखें।
राजीव बशिष्ठ जब भी सड़क से गुजरते है तो नशा करने बाले व नशा बेचने बाले डर के मारे भाग जाते है और यही कहते हुए सुनाई देते है कि भागो मास्टर (राजीव बशिष्ठ) आया।
राजीव बशिष्ठ सभी युबाओ को वॉलीवाल, आर्मी, पुलिस व पेरामिल्ट्री की भर्ती के लिए प्रशिक्षण दे रहे हैं, जोकि बिल्कुल निशुल्क है। इसमें बर्दी व खेल में खेलने बाला हर समान युबाओ को अकेडमी द्वारा दिया जाता है ताकि युबा पीढ़ी खेलो में रुचि ले।
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