Thursday, October 25, 2018

आखिर क्यों? हिमाचल के एक भी सांसद ने नहीं लिया स्वर्णों का पक्ष

राकेश शर्मा: जसूर: 25.10.2018

सरकार के एससी एसटी एक्ट के विरोध में बीरवार को स्वर्ण समाज मंच द्वारा नूरपुर के मिनी सचिवालय में एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल सुबह आठ बजे से लेकर शाम के चार बजे तक की गई। इस मौके पर मंच के संयोजक नरिंदर सिंह पठानिया ने बताया कि हमारी आज की सांकेतिक भूख हड़ताल एससी एसटी एक्ट 1989 जिसमें सरकार ने संशोधन करके 18ए की जो धाराएं लगाई हैं उसके विरोध में है। उन्होने कहा कि बड़े
ही दुख और शर्म का विषय है कि स्वर्णों के बोट से सांसद बने स्वर्ण सांसदों ने भी इसका विरोध नहीं किया बल्कि सभी ने इस। वैसे भी हिमाचल जैसे शांतीप्रिय प्रदेश में  इस एक्ट का काई औचित्य नहीं बनता है। लेकिन हिमाचल के किसी सांसद ने भी इसका विरोध नहीं किया। उन्होने कहा कि संविधान ने सभी नागरिकों को सामान अधिकार दिए हैं लेकिन भ्रष्ट नेता लोग वोट की राजनीति के लिए सवर्णों के मौलिक अधिकारों का हनन कर रहे हैं। कांगेस हो या बीजेपी सभी राजनीतिक दलों ने स्वर्णों को हमेशा छला है और धोखा किया है। उन्होने कहा कि हम आरक्षण कि विरोधी नहीं है लेकिन आरक्षण जाती कि आधार पर नहीं बल्कि आर्थिक
आधार पर होना चाहिए। क्या स्वर्ण गरीब नहीं होता। उन्होन कहा कि यदि सरकार ने इस कानून को बापिस नही लिया तो आने बाले पांच राज्यों के चुनाबों में स्वर्ण समाज सरकार को मुहं तोड़ जबाब देगा। कर्नल पठानिया ने कहा कि एससी एसटी एक्ट के विरोध में राष्ट्रपति के टांडा अस्पताल दौरे के दौरान उन्हें काले झण्डे दिखाए जाएंगे।

इस मौके पर योगराज ठाकुर, सुरेश शर्मा, कुलदीप सिंह, सुरदर्शन शर्मा, परवीन कुमार, सुखदेव गुलेरिया, संजीव गुलेरिया, मनोज पठानिया, राजिंदर पाल सिंह, जोगिंदर सिंह, सरुप सिंह पठानिया, मोहिंदर शर्मा, राजिंदर शर्मा, सुभाष सिंह डडवाल सहित भारी संख्या में स्वर्ण समाज के लोग मौजूद रहे। 

No comments:

Post a Comment