राकेश शर्मा: जसूर: 09.10.2018
8 अक्टूबर 2017 को अन्य सुहागिनों की तरह तोशी देवी ने भी अपने पति की लम्बी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा था। तोशी देवी के पति ने लगभग 8 बजे फोनपर व्रत खोलने के लिए बात की थी। लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। देश की रक्षा की सौगंध खाने वाले तोशी के पति ने देश की लाखों सुहागनों और उनके सुहाग की देश की रक्षा के लिए अपने आप को न्यौछावर कर दिया। शायद उस वीर योद्धा ने एक वार भी अपनी पत्नी और परिवार के वारे में नहीं सोचा होगा और देश को ही अपना परिवार मान कर उसी की रक्षा के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।
आज ही के दिन 9 अक्तूबर 2017 को श्रीनगर के पुंछ क्षेत्र में उग्रवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति प्राप्त करने वाले जिला कांगड़ा की तहसील नूरपुर के गांव खन्नी के शहीद सूबेदार राज कुमार के परिजनों व क्षेत्र के लोगो ने अपने लाडले सपूत की वीरगाथा को याद करते हुए उन्हे श्रद्धांजली अर्पित की। राजकीय बरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में शहीद राज कुमार को याद किया गया और उन्हें श्रदांजलि दी गई। शहीद की याद में स्कूल के 310 बच्चो को कॉपी, पेन, पेंसिल, स्वेटर और बूट आदि भी वितरित किए गए।
उल्लेखनीय है कि 9 मार्च 1970 को जन्में इस वीर योद्दा ने 9 अक्टूबर 2017 को श्रीनगर के पुंछ क्षेत्र में उग्रवादियों से लोहा लेते हुए वीरगति प्राप्त की थी। शहीद राज कुमार के परिवार वालों के अनुसार शहीद सूबेदार राज कुमार 1990 में 26 पंजाब रेजिमेंट व 53 आरआर थल सेना में भर्ती हुए थे और जब 2018 में वह पुंछ सैक्टर में बतौर सूबेदार पद पर तैनात थे कि 8 अक्टूबर 2017 को रात के समय पुंछ सैक्टर के एक गांव में कुछ उग्रवादियों के छिपे होने की सूचना सेना को मिली तो अदम्य साहस का परिचय देते हुए इस शूरवीर सूबेदार ने आठ जवानों की टुकड़ी के साथ क्षेत्र में सर्च आपरेशन शुरू किया। अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए उन्होने आंतकियों को घेर लिया। इसी दौरान एक छिपे हुए बुजदिल आतंकबादी ने राज कुमार पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना शुरू कर दीं जिसमें सुबेदार राज कुमार बुरी तरह जख्मीं हो गए लेकिन मैदान से हटे नहीं और आखिरी सांस तक आंतकियों से लोहा लेते हुए अंत में बीरगति को प्राप्त हो गए।
इसे एक सयोंगमात्र ही कहेंगें कि 9 तारीख को जन्म लेने वाले इस वीर ने 9 तारीख को ही अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिए थे।
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