राकेश शर्मा: जसूर: 11.09.2018
जनता का कल्याण करना वाला तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय खुद अपने कल्याण की बाट जोह रहा है। जो खुद बैंटीलेटर पर हो वो दूसरों का क्या कल्याण करेगा यह एक विचारणीय विषय है। नूरपुर कार्यालय में पिछले लंबे समय से चपड़ासी और लिपिक का पद रिक्त चल रहा है। लिपिक से लेकर चपड़ासी तक का सारा काम खुद देख नूरपुर के तहसील कल्याण अधिकारी को नूरपुर के अतिरिक्त इंदौरा का अतिरिक्त कार्यभार भी देखना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों का कल्याण यह विभाग कैसे करेगा अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। आलम यह है कि जब नूरपुर से तहसील कल्याण अधिकारी को इंदौरा कार्यालय जाना होता है तो नूरपुर कार्यालय में ताला लटकाकर जाना पड़ता है। जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस मामले के वारे में तहसील कल्याण अधिकारी राजिन्द्र मोहन शर्मा कहना है कि नूरपुर कार्यालय में एक लिपिक और एक चपड़ासी का पद रिक्त है जिसके बारे में उन्होंने बिभाग को सूचना दे दी है।
वहीं इस संबध में जिला कार्यवाहक कल्याण अधिकारी रमेश कुमार कि इस समय चतुर्थ श्रेणी के 62 पद रिक्त चले हुए हैं, जिसमे से 8 पद जिला काँगड़ा के रिक्त हैं जो की सरकार द्वारा ओटसोर्स से भरे जाने हैं। जिसकी प्रक्रिया सरकार द्वारा शुरू कर दी गई है और जल्द ही चतुर्थ श्रेणी के पद भर दिए जाएगे। लिपिक के पद के बारे में विभाग को सूचना दे दी गई है।
Logo ko khudh b sarkar k aghe ess bare main kahna chahea.
ReplyDeleteशुभम जी आपका मतलब एक और धरना या प्रदर्शन?
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