राकेश शर्मा: जसूर: 05.10.2018
फोरलेन प्रभावितों के हक के लिए 15 अक्तूबर को मंडी में हाने वाली संयुक्त संघर्ष समिति की सामूहिक भूख हड़ताल तथा प्रदर्शन में मैं भी शामिल होकर नूरपुर फोर लेन संघर्ष समिति तथा संयुक्त संघर्ष समिति को अपना समर्थन दूगां। मैं सरकार से मांग करता हूं कि फोरलेन प्रभावितों को ‘विज़न डाक्यूमेंट’ के अपने बादे के अनुसार सरकार फैक्टर 2 के तहत चार गुणा मुआबजा तथा प्रत्येक प्रभावित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के अपने बादे को पूरा करे। हम यह भी जानना चाहते हैं कि 22 मार्च 2015 में मोदी जी की किसानों के साथ की गई ‘मन की बात’ को हिमाचल प्रदेश सरकार सुनेगी या नहीं जिसमें उन्होने 4 गुणा मुआबजा तथा प्रभावित परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही थी। यह बात विधासभा क्षेत्र नूरपुर के पूर्व विधायक एवं प्रदेश कांग्रेस महासचिव अजय महाजन ने एक प्रैस वार्ता के दौरान कही। अजय महाजन ने कहा कि जैसा की अभी 3डी नोटिफिकेशन होने वाली है लेकिन फोरलेन प्रभावितों के लिए अभी तक कोई भी ठोस नीति सामने नहीं आ रही जिससे प्रभावितों मंे असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अजय महाजन ने कहा कि हम फोरलेन के विरोधी नहीं हैं लेकिन विकास के नाम पर आम जनता को मझधार में नहीं छोड़ा जाना चाहिए। महाजन ने कहा कि कंडवाल से लेकर भाली तक नैशनल हाईवे के साथ 100 मीटर के दायरे में एक समान कमर्शियल रेट तय होना चाहिए। वहीं अगर किसी व्यापारिक संस्थान के कुछ हिस्से को तोड़ा जाता है तो उसे पूरी इमारत का मुआवजा मिलना चाहिए, क्योंकि ऐसे में पूरी इमारत को नुकसान पहुंचेगा और उसे सुरक्षित बनाने के लिए पूरा का पूरा दोवारा तोड़ कर बनाना पड़ेगा। वहीं व्यापारी वर्ग इस फोरलेन के बनने से होने वाले व्यापारिक घाटे का आकलन कर उसे भी मुआबजे में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होने सरकार से आग्रह किया कि वो फोरलेन प्रभावितों की पीड़ा को नजर अंदाज न करे। इस अबसर पर फोरलने संघर्ष समिति नूरपुर के प्रबक्ता सुदर्शन शर्मा, कंडबाल पंचायत के पूर्व प्रधान नरेंद्र कुमार, नीलम सिंह पठानिया, सतीश शर्मा, राम चंद शास्त्री, तरुण पठानिया तथा संजीव ठाकुर आदि मौजूद रहे।
sahi baat hai
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