राकेश शर्मा: जसूर: 05.09.2019
इस वर्ष मॉनसून सीजन में भारी बरसात के कारण कांगड़ा ज़िला में लगभग 115 करोड़ का नुकसान आंका गया है। यह जानकारी उपायुक्त राकेश प्रजापति ने गत बुधवार देर शाम यहां नूपुर होटल में ज़िला में हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंची केंद्रीय टीम के साथ आयोजित बैठक के दौरान दी। गृह मंत्रालय के सयुंक्त सचिव संजीव कुमार जिंदल के नेतृत्व में केंद्र व प्रदेश सरकार के सात अन्य प्रशासनिक अधिकारी इस टीम में शामिल रहे। उपायुक्त ने इस मौके पर केंद्रीय टीम को बरसात में हुए नुकसान का विभाग बार विस्तृत ब्यौरा वीडियो क्लिप्स के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि इस मॉनसून सीजन में सिंचाई एवम जन स्वास्थ्य वृत नूरपुर तथा धर्मशाला की पेयजल व सिंचाई योजनाओं को सबसे ज्यादा 4784 लाख रुपए का नुकसान हुआ है, जबकि लोक निर्माण विभाग को 4631 लाख रुपये का नुकसान झेलना पड़ा है।
प्रजापति ने बताया कि विद्युत विभाग को 1157 लाख रुपये, स्थानीय निकाय विभाग को 285 लाख रुपए, शहरी विकास विभाग को 170 लाख रुपए, ग्रामीण विकास विभाग को 350 लाख रुपए के अलावा राजस्व विभाग को 156 लाख तथा कृषि विभाग व अन्य विभागों को 32 लाख रुपए की बहुमूल्य संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
केंद्रीय टीम ने नूरपुर उपमंडल की डन्नी पंचायत के खडेतर गांव का दौरा कर वहां पर हुए नुकसान का जायजा भी लिया। गौरतलब है कि गत 18 अगस्त को इस क्षेत्र की जब्बर खड्ड पर कृत्रिम झील बन जाने के कारण लगभग 40 कनाल उपजाऊ भूमि पानी में ड़ूब व बह गई थी।
इस मौके पर गृह मंत्रालय के सयुंक्त सचिव संजीव कुमार जिंदल ने संबंधित विभागीय अधिकारियों से नुकसान की वास्तविक रिपोर्ट ली तथा उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने भरोसा दिया की बरसात के कारण हुए नुकसान की रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपते समय इस पर्वतीय राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों तथा प्रभावितों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
जिंदल ने कहा कि किसी भी होने वाली आपदा को टाला नहीं जा सका है, परंतु समय रहते सावधानी व सूझबूझ से इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें समय रहते ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों से किसी भी आपदा को रोकने एवम इससे बेहतर तरीके से निपटने के लिये समय रहते खतरे वाले क्षेत्रों में विशेष कार्ययोजना के तहत आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा, ताकि इससे होने वाले जानमाल के नुकसान से बचा जा सके। उन्होंने अधिकारियों से अपने-अपने विभाग से संबंधित आपदा प्रबंधन गतिविधियों को विशेष गति देने एवम सतर्क रहने को कहा।
इससे पहले उपायुक्त राकेश प्रजापति तथा एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर ने नूरपुर पहुंचने पर केंद्रीय टीम का स्वागत किया। इस मौके पर केंद्रीय प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के सदस्यों में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के निदेशक थेंगलेंलियन, कृषि विभाग के निदेशक विपुल कुमार श्रीवास्तव, जल संसाधन मंत्रालय के निदेशक ओपी गुप्ता, परिवहन एवम राजमार्ग मंत्रालय के अधीक्षण अभियंता एवम क्षेत्रिय अधिकारी विपनेश शर्मा, ग्रामीण विकास मंत्रालय के अवर सचिव शैलेन्द्र कुमार, ऊर्जा मंत्रालय के अधिकारी सुनील जैन, विशेष सचिव (राजस्व) एवम आपदा प्रबंधन के निदेशक डीसी राणा, एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, ज़िला राजस्व अधिकारी देवी सिंह, ज़िला लोक संपर्क अधिकारी विनय शर्मा, तहसीलदार डॉ गणेश ठाकुर, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता सत्यव्रत शर्मा, अधीक्षण अभियंता विकास सूद, आईपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता प्रदीप शर्मा,विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता रुमेल सिंह, डीआरडीए के परियोजना अधिकारी मनीष शर्मा, सीएमओ डॉ जीडी गुप्ता सहित अन्य विभागों के ज़िला अधिकारी उपस्थित थे।
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