राकेश कुमार शर्मा: जसूर: 13.09.2018
विकास खंड नूरपुर के तहत एक निजी स्कूल की बस के हादसे का शिकार होने की खबर मिलते ही लोगों के मन भय से सिहर उठे और जिसने सुना उसके मन में चेली गांव की घटना घूम गई। लेकिन गनीमत रही कि हादसे में किसी बच्चे को गंभीर चोट नहीं आई हालांकि हादसे में कुछ बच्चों को मामूली चोटे जरूर आईं हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार बीरवार सुबह सेकर्ड सोल कैंब्रिज स्कूल रोड़ की एक बस बच्चों को लेकर स्कूल की तरफ जा रही थी कि बदाई गांव के पास अचानक बस अनियंत्रित हो कर सड़क के किनारे एक नाली में जा घुसी। जिसकी सूचना मिलते ही स्थानीय लोग बच्चों की मदद के लिए दौड़ पड़े। लोगों ने बस में क्षमता से अधिक बच्चे होने का आरोप भी लगाया है। लोगों को कहना है कि 32 सीट क्षमता वाली बस में लगभग 55 बच्चों को बैठाया गया था। घटना की सूचना मिलते ही बच्चों के अभिभावक भी अपने बच्चों को हाल जानने के लिए स्कूल पहुंच गए।
बहीं स्कूल के प्रबन्धक जगदीश सिंह का इस सबंध में कहना है स्कूल की बस सामने से आ रही स्कूटी जिस पर कि तीन लोग स्वार थे को बचाते समय नाली में चली गई। अगर बस ड्राइवर स्कूटी जो कि काफी तेज गति से भी आ रही थी को नही बचाता तो कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था। उन्होने कहा कि बस ड्राइवर की चतुराई से बस दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई और स्कूटी स्वार तीन लोग की जान भी बच गई। उन्होंने कहा कि कुछ शरारती तत्वों ने मौके पर विना बजह हंगामा किया और बच्चो के अभिभावकों को परेशान किया गया। उन्होने कहा कि बस में 40 बच्चे स्वार थे। जो कि तकनीकी दृष्टि से गलत नहीं है।
बही जब सारी घटना के वारे में नायव तहसीलदार नूरपुर देसराज का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही वे तुरन्त स्कूल पहुँचे और स्कूल प्रबन्धक से इस सारे मामले की पूछताछ की। बच्चों की सुरक्षा का सुनिश्चित बनाने के लिए बस में क्षमता से अधिक बच्चे बैठाने के वारे में स्कूल की चेतावनी जारी कर दी गई है। लेकिन अगर कोई शिकायत मिलती है तो उस पर कार्यवाही की जाएगी।
Kya pata driver sahi bol raha ho ki scooty walo ki galti ho. Baki sab thik hai yahi badhi baat hai.
ReplyDeleteबिलकुल, सब ठीक है यह सबसे बड़ी बात है। लेकिन लोगों का पक्ष भी तो जानना जरुरी है।
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